Lakhimpur Kheri Case: उत्तर प्रदेश सरकार ने आशीष मिश्रा की जमानत याचिका का किया विरोध

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Lakhimpur Kheri Case
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 JAN 2023 00:47 PM
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Lakhimpur Kheri Case: नयी दिल्ली। उत्तर प्रदेश सरकार ने लखीमपुर खीरी हिंसा मामले में आरोपी आशीष मिश्रा की जमानत याचिका का बृहस्पतिवार को विरोध करते हुए उच्चतम न्यायालय में कहा कि यह अपराध घिनौना एवं गंभीर है।

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आपको बता दें कि आशीष मिश्रा केंद्रीय मंत्री अजय कुमार मिश्रा के बेटे हैं। उत्तर प्रदेश की अतिरिक्त महा अधिवक्ता गरिमा प्रसाद ने न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति जेके माहेश्वरी की पीठ से कहा कि अपराध गंभीर है।

उन्होंने कहा कि यह एक गंभीर व घिनौना अपराध है और इससे समाज में गलत संदेश जाएगा।

गौरतलब है कि तीन अक्टूबर 2021 को लखीमपुर खीरी के तिकुनिया में उस समय हुई हिंसा में आठ लोग मारे गए थे, जब किसान क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के तत्कालीन उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के दौरे का विरोध कर रहे थे।

उत्तर प्रदेश पुलिस की प्राथमिकी के अनुसार, एक एसयूवी ने चार किसानों को कुचल दिया था, जिसमें आशीष मिश्रा भी सवार था। घटना से आक्रोशित किसानों ने एसयूवी के चालक और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो कार्यकर्ताओं की कथित तौर पर पीट पीटकर जान ले ली थी। हिंसा में एक पत्रकार भी मारा गया था।

Bageshwar Dham Baba- कौन है बागेश्वर धाम बाबा, क्यों हो रहा है बाबा का विरोध ??

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Bageshwar Dham Baba- कौन है बागेश्वर धाम बाबा, क्यों हो रहा है बाबा का विरोध ??

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locationभारत
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calendar19 JAN 2023 00:40 PM
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Bageshwar Dham Baba- मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री इस समय विवादों के चलते सुर्खियों में छाए हुए हैं। नागपुर में इन पर अंधविश्वास और जादू टोना फैलाने का आरोप लगाया गया है। कौन है ये बागेश्वर धाम के महाराज पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री? क्या वाकई में इस युवा संत के पास है कोई करिश्माई शक्ति? जाने इनके जीवन से जुड़ी कुछ खास बातें -

कौन है बागेश्वर धाम के महाराज जो इन दिनों है सुर्खियों में -

बागेश्वर धाम के महाराज कहे जाने वाले संत धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 1996 में छतरपुर जिले एक छोटे से गांव में हुआ था। इनके पिता का नाम रामकृपाल गर्ग और माता का नाम सरोज है। इनके परिवार में माता-पिता के अलावा एक भाई और एक बहन है। इनके गांव के लोग इन्हें धीरेंद्र गर्ग के रूप में जानते हैं। इनका परिवार बेहद गरीब था, और इनके पिता पुरोहित गिरी करके अपने परिवार का पालन पोषण करते थे। बचपन से ही चंचल, चतुर और हठीले स्वभाव के धीरेंद्र ने गांव के ही सरकारी स्कूल से अपनी प्राथमिक शिक्षा पूरी की। धीरेंद्र जब थोड़े बड़े हुए तब उन्होंने कथा कहने की शुरुआत की। शुरुआत में गांव के लोगों के बीच ही यह कथा कहते थे और गांव वाले बड़े चाव से इनकी कथा सुना करते थे। धीरे-धीरे कथा कहने में इनको इतना आनंद आने लगा कि आस-पास के गांव में भी इनकी ख्याति फैलने लगी। साल 2009 में पहली बार बगल के गांव में जाकर इन्होंने भागवत कथा सुनाई। धीरे-धीरे आसपास के गांव के लोग भागवत कथा के आयोजन में इन्हीं से कथा सुनने लगे। इसके बाद गढ़ा गांव में स्थित शिवजी के प्राचीन मंदिर जो बागेश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है, और जिस में शिव जी का ज्योतिर्लिंग है, उस मंदिर को इन्होंने अपना स्थान बनाया और साल 2016 में गांव वालों के सहयोग से एक विशाल यज्ञ का आयोजन करवाया। इस यज्ञ के दौरान मंदिर में श्री बालाजी महाराज की मूर्ति की भी स्थापना की गई। इसके बाद से ही यह स्थान बागेश्वर धाम के नाम से मशहूर हो गया और लोग यहां दर्शन के लिए आने लगे। इस स्थान पर कई बार धीरेंद्र ने भागवत कथा का आयोजन किया जिसमें आसपास के जिलों से भी धर्म प्रेमी आकर जुड़ने लगे। और इस तरह से इनके धार्मिक ज्ञान और कथा की शैली से इनके भक्तों की संख्या बढ़ने लगी।

विवादों में घिर गए हैं बागेश्वर धाम बाबा (Bageshwar Dham Baba) -

बेहद कम उम्र में धर्म के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने वाले बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shashtri) पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने और जादू टोना व टोटको को फैलाने का आरोप लगा है। पिछले दिनों जब नागपुर में इनका कार्यक्रम था उस दौरान जादू टोना विरोधी प्रचार प्रसार समिति के श्याम मानव ने इन्हें चुनौती दी थी। श्याम मानव ने कहा धीरेंद्र शास्त्री धर्म के नाम पर जादू टोना करते हैं और अंधविश्वास को बढ़ावा देते हैं। महाराष्ट्र में अंधश्रद्धा उन्मूलन कानून है, जिसके तहत अंधविश्वास फैलाने वालों के खिलाफ कार्यवाही किए जाने का प्रावधान है संस्था ने इसी कानून के तहत धीरेंद्र शास्त्री के खिलाफ कार्यवाही की मांग की है। यहां तक समिति ने धीरेंद्र शास्त्री को 30 लाख रुपए की चुनौती दे डाली कि अगर वे अपने दिव्य दरबार में जिन चमत्कारों का दावा करते हैं, उन्हें मंच पर आकर दिखाएंगे तो उन्हें 30 लाख रूपए दिए जाएंगे। हालांकि धीरेंद्र शास्त्री ने इस चुनौती को स्वीकार नहीं किया। अब बागेश्वर धाम बाबा पर आरोप लगा है कि इसी चुनौती के डर से ये नागपुर से 2 दिन पहले ही चले गए। नागपुर में इनका कार्यक्रम 13 जनवरी तक होना तय था, लेकिन यह 11 जनवरी को ही वहां से वापस चले आए। हालांकि इस आरोप पर बागेश्वर धाम बाबा का कहना है कि उनका कार्यक्रम नागपुर में 5 से 11 जनवरी तक होना तय था, लेकिन स्थानीय स्तर पर 5 से 13 जनवरी का प्रचार कर दिया गया था।

बागेश्वर बाबा ने विरोधियों को रायपुर आ कर परीक्षा लेने की दी चुनौती-

नागपुर में हुए विवाद को लेकर अब बागेश्वर बाबा ने नागपुर के जादू- टोना विरोधी प्रचार-प्रसार समिति को अपनी परीक्षा लेने की चुनौती दी है। नागपुर विवाद पर सफाई देते हुए बाबा ने कहा है कि जिन लोगों ने मुझे चुनौती दी है, मैं उनकी चुनौती स्वीकार करता हूं। मैं 20 और 21 जनवरी को रायपुर में फिर से दिव्य दरबार का आयोजन करूंगा। जिसे देखना हो वो यहां आए और खुद देखें कि ईश्वरीय शक्ति होती है या नहीं।

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NDRF News : प्रधानमंत्री ने एनडीआरएफ के स्थापना दिवस पर दी शुभकामनाएं

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Prime Minister wishes on the foundation day of NDRF
locationभारत
userचेतना मंच
calendar19 JAN 2023 00:37 PM
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नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के 18वें स्थापना दिवस पर लोगों को प्राकृतिक आपदाओं से बचाने और उन्हें सुरक्षित निकालने के लिए मशहूर इस संस्था की सराहना की। उन्होंने कहा कि भारत आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के निर्माण सहित आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने के लिए कई प्रयास कर रहा है।

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उन्होंने एक ट्वीट में कहा कि एनडीआरएफ को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं। वे सबसे चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में लोगों की सहायता करने के लिए सराहनीय प्रयास कर रहे हैं। उनकी बहादुरी सराहनीय है। भारत आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के निर्माण सहित आपदा प्रबंधन तंत्र को मजबूत करने के लिए कई प्रयास कर रहा है।

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हर साल 19 जनवरी को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल का स्थापना दिवस मनाया जाता है। वर्ष 2006 में ‘आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005’ के तहत एनडीआरएफ की स्थापना की गई थी। आपदा या संकट की स्थिति में विशेष प्रतिक्रिया के उद्देश्य से इस बल की स्थापना हुई थी। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें। News uploaded from Noida