Weather Update : जम्मू कश्मीर : ताजा बर्फबारी से राष्ट्रीय राजमार्ग बंद, उड़ानें प्रभावित

Snow fall
Jammu and Kashmir: National Highway closed due to fresh snowfall, flights affected
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:30 AM
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श्रीनगर। कश्मीर के अधिकतर हिस्सों में शुक्रवार को ताजा हिमपात और बारिश हुई, जिसके बाद श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग बंद कर दिया गया। घाटी में आने-जाने वाले विमानों का संचालन भी प्रभावित हुआ। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

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अधिकारियों ने बताया कि जम्मू कश्मीर के ऊंचाई वाले इलाकों में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई, वहीं मैदानी इलाकों में कई जगह हल्की से मध्यम बर्फबारी हुई। उनके अनुसार, ताजा बर्फबारी सुबह शुरू हुई और दोपहर तक जारी थी। उन्होंने कहा कि गुलमर्ग के प्रसिद्ध स्की रिसॉर्ट, पहलगाम और सोनमर्ग के पर्यटक रिसॉर्ट और कई अन्य स्थानों पर ताजा बर्फबारी हुई है।

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अधिकारियों ने बताया कि श्रीनगर के ऊपरी इलाकों में भी बर्फबारी हुई, जबकि मैदानी इलाकों में बारिश हुई। उन्होंने बताया कि खराब मौसम के कारण, घाटी को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ने वाली एकमात्र बारहमासी सड़क - श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि रामबन जिले के मेहर इलाके में भूस्खलन और सड़क पर फिसलन की स्थिति के कारण राजमार्ग को यातायात के लिए बंद किया गया। सड़कों को साफ करने का काम जारी है, लेकिन लगातार हो रही बर्फबारी और बारिश इस काम को मुश्किल बना रही है।

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अधिकारियों के अनुसार, खराब मौसम के चलते यहां श्रीनगर हवाई अड्डे पर हवाई यातायात भी प्रभावित हुआ। सुबह उड़ान संचालन सामान्य था, लेकिन नौ बजे के बाद इस पर मौसम का असर पड़ा। दृश्यता घटने के कारण कई उड़ानों में विलंब हुआ। दृश्यता में सुधार के बाद विमानों का परिचालन फिर से शुरू हो जाएगा। इस बीच, बारिश की वजह से घाटी के कई इलाकों में रात के तापमान में वृद्धि हुई है। श्रीनगर और काजीगुंड में पारा जमाव बिंदु से ऊपर रहा। News uploaded from Noida
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ISRO News : जोशीमठ केवल 12 दिनों में 5.4 सेमी धंसा : इसरो

Isro
Joshimath sank 5.4 cm in just 12 days : ISRO
locationभारत
userचेतना मंच
calendar26 Nov 2025 09:51 AM
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नई दिल्ली। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) द्वारा जारी उत्तराखंड के जोशीमठ की उपग्रह छवियों से पता चलता है कि हिमालयी शहर केवल 12 दिनों में 5.4 सेमी धंस गया। जमीन धंसने की यह घटना संभवत: दो जनवरी से शुरू हुई।

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बद्रीनाथ और हेमकुंड साहिब जैसे प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों और अंतरराष्ट्रीय स्कीइंग गंतव्य औली के प्रवेश द्वार जोशीमठ को भूमि धंसने के कारण एक बड़ी चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।

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इसरो के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर (एनआरएससी) के प्रारंभिक अध्ययन में कहा गया है कि अप्रैल और नवंबर 2022 के बीच जमीन के धंसने की प्रक्रिया धीमी थी। इस दौरान जोशीमठ 8.9 सेमी तक धंसा था। हालांकि 27 दिसंबर, 2022 और आठ जनवरी, 2023 के बीच, भू-धंसाव की तीव्रता में वृद्धि हुई और इन 12 दिनों में शहर 5.4 सेंटीमीटर धंस गया। ये तस्वीरें कार्टोसैट-2एस उपग्रह से ली गई हैं। एनआरएससी की रिपोर्ट में कहा गया कि यह क्षेत्र कुछ दिनों के अंदर लगभग पांच सेमी धंस गया और अवतलन की क्षेत्रीय सीमा भी बढ़ गई है। यह हालांकि जोशीमठ शहर के मध्य भाग तक ही सीमित है। इसने कहा कि एक सामान्य भूस्खलन आकार जैसे दिखने वाले एक धंसाव क्षेत्र की पहचान की गई थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि धंसाव का केंद्र जोशीमठ-औली रोड के पास 2,180 मीटर की ऊंचाई पर स्थित था। तस्वीरों में सेना के हेलीपैड और नरसिंह मंदिर को जोशीमठ शहर के मध्य भाग में फैले धंसाव क्षेत्र के प्रमुख स्थलों के रूप में दिखाया गया है।

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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, आरके सिंह, भूपेंद्र यादव और गजेंद्र सिंह शेखावत व शीर्ष अधिकारियों की मौजूदगी में हुई एक बैठक में जोशीमठ की स्थिति और लोगों की कठिनाइयों को दूर करने के लिए उठाए गए कदमों का आकलन किया था। अब तक 589 सदस्यों वाले कुल 169 परिवारों को राहत केंद्रों में स्थानांतरित कर दिया गया है। जोशीमठ और पीपलकोटी में राहत केंद्रों के रूप में 835 कमरे हैं, जिनमें कुल मिलाकर 3,630 लोग रह सकते हैं।
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NIA News : अंतरराष्ट्रीय सीमा पर ड्रोन से मेग्नेटिक बम मिलने के मामले में छह के खिलाफ आरोप-पत्र दाखिल

Bomb
Charge sheet filed against six for receiving magnetic bomb from drone on international border
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 12:14 PM
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जम्मू। राष्ट्रीय अन्वेषण अभिकरण (एनआईए) ने पिछले साल जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर मार गिराए गए ड्रोन से मेग्नेटिक बम और अन्य विस्फोटक सामग्री की बरामदगी के मामले में लश्कर-ए-तैयबा के एक शीर्ष सदस्य समेत छह लोगों के खिलाफ आरोप पत्र दाखिल किया है। अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

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NIA News

श्रीनगर निवासी लश्कर-ए-तैयबा का आतंकी शेख सज्जाद गुल फरार है। हाल ही में गृह मंत्रालय द्वारा गजट अधिसूचना के माध्यम से गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत उसे आतंकवादी घोषित किया गया है। एनआईए के एक प्रवक्ता ने कहा कि गुल और पांच अन्य के खिलाफ एक विशेष अदालत में आरोपपत्र दाखिल किया गया। इसमें पिछले साल कठुआ जिले के राजबाग इलाके में अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास धल्ली से एक ड्रोन को मार गिराए जाने और वहां से कई अंडर बैरल ग्रेनेड लॉन्चर और मेग्नेटिक बमों को बरामद करने के मामले में आरोप पत्र दाखिल किया गया था।

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मामला पहले 29 मई को राजबाग पुलिस थाने में दर्ज किया गया था और 30 जुलाई को एनआईए द्वारा फिर से इसे दर्ज किया गया था। प्रवक्ता ने कहा कि गुल के अलावा जिन पांच लोगों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया गया है, उनमें जम्मू निवासी फैसल मुनीर और कठुआ के रहने वाले हबीब, मियां सोहेल, मुनी मोहम्मद (मृत) और राशिद शामिल हैं। इस पर भारतीय दंड संहिता, गैरकानूनी गतिविधि निरोधक अधिनियम, शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत आरोप लगाए गए हैं। News uploaded from Noida