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Delhi News : दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए अवरविंद केजरीवाल सरकार ने कंस्ट्रक्शन कार्यों पर रोक लगा दिया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। नियमों का पालन कराया जा सके, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश जारी कर दिया गया है। हालांकि, जरूरी सेवाओं से जुड़े कंस्ट्रक्शन पहले की तरह ही जारी रहेंगे।
आपको बता दें कि गुरुवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 306 दर्ज किया गया था। जबकि, बुधवार को यह एक्यूआई 321 था। फरीदाबाद का सूचकांक दिल्ली के मुकाबले अधिक रहा था, जबकि बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, चरखी दादरी, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गुरुग्राम का सूचकांक दिल्ली से कम बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। ऐसे में अनुमान लगाया गया है कि आगामी 6 दिनों के दौरान दिल्ली में ठंड बढ़ेगी और कोहरा छाए रहने की उम्मीद है। ऐसे में वायु गुणवत्ता सूचकांक फिर से बढ़ सकता है।
इससे पहले दिल्ली की हवा दिवाली के बाद खराब हो गई थी। जिसकी वजह से लोग घरों में कैद रहने को मजबूर थे। वहीं, प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए उस वक्त भी कंस्ट्रक्शन कार्यों पर रोक लगा दी गई थी। इसके लिए डीजल वाहनों के इस्तेमाल पर भी कुछ दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था। आपको बता दें कि दिल्ली की हवा दिवाली के बाद से कुछ महीने के लिए खतरनाक बनी रहती है।
प्रदूषण स्तर के बढ़ते कारणों के लिए दिल्ली से सटे राज्यों में आतिशबाजी व हरियाणा, पंजाब में पराली को जलाने को जिम्मेदार माना जाता है। इस वर्ष दिवाली के बाद हवा इतना ज्यादा प्रदूषित हो गई थी कि दिल्ली के कई इलाकों में नगर-निगम की गाड़ियों से पानी का भी छिड़काव किया गया था। इसके अलावा दिल्ली में बढ़ते वाहनों के प्रयोग को भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार माना जाता है।
Delhi News : दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण को देखते हुए अवरविंद केजरीवाल सरकार ने कंस्ट्रक्शन कार्यों पर रोक लगा दिया है। इस संबंध में आदेश जारी कर दिया गया है। नियमों का पालन कराया जा सके, इसके लिए संबंधित अधिकारियों को भी निर्देश जारी कर दिया गया है। हालांकि, जरूरी सेवाओं से जुड़े कंस्ट्रक्शन पहले की तरह ही जारी रहेंगे।
आपको बता दें कि गुरुवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक 306 दर्ज किया गया था। जबकि, बुधवार को यह एक्यूआई 321 था। फरीदाबाद का सूचकांक दिल्ली के मुकाबले अधिक रहा था, जबकि बहादुरगढ़, बल्लभगढ़, चरखी दादरी, गाजियाबाद, ग्रेटर नोएडा, नोएडा, गुरुग्राम का सूचकांक दिल्ली से कम बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया था। ऐसे में अनुमान लगाया गया है कि आगामी 6 दिनों के दौरान दिल्ली में ठंड बढ़ेगी और कोहरा छाए रहने की उम्मीद है। ऐसे में वायु गुणवत्ता सूचकांक फिर से बढ़ सकता है।
इससे पहले दिल्ली की हवा दिवाली के बाद खराब हो गई थी। जिसकी वजह से लोग घरों में कैद रहने को मजबूर थे। वहीं, प्रदूषण के खतरनाक स्तर को देखते हुए उस वक्त भी कंस्ट्रक्शन कार्यों पर रोक लगा दी गई थी। इसके लिए डीजल वाहनों के इस्तेमाल पर भी कुछ दिन के लिए प्रतिबंध लगा दिया गया था। आपको बता दें कि दिल्ली की हवा दिवाली के बाद से कुछ महीने के लिए खतरनाक बनी रहती है।
प्रदूषण स्तर के बढ़ते कारणों के लिए दिल्ली से सटे राज्यों में आतिशबाजी व हरियाणा, पंजाब में पराली को जलाने को जिम्मेदार माना जाता है। इस वर्ष दिवाली के बाद हवा इतना ज्यादा प्रदूषित हो गई थी कि दिल्ली के कई इलाकों में नगर-निगम की गाड़ियों से पानी का भी छिड़काव किया गया था। इसके अलावा दिल्ली में बढ़ते वाहनों के प्रयोग को भी प्रदूषण के लिए जिम्मेदार माना जाता है।