उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा सर्राफा बाजार : मेरठ, जहां सोने-चांदी के बिस्कुट से लेकर बिछुआ तक मिलेगा

उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा सर्राफा बाजार : मेरठ, जहां सोने-चांदी के बिस्कुट से लेकर बिछुआ तक मिलेगा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar13 Sep 2025 06:16 PM
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उत्तर प्रदेश में सोने-चांदी की चमक कभी कम नहीं होती। उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे भारत में शादी-ब्याह, त्योहार या किसी मांगलिक अवसर पर भारतीय समाज में सोने की खरीदारी एक अनिवार्य परंपरा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले का सर्राफा बाजार व्यापार और खरीदारों के लिए सबसे बड़ा केंद्र बन गया है। UP News :

मेरठ का सर्राफा बाजार: शुद्ध सोने और चांदी का केंद्र

मेरठ के सरार्फा बाजार में थोक और खुदरा दोनों तरह का सोना-चांदी का व्यापार होता है। यहां यूपी, दिल्ली और राजस्थान से व्यापारी और ग्राहक खरीददारी के लिए पहुंचते हैं। यह बाजार सिर्फ आभूषणों तक सीमित नहीं, बल्कि सोने-चांदी के बुलियन, बार और बिस्कुट के लिए भी जाना जाता है।

हस्तनिर्मित और मशीन निर्मित आभूषणों की विविधता

मेरठ में हस्तनिर्मित आभूषण अपनी बारीक नक्काशी और अनूठी डिजाइन के लिए प्रसिद्ध हैं। यहां बंगाल के कारीगरों की कला से बने आभूषणों की मांग बहुत है। वहीं, मशीनों से तैयार किए गए आधुनिक डिजाइन वाले आभूषण भी कम कीमत और आकर्षक डिजाइन के कारण पूरे उत्तर भारत में लोकप्रिय हैं।

यहां मिलेगा सब कुछ

* सोने और चांदी के पारंपरिक और आधुनिक आभूषण * हीरे और अन्य कीमती पत्थरों से जड़े आभूषण * हस्तनिर्मित चांदी के बर्तन और सजावटी सामान

कानपुर का भी ऐतिहासिक सर्राफा बाजार

यूपी में कानपुर के नयागंज और बिरहाना रोड स्थित सर्राफा बाजार भी काफी प्रसिद्ध है। इसका इतिहास लगभग 125 साल पुराना है और इसे उत्तर भारत का प्रमुख सर्राफा बाजार माना जाता है। यहां से नेपाल तक सोने-चांदी की बड़ी खेप जाती थी। मेरठ और कानपुर के सर्राफा बाजार यूपी के सोने-चांदी के व्यापार का दिल है। शादियों, त्योहारों और मांगलिक अवसरों के लिए यहां हर प्रकार के आभूषण और बर्तन आसानी से उपलब्ध हैं, जो इसे पूरे उत्तर भारत में सबसे बड़ा और पसंदीदा सर्राफा बाजार बनाते हैं। UP News
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इन शहरों के बीच सफर होगा आसान, एक महीने में सुपरफास्ट बनकर तैयार होगा यह एक्सप्रेसवे

इन शहरों के बीच सफर होगा आसान, एक महीने में सुपरफास्ट बनकर तैयार होगा यह एक्सप्रेसवे
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userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 10:07 PM
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उत्तर प्रदेश में गंगा एक्सप्रेसवे को लेकर बड़ी अपडेट सामने आई है। अमरोहा जिले के हसनपुर तहसील क्षेत्र में 23.60 किमी लंबे एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो गया है। उत्तर प्रदेश के इस हाईवे का सिर्फ अंतिम फिनिशिंग का काम बाकी है, जिसे अगले एक महीने में पूरा कर लिया जाएगा। इसके बाद उत्तर प्रदेश के इस हाईवे पर गाड़ियां फर्राटे भरते हुए चल सकेंगी। इसके निर्माण कार्य के पूरा होते ही उत्तर प्रदेश के मेरठ से प्रयागराज तक सफर तेज और सुगम हो जाएगा। UP News :

बरसात की वजह से रुका था कुछ काम

सूत्रों के मुताबिक, 12 अक्टूबर 2025 तक हसनपुर सेक्शन में सड़क, लाइटिंग, जल निकासी पाइपलाइन और ओवरब्रिज का काम पूरी तरह तैयार हो जाएगा। मंगरौला में हसनपुर-रहरा मार्ग पर टी प्वाइंट और चार टोल बूथ भी बनकर तैयार हैं। गंगा पर पाइंदापुर पुल का निर्माण भी पूरा हो चुका है। अधिकारियों का कहना है कि बरसात की वजह से कुछ काम रुका था, लेकिन नवंबर तक पूरा एक्सप्रेसवे चालू होने की उम्मीद है। इससे मेरठ से प्रयागराज तक 594 किमी का सफर पहले से कहीं अधिक आसान और तेज हो जाएगा।

हाईवे के निर्माण से प्रयागराज सहित आसपास के लोगों का यात्रा होगा सुगम

इस हाईवे से न केवल अमरोहा और प्रयागराज के लोग आसानी से यात्रा कर सकेंगे, बल्कि प्रयागराज और आसपास के जिलों के भक्त ऐतिहासिक तिगरी मेला जैसे धार्मिक स्थलों तक भी आसानी से पहुंच सकेंगे। वहीं, औद्योगिक ग्रीन गलियारा की स्थापना के लिए हसनपुर के आसपास जमीन खरीदने का काम अभी चल रहा है। मंगरौला, दौलतपुर कला और रूस्तमपुर खादर में लगभग 2200 बीघा जमीन खरीदी जाएगी, जिसमें अब तक करीब 60 प्रतिशत ही प्रक्रिया पूरी हो पाई है। गंगा एक्सप्रेसवे के पूरी तरह चालू होने के बाद न सिर्फ आवागमन आसान होगा, बल्कि औद्योगिक और आर्थिक गतिविधियों को भी नई गति मिलेगी। UP News
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उत्तर प्रदेश के इस शहर में भाजपा नेता को धमकाया, झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश : एसआइटी जांच में जुटी

उत्तर प्रदेश के इस शहर में भाजपा नेता को धमकाया, झूठे मुकदमे में फंसाने की कोशिश : एसआइटी जांच में जुटी
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userचेतना मंच
calendar27 Nov 2025 08:47 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के कानपुर में भाजपा नेता और अधिवक्ता मनोज सिंह ने अखिलेश दुबे और उसके गिरोह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि प्लाट विवाद के कारण अखिलेश और उसके साथी उन्हें जान से मारने की धमकी दे रहे हैं और झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। उत्तर प्रदेश में हुए इस मामले की जांच अब विशेष जांच दल (एसआइटी) को सौंपी गई है।

मनोज के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने का मुकदमा दर्ज

मनोज सिंह का आरोप है कि साल 2021 में रतनलाल नगर में खरीदा गया उनका प्लाट विवाद का कारण बन गया। प्लाट के पूर्व मालिक के बेटे विपिन बजाज और उसकी पत्नी रितिका ने मनोज के खिलाफ झूठे मुकदमे दर्ज करवाए। साल 2023 में अखिलेश दुबे के निर्देश पर गोविंद नगर थाने में मनोज के खिलाफ धोखाधड़ी और कूटरचित दस्तावेज बनाने का मुकदमा दर्ज कराया गया।

जांच में पर्याप्त सबूत न मिलने के कारण पुलिस ने मामला बंद किया

हालांकि, जांच में पर्याप्त सबूत न मिलने के कारण पुलिस ने मामला बंद कर दिया, लेकिन धमकियां लगातार जारी रहीं। 22 अप्रैल 2025 को कचहरी परिसर में टोनू यादव और दीनू उपाध्याय के माध्यम से मनोज को धमकी दी गई कि यदि प्लाट विपिन के नाम नहीं किया गया तो जेल से बाहर आना मुश्किल होगा।

एसआईटी अब इस मामले की जांच कर रही

मामले ने मीडिया और प्रशासन को भी सतर्क कर दिया है। अदालत में पेशी के दौरान अखिलेश दुबे ने पत्रकारों को धमकाते हुए कहा, इनका तमाशा बंद करो। एक-एक की पहचान कर रहा हूं। पुलिस ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए खुफिया इकाई से रिपोर्ट तलब की है। एसआईटी अब इस मामले की तह तक जाकर जांच कर रही है, ताकि भाजपा नेता मनोज सिंह को धमकाने और झूठे मुकदमों की साजिश के पीछे के अपराधियों पर कानूनी कार्रवाई की जा सके। UP News