Scheme for Farmers किसानों के लिए 5 खास स्कीम, बढ़ेगी आमदनी और पेंशन

Kisan
Scheme for Farmers किसानों के लिए 5 खास स्कीम, बढ़ेगी आमदनी और पेंशन
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 Oct 2022 04:58 PM
bookmark

Scheme for Farmers : देश के किसानों के लिए यूं तो केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा समय समय पर लाभप्रद कदम उठाए जाते हैं, लेकिन यदि किसान अपनी आमदनी में इजाफा और अपनी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करना चाहते हैं तो किसानों के लिए पांच ऐसी स्कीम हैं, जिनका फायदा उठाकर किसान अपना भला कर सकते हैं। चलिए आज हम आपको बताते हैं कि वो पांच स्कीम कौन सी है।

Scheme for Farmers

1. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, केंद्र सरकार द्वारा 2018 में शुरू की गई थी। इस स्कीम के अंतर्गत किसान को तीन किस्तों 6000 रुपये प्रति वर्ष मिलते हैं। यह सहायता राशि सीधे उनके बैंक अकाउंट में आती है। हर 4 महीने में किसानों को 2000 रुपये मिलते हैं। इस स्कीम के अंतर्गत केंद्र सरकार द्वारा 8 किश्तें जारी की जा चुकी है और अब किसानों 9वीं किश्त जल्द ही मिलनें की उम्मीद है। इस स्कीम के माध्यम से किसानों को आर्थिक स्थिति सुधारनें में काफी सहायता मिलती है। इस योजना के तहत अब तक किसानों को 11 किस्तों में पैसे मिल चुके हैं। अब 12वीं किस्त की राशि 17 अक्टूबर को किसानों के अकाउंट में ट्रांसफर किए जाएंगे।

2. बारिश, तूफान और प्राकृतिक आपदाओं के कारण किसानों की खेतों में खड़ी फसल बर्बाद हो जाती है। इस तरह के भारी नुकसान के कारण किसानों को मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इस स्थिति से उबारने के लिए केंद्र सरकार ने फरवरी 2016 में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरुआत की थी। इस योजना के तहत बुआई के पहले से और फसल की कटाई के बाद तक के लिए फसल बीमा सुरक्षा मिलती है। फसल बीमा योजना में रबी, खरीफ की फसल के साथ-साथ कारोबारी और बागबानी फसलें भी शामिल हैं। इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसान को खरीफ फसलों के लिए 2 प्रतिशत और रबी फसलों के लिए 1.5 प्रतिशत का प्रीमियम भुगतान करना होता है।

3. किसान क्रेडिट कार्ड योजना की शुरुआत वर्ष 1998 में हुई थी। इससे किसानों को कम ब्याज दर पर लोन आसानी से मिल जाता है। लोन की राशि से किसान खेती के लिए बीज, कीटनाशक और अन्य कृषि सामग्री खरीद सकते हैं। खास बात है कि अगर किसान इस योजना के तहत लिए लोन को एक साल के अंदर चुका देते हैं तो उन्हें ब्याज दर में 3 फीसदी की छूट मिलती है।

4. खेती के जरिए देश का पेट पालने वाले किसानों को वृद्धावस्था में केंद्र की मोदी सरकार ने पेंशन की सौगात दी है। इस स्कीम के तहत रिटायरमेंट के बाद नौकरीपेशा लोगों की तरह किसानों को 60 साल की आयु पूरी करने के बाद न्यूनतम 3000 रुपये माह पेंशन दी जाती है। हालांकि, इस योजना का लाभ उठाने के लिए किसानों को 55 रुपए से लेकर 200 रुपये तक प्रतिमाह 60 वर्ष की आयु तक जमा करना होता है। 60 वर्ष की आयु पूरी करने के बाद उन्हें पेंशन मिलनी शुरू हो जाती है।

5. ग्रामीण भारत में कृषि और पशुपालन किसानों की आय का मुख्य जरिया है। मवेशियों की अचानक मौत हो जाने पर किसानों को आर्थिक नुकसान होता है और इसकी भरपाई के लिए पशुधन बीमा योजना लाई गई है। इस स्कीम के तहत दुधारू मवेशियों और भैंसों का बीमा किया जाता है। बीमाधन उनके अधिकतम वर्तमान बाजार मूल्य पर होता है। इस योजना में इंश्योरेंस का 50 प्रतिशत प्रीमियम केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाता है। बीमा अवधि में अगर कोई किसान अपने पशुओं को बेच देता है और बीमा पॉलिसी समाप्त न हुई हो तो पॉलिसी की शेष अवधि का लाभ नये किसान या स्वामी को मिलता है।

इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए किसान अपने क्षेत्र के किसान सहायता केंद्र, जिला कृषि अधिकारी या जिलाधिकारी कार्यालय में संपर्क करके विस्तार से जानकारी हासिल कर सकते हैं।

अगली खबर पढ़ें

JAMSHEDPUR NEWS: कालेज में टीचर ने उतरवाए कपड़े तो छात्रा ने लगाई खुद को आग

Jamshedpur
JAMSHEDPUR NEWS: टीचर ने उतरवाए कपड़े तो छात्रा ने लगाई खुद को आग
locationभारत
userचेतना मंच
calendar15 Oct 2022 04:36 PM
bookmark

JAMSHEDPUR NEWS: परीक्षा के दौरान नकल करने के शक में एक छात्रा के कपड़े उतरवाए गए। जिससे शर्मिंदा छात्रा ने अपने घर पहुंचकर खुद को आग के हवाले कर दिया। 80 प्रतिशत तक झुलस चुकी छात्रा को उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस घटना के बाद से जमशेदपुर में आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कार्रवाई की मांग मुखर हो रही है।

JAMSHEDPUR NEWS

जमशेदपुर के साकची थाना क्षेत्र के शारदामणि गर्ल्स हाईस्कूल की 9वीं क्लास की एक छात्रा परीक्षा के बाद घर पहुंची और खुद को आग लगाकर आत्महत्या की कोशिश की। आरोप है कि स्कूल में परीक्षा के दौरान एक शिक्षिका ने नकल के शक में छात्रा के कपड़े उतरवाए थे। मामला छायानगर बस्ती का है, जहां शुक्रवार की शाम 5 बजे छात्रा ने खुद को आग लगाई। आग से झुलसी छात्रा को गंभीर स्थिति में एमजीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां से उसे टीएमएच रेफर कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, छात्रा के शरीर का 80 प्रतिशत हिस्सा झुलस गया है और उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।

इस घटना से नाराज परिजन और बस्तीवासियों ने टीएमएच पहुंचकर हंगामा किया। इस दौरान उन्होंने शिक्षिका पर कार्रवाई की मांग की। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस ने टीएमएच पहुंचकर छात्रा का बयान लिया है। अपने बयान में उसने कहा कि क्लास में मैडम ने सभी के सामने कपड़े उतरवाए और पिटाई की, जिससे आहत होकर उसने खुद को आग लगाई। छात्रा ने कहा कि वह परीक्षा में नकल नहीं कर रही थी।

वहीं स्कूल प्रिंसिपल ने कहा कि मुझे जानकारी मिली थी कि छात्रा नकल कर रही थी। उसको इस दौरान सिर्फ इतना ही कहा था कि ये सब नहीं करना है। प्रिंसिपल ने कहा कि छात्रा के कपड़े नहीं उतरवाए गए हैं, इसकी जानकारी मुझे नहीं है।

घटना के बाद से परिवार में कोहराम मचा हुआ है। इस सबंध में छात्रा के परिजनों ने बताया कि बच्ची शारदा मनी स्कूल में कक्षा 9 में पढ़ाई कर रही है। शुक्रवार की दोपहर छात्रा परीक्षा देने स्कूल गई थी। इसी दौरान शिक्षिका को छात्रा पर चीटिंग करने का शक हुआ। इस पर शिक्षिका छात्रा को दूसरे कमरे में ले गई और वहां उसके कपड़े उतरवाकर उसकी जांच की, जिससे छात्रा को काफी ग्लानि हुई। गुमसुम अवस्था में छात्रा परीक्षा के बाद शाम को घर लौटी और घर में पहुंचकर स्कूल ड्रेस पहने हुए खुद पर किरासन तेल छिड़ककर अपने बदन में आग लगा ली। परिजनों ने बताया कि उसके कपड़े उतरवाए जाने की जानकारी छात्रा की सहेली ने दी थी।

परिजनों ने शिक्षिका चंद्रा मैडम पर आरोप लगाया है कि उसकी वजह से उनकी बेटी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही है। घटना को लेकर आसपास के लोगों में नाराजगी है। लोगों में शिक्षिका के खिलाफ आक्रोश है। फिलहाल मामले की सूचना सीतारामडेरा थाना पुलिस को दे दी गई है।

अगली खबर पढ़ें

APJ Abdul Kalam- आज मिसाइल मैन अब्दुल कलाम का जन्मदिन, इस खास मौके पर हर साल मनाया जाता है स्टूडेंट डे

Picsart 22 10 15 10 27 57 554
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 04:31 AM
bookmark
APJ Abdul Kalam Birth Anniversary- अब्दुल कलाम एक ऐसा नाम है जो आज भले ही दुनिया में नहीं है, लेकिन सबके दिलों में आज भी जिंदा है। फिर चाहे कोई भारतीय हो या कोई विदेशी हर किसी के लिए अब्दुल कलाम एक मिसाल हैं। इनकी सादगी और इनकी पर्सनालिटी सब कुछ इन्हें एकदम अलग बनाती है। आइये जानते हैं इनके बारे मे। अब्दुल कलाम (APJ Abdul Kalam) का जन्म 15 अक्टूबर को हुआ था। ये भारत के 11वें राष्ट्रपति थे। अब्दुल कलाम की हर एक बात हमें कोई न कोई सीख देती है, मगर एक सबसे बड़ी बात जो हमें इनसे सीखनी चाहिए वो है इनकी सादगी, इनकी सिम्पलीसिटी। इतनी बड़ी हस्ती होने के बाद भी ये एक साधारण व्यक्ति थे। इतने नर्म, इतने खुशमिजाज, सच में ऐसे व्यक्तित्व की क्या ही तारीफ की जाए। अब्दुल कलाम आध्यात्मिक बातों में ज्यादा विश्वास किया करते थे और धार्मिक थोड़ा कम ही थे।

संघर्षों से भरा हुआ बचपन-

उनका बचपन बहुत ही संघर्षपूर्ण रहा। तमिलनाडु के रामेश्वरम में उनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 में हुआ था। उनके पिता तीर्थ यात्रियों को नाव से यात्रा कराते थे। फिर उनके पिता का ये व्यवसाय भी खो गया और आर्थिक संकटों से जुझना पड़ा। ऐसे में डॉ. कलाम ने घर की आर्थिक स्थिति को सही करने के लिए और घर संभालने के लिए अखबार बेचने का काम किया। बचपन से ही वो जिज्ञासु थे और नई-नई चीजों को सीखने की, उन्हें जानने की रुचि रखते थे। शिक्षक से मिली सीख उस समय हर तरफ भेदभाव चल रहा था, इसके बावजूद डॉ. कलाम हर धर्म के प्रति प्रेमभाव रखते थे। उनके विज्ञान के शिक्षक थे शिवसुब्रमन्यम अय्यर। ये ब्राह्मण थे लेकिन फिर भी हर धर्म के प्रति आदर भाव रखते थे। उन्हीं से कलाम ने हर धर्म को समान दृष्टि से देखना सीखा। वो कलाम से कहते थे कि, 'वो चाहते हैं कि वो अपना ऐसा विकास करें कि वो बड़े शहरों के शिक्षित लोगों के बीच में बैठ सकें।'

डॉ. कलाम के जन्मदिन के दिन मनाया जाता है वर्ल्ड स्टूडेंट डे-

डॉ. कलाम सभी स्टूडेंट के लिए इंस्पिरेशन हैं। उनकी पर्सनालिटी बच्चों को कुछ बड़ा करने के लिए और सक्सेसफुल होने के लिए प्रेरित करती है। जब अब्दुल कलाम राष्ट्रपति (APJ Abdul Kalam) पद से हटे तो वो आईआईएम शिलांग, आईआईएम इंदौर और आईआईएम अहमदाबाद में विजिटिंग फैकल्टी बने। उन्होंने अपनी अंतिम सांस तक बच्चों के लिए काम किया। डॉ. कलाम का मानना था कि किसी भी देश का भविष्य स्टूडेंट्स ही हैं। उन्होंने हमेशा बच्चों को प्रोत्साहित किया इसीलिए उनके जन्मदिन के दिन ही वर्ल्ड स्टूडेंट डे मनाया जाता है।
Birth Anniversary : ‘सिंहासन खाली करो, जनता आती है’ के नारे ने जेपी को बना दिया लोकनायक