हवा का जहर: कैसे वायु प्रदूषण ने छीन ली करोड़ों जिंदगियां?

हवा का जहर: कैसे वायु प्रदूषण ने छीन ली करोड़ों जिंदगियां?
locationभारत
userचेतना मंच
calendar23 Oct 2025 09:48 AM
bookmark

दिल्ली-एनसीआर का आसमान इन दिनों किसी गैस चेंबर में बदल गया है। हवा में धूल, धुआं और ज़हर का ऐसा घना परदा फैला है कि सूरज भी धुंध के पीछे धुंधला पड़ गया है। सड़क पर निकलते हर शख्स के लिए सांस लेना एक चुनौती बन गया है। दुनिया भर में यही जहरीली हवा अब मौत की सबसे बड़ी वजह बन गई है। ‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर 2023’ रिपोर्ट के ताज़ा आंकड़े बताते हैं कि सिर्फ साल 2023 में करीब 79 लाख लोगों ने वायु प्रदूषण के चलते अपनी जान गंवाई।    Air Pollution

यह आंकड़ा इतना भयावह है कि अब यह कैंसर जैसी घातक बीमारी के बराबर खड़ा दिखता है  जिसने 2022 में दुनिया से 97 लाख जिंदगियां छीन ली थीं। रिपोर्ट तैयार करने वाली अमेरिकी संस्था हेल्थ इफेक्ट्स इंस्टिट्यूट (HEI) के अनुसार, भारत की स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है। साल 2000 में जहां 14 लाख मौतें वायु प्रदूषण से दर्ज हुई थीं, वहीं 2023 में यह संख्या 20 लाख पार कर गई।    Air Pollution

भारत में मौत की सबसे बड़ी वजह बना वायु प्रदूषण

आंकड़े बताते हैं कि भारत में वायु प्रदूषण अब मौत का सबसे बड़ा कारण बन चुका है। साल 2000 में जहां इससे 14 लाख लोगों की मौत हुई थी, वहीं 2023 तक यह संख्या 20 लाख तक पहुँच गई। यानी अब हवा ही हमारे स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़ा खतरा बन गई है, जिसने ब्लड प्रेशर और अस्वस्थ खानपान जैसी पारंपरिक समस्याओं को भी पीछे छोड़ दिया है। विशेष बात यह है कि देश में हर चार में से तीन लोग ऐसे इलाकों में रहते हैं, जहां हवा में मौजूद PM2.5 जैसे सूक्ष्म कण WHO के तय मानकों से कहीं अधिक हैं। यही वजह है कि भारत में वायु प्रदूषण से होने वाली मौतों में करीब 89% का संबंध दिल की बीमारियों, फेफड़ों की समस्याओं, डायबिटीज़ और डिमेंशिया जैसे गैर-संचारी रोगों (NCDs) से है।

बाहर की हवा से बढ़ा खतरा

विशेषज्ञों का कहना है कि पहले भारत में ज़्यादातर स्वास्थ्य समस्याएं घरेलू प्रदूषण - जैसे लकड़ी, कोयले या मिट्टी के तेल से रसोई में उठने वाले धुएं के कारण होती थीं। लेकिन अब सरकार की स्वच्छ ऊर्जा योजनाओं के लागू होने से रसोई में धुएं की समस्या काफी हद तक कम हो गई है। हालांकि, चिंता की बात यह है कि अब बाहरी हवा यानी एंबिएंट एयर पॉल्यूशन लगातार अधिक खतरनाक हो रही है और इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़ रही है। HEI की वरिष्ठ वैज्ञानिक पल्लवी पंत के मुताबिक, “असुरक्षित पानी और गंदगी से होने वाली बीमारियां धीरे-धीरे घट रही हैं, लेकिन अब खराब हवा नई और गंभीर बीमारियों को जन्म दे रही है। 2000 से 2023 के बीच हवा में मौजूद PM2.5 और ओज़ोन गैस का स्तर खतरनाक रूप से बढ़ा है, जिससे स्वास्थ्य पर असर और गंभीर हो गया है।

डिमेंशिया और कैंसर जैसी नई बीमारियों से जुड़ता जा रहा है प्रदूषण

रिपोर्ट में यह भी सामने आया है कि वायु प्रदूषण और डिमेंशिया (याददाश्त खोने की बीमारी) के बीच गहरा और चिंताजनक संबंध है। केवल साल 2023 में ही 6.25 लाख लोगों की मौत डिमेंशिया के कारण हुई, जो सीधे खराब हवा से जुड़ी थी। इसके अलावा, लगभग 1.2 करोड़ लोगों के स्वस्थ जीवन वर्ष (Healthy Life Years) भी वायु प्रदूषण के चलते प्रभावित हुए। HEI की वरिष्ठ वैज्ञानिक पल्लवी पंत के मुताबिक, “खराब हवा अब अरबों लोगों के स्वास्थ्य पर भारी पड़ रही है, विशेषकर एशिया और अफ्रीका में। हालांकि कई देशों में हवा की निगरानी, कड़े कानून और प्रदूषण कम करने के उपाय लागू किए जा रहे हैं, जिससे कुछ हद तक सुधार दिखाई दे रहा है।

यह भी पढ़े: दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल पर छठ महापर्व को लेकर बढ़ी भीड़

वायु प्रदूषण है वैश्विक स्वास्थ्य आपदा

संयुक्त राष्ट्र ने वायु प्रदूषण को पहले ही विश्व के पांच सबसे बड़े स्वास्थ्य खतरों में शामिल कर दिया है। इसके साथ ही सूची में तंबाकू, अस्वस्थ आहार, शारीरिक निष्क्रियता और शराब का सेवन भी हैं। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने भी इसे अपनी नीतियों में प्राथमिकता देकर वैश्विक स्तर पर इस चुनौती पर ध्यान केंद्रित किया है। NCD एलायंस की नीति निदेशक एलिसन कॉक्स का कहना है, “यदि सरकारें वायु प्रदूषण और गैर-संचारी रोगों (NCDs) के खिलाफ समानांतर कदम उठाएं, तो इसका लाभ केवल लोगों की सेहत तक सीमित नहीं रहेगा। यह जलवायु की सुरक्षा और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए भी एक बड़ा अवसर साबित होगा। ऐसे प्रयासों से न केवल जीवन बचेंगे, बल्कि समग्र विकास की राह भी खुल जाएगी।    Air Pollution

कैसे तैयार हुई यह रिपोर्ट

‘स्टेट ऑफ ग्लोबल एयर’ रिपोर्ट तैयार करने के लिए वैज्ञानिकों ने हवा की गुणवत्ता का डेटा जमीन पर लगे सेंसर, उपग्रहों और एडवांस्ड वैज्ञानिक मॉडलों के माध्यम से इकट्ठा किया। वहीं, घरेलू प्रदूषण से जुड़ी जानकारी WHO और अन्य राष्ट्रीय-वैश्विक सर्वेक्षणों से जुटाई गई। इन सभी आंकड़ों को मिलाकर शोधकर्ताओं ने यह निष्कर्ष निकाला कि वायु प्रदूषण न केवल हमारी सेहत पर बल्कि जीवन प्रत्याशा पर भी गहरा असर डाल रहा है। यानी यह सिर्फ पर्यावरण की समस्या नहीं, बल्कि एक मानव जीवन पर छाया लंबा-साया संकट बन चुका है।    Air Pollution

अगली खबर पढ़ें

मुंबई के बोरीवली के गोराई इलाके में भीषण आग, एक महिला की मौत

मुंबई के बोरीवली के गोराई इलाके में भीषण आग, एक महिला की मौत
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:27 PM
bookmark
मुंबई के बोरीवली के गोराई इलाके में एक बड़ी और भीषण आग (fierce fire) ने इलाके में कोहराम मचा दिया। इस आग में एक महिला की मौत हो गई, और काफी संपत्ति जलकर राख हो गई। यह घटना गोराई सेक्टर 2 में स्थित साईं स्मृति सोसाइटी में सुबह के समय घटी। आग लगने की सूचना मिलते ही पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीमें घटनास्थल पर पहुंची। Mumbai News

यह भी पढ़े :  उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में तीन वाहनों की भिड़ंत, कारोबारी के बेटे की मौत

अधिकारियों के अनुसार, आग भूतल पर स्थित एक शेड में लगी थी, जहां लकड़ी के फर्नीचर, कपड़े और अन्य सजावटी सामान जैसे ज्वलनशील वस्तुएं रखी हुई थीं। यह शेड लगभग 15 गुणा 40 फीट का था और इसे गोदाम के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। आग इतनी भीषण (fierce fire) थी कि यह पास के एक ग्राउंड-प्लस-वन इमारत की पहली मंजिल तक फैल गई।

यह भी पढ़े : दिल्ली के आनंद विहार टर्मिनल पर छठ महापर्व को लेकर बढ़ी भीड़

आग पर काबू पाने की मशक्कत

दमकल विभाग ने घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंचकर आग (fierce fire) बुझाने की कोशिश शुरू की। दमकल की 10 से अधिक गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और घंटों की मेहनत के बाद दोपहर 2:02 बजे आग पर पूरी तरह काबू पाया गया। बचाव अभियान के दौरान, दो पुरुषों को सुरक्षित बाहर निकाला गया, लेकिन पहली मंजिल पर एक महिला बाथरूम में फंसी हुई थी।

यह भी पढ़े : गाजियाबाद में दर्दनाक आत्मदाह: पत्नी ने दरवाजा नहीं खोलने पर युवक ने खुद को लगा ली आग, मौत

महिला की मौत

इस भीषण आग (fierce fire) महिला को बचाया गया और तुरंत लोटस अस्पताल भेजा गया, लेकिन वह 50 प्रतिशत जल चुकी थी। अस्पताल के रेजिडेंट मेडिकल ऑफिसर ने उसे भर्ती करने से पहले ही मृत घोषित कर दिया। महिला की पहचान 37 वर्षीय पूजा विनयचंद्र पारेख के रूप में हुई है। पुलिस और फायर विभाग अब आग लगने के कारण की जांच कर रहे हैं।

यह भी पढ़े : Bihar Elections 2025 : अशोक गहलोत ने किया दावा, महागठबंधन की सीटों पर विवाद हल होगा जल्दी

आग (fierce fire) की वजह का पता नहीं चला पाया और इस भयंकर हादसे के कारण क्षेत्र में दहशत का माहौल है। हालांकि, आग लगने की वजह का अभी तक पता नहीं चल सका है, और पुलिस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
अगली खबर पढ़ें

राष्ट्रपति मुर्मू के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में सुरक्षा चूक, अधिकारियों में हड़कंप

राष्ट्रपति मुर्मू के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में सुरक्षा चूक, अधिकारियों में हड़कंप
locationभारत
userचेतना मंच
calendar22 Oct 2025 01:38 PM
bookmark
केरल में बुधवार (22 अक्टूबर) को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) की सुरक्षा में बड़ी चूक का मामला सामने आया। राष्ट्रपति को सबरीमाला यात्रा पर ले जाने के लिए एक हेलीकॉप्टर को हेलीपैड पर लैंड करना था, लेकिन हेलीकॉप्टर के पहिए हेलीपैड पर धंस गए। इस घटना ने अधिकारियों में हड़कंप मचा दिया और सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

यह भी पढ़े : सीएम रेखा गुप्ता ने किया प्रदूषण नियंत्रण के लिए छठ पूजा की तैयारियों पर जोर

सूत्रों के अनुसार, सबरीमाला में राष्ट्रपति मुर्मू (President Draupadi Murmu) के हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के लिए हेलीपैड का निर्माण अंतिम समय में किया गया था। हेलीपैड पर कॉन्क्रीट का काम मंगलवार (21 अक्टूबर) शाम को ही शुरू हुआ और बुधवार सुबह तक इसे पूरा करने का प्रयास किया गया। लेकिन, निर्माण कार्य पूरा होने से पहले ही हेलीकॉप्टर को लैंड करने का निर्णय लिया गया, जिससे स्थिति गंभीर हो गई। राज्य खुफिया विभाग ने पहले ही चेतावनी दी थी कि हेलीपैड पर कॉन्क्रीट पूरी तरह से सूखा नहीं है और हेलीकॉप्टर की लैंडिंग में परेशानी हो सकती है, लेकिन इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया गया। इसके परिणामस्वरूप, हेलीकॉप्टर के पहिए हेलीपैड पर धंस गए और उसे निकालने के लिए पुलिस और फायर डिपार्टमेंट की टीम को मौके पर भेजा गया।

यह भी पढ़े : महाराष्ट्र गठबंधन पर बुरा असर, उद्धव ठाकरे से कांग्रेस की नाराजगी बढ़ी

इस घटना के बाद पुलिस और फायर डिपार्टमेंट के कर्मियों ने कड़ी मेहनत की और काफी प्रयासों के बाद हेलीकॉप्टर को हेलीपैड से बाहर निकाला। यह स्थिति तब बनी जब सुबह तक यह साफ नहीं था कि राष्ट्रपति (President Draupadi Murmu) की यात्रा सड़क मार्ग से होगी या हवाई मार्ग से। राष्ट्रपति सचिवालय ने तिरुवनंतपुरम से पंपा तक सड़क मार्ग की संभावना पर विचार किया था, जिससे पुलिस को सड़क पर तैनात किया गया था।

यह भी पढ़े : Bihar Elections 2025 : सम्राट चौधरी के राजनीतिक संघर्ष ने बिहार भाजपा में बवंडर मचा

राष्ट्रपति मुर्मू की यात्रा और मंदिर में पूजा

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Draupadi Murmu) , जो सबरीमाला के भगवान अयप्पा मंदिर में पूजा-अर्चना करने वाली पहली महिला राष्ट्राध्यक्ष बनेंगी, ने पंबा से सन्निधानम तक की यात्रा करनी थी। इस यात्रा के दौरान उन्हें मंदिर में पूजा करने का अवसर मिला, लेकिन इस घटनाक्रम ने उनके सुरक्षा घेरे में गंभीर सवाल खड़े किए हैं। राष्ट्रपति (President Draupadi Murmu) की यात्रा के दौरान सुरक्षा व्यवस्था में चूक के मामले ने राज्य और केंद्रीय अधिकारियों को सोचने पर मजबूर कर दिया है कि इस तरह की घटनाएं आगे न घटित हों।