अतीक के बाद अब इन माफियाओं का भी चुन चुनकर होगा सफाया, जारी की गई लिस्ट

UP Police Against Mafia : उत्तर प्रदेश में माफिया बदर्स की हत्या के बाद अब यूपी के सीएम आदित्यनाथ के निशाने पर प्रदेश में रह रहे दूसरे माफिया भी आ गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कुल 61 माफियाओं के नामों की एक सूची जारी की है। इस सूची के जारी होने के बाद अब सरकार इनके खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
सरकार ने माफियाओं की जो सूची जारी की है, उनमें न केवल हत्या, अपहरण, लूटपाट करने वाले माफिया शामिल है, बल्कि शराब, अवैध खनन, वन और पशु माफिया के अलावा शिक्षा माफिया भी शामिल हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि प्रदेश के अपराधियों का नेटवर्क खत्म करने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा।
UP Police Against Mafia
लिस्ट में किस-किस का नाम शामिल
इस लिस्ट में माफिया और विधायक रहे मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर ऊधम सिंह, सुनील राठी, सुंदर भाटी, सुभाष ठाकुर, राजन तिवारी गुड्डू सिंह, सुधाकर सिंह बहराइच के गब्बर सिंह, बदन सिंह बद्दो, अजीत चौधरी अक्कू, धर्मेंद्र किरथल, अभिषेक सिंह हनी, निहाल पासी, राजन तिवारी, सुधीर कुमार सिंह, विनोद उपाध्याय आदि का नाम शामिल है।
सपा और बसपा से जुड़े माफिया भी शामिल
लिस्ट में सपा और बसपा से जुड़े माफियाओं के नाम भी शामिल किए गए हैं। इनमें बच्चू यादव, जुगनू वालिया, रिजवान जहीर, दिलीप मिश्रा, अनुपम दुबे, हाजी इकबाल सहारनपुर और लल्लू यादव का नाम शामिल है। इतना ही नहीं त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, सलीम, सोहराब, रुस्तम, बबलू श्रीवास्तव, वलूमेश राय, कुंटू सिंह, सुभाष ठाकुर, संजीव माहेश्वरी जीवा और मुनीर जैसे माफियाओं का नाम भी लिस्ट में शामिल किया गया है।
माफियाओं का अपराधिक इतिहास
मेरठ का नामचीन गैंगस्टर और माफिया योगेश भदौड़ा भी सीएम योगी के निशाने पर है। योगेश पर संगीन अपराधों के 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। वह सिदार्थनगर जेल में बंद है, लेकिन उसका गैंग अब भी बाहर से काम कर रहा है।
खूंखार माना जाने वाला बदन सिंह बद्दो भी यूपी सरकार के टारगेट पर आ गया है। इस नामी अपराधी पर कई राज्यों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती के लिए हत्या के 40 केस दर्ज हैं। वह वर्ष 2019 से फरार है और फिलहाल ढाई लाख का इनामी है।
बागपत जिले का रहने वाला कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल को भी टॉप-61 माफियाओं की सूची में स्थान दिया गया है। उसे यूपी एसटीएफ ने वर्ष 2021 में देहरादून से अरेस्ट किया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी का गिरोह पर कोई असर नहीं पड़ा और वह लगातार वारदातें करता रहा है।
बागपत जेल में बंद रहने के दौरान पूर्वी यूपी के कुख्यात बदमाश मुन्ना बजरंगी की तमंचे से हत्या करने वाले कुख्यात बदमाश सुनील राठी को भी टारगेट लिस्ट में शामिल किया गया है। पश्चिम यूपी में खूंखार बदमाश के रूप में चर्चित सुनील राठी हर सरकार में अपना आपराधिक साम्राज्य बढ़ाने में कामयाब रहा है लेकिन अबकी बार सरकार उसकी इस अपराध कथा को हमेशा के लिए खत्म देना चाहती है।
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सरकार ने माफियाओं की जो सूची जारी की है, उनमें न केवल हत्या, अपहरण, लूटपाट करने वाले माफिया शामिल है, बल्कि शराब, अवैध खनन, वन और पशु माफिया के अलावा शिक्षा माफिया भी शामिल हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि प्रदेश के अपराधियों का नेटवर्क खत्म करने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा।
UP Police Against Mafia
लिस्ट में किस-किस का नाम शामिल
इस लिस्ट में माफिया और विधायक रहे मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर ऊधम सिंह, सुनील राठी, सुंदर भाटी, सुभाष ठाकुर, राजन तिवारी गुड्डू सिंह, सुधाकर सिंह बहराइच के गब्बर सिंह, बदन सिंह बद्दो, अजीत चौधरी अक्कू, धर्मेंद्र किरथल, अभिषेक सिंह हनी, निहाल पासी, राजन तिवारी, सुधीर कुमार सिंह, विनोद उपाध्याय आदि का नाम शामिल है।
सपा और बसपा से जुड़े माफिया भी शामिल
लिस्ट में सपा और बसपा से जुड़े माफियाओं के नाम भी शामिल किए गए हैं। इनमें बच्चू यादव, जुगनू वालिया, रिजवान जहीर, दिलीप मिश्रा, अनुपम दुबे, हाजी इकबाल सहारनपुर और लल्लू यादव का नाम शामिल है। इतना ही नहीं त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, सलीम, सोहराब, रुस्तम, बबलू श्रीवास्तव, वलूमेश राय, कुंटू सिंह, सुभाष ठाकुर, संजीव माहेश्वरी जीवा और मुनीर जैसे माफियाओं का नाम भी लिस्ट में शामिल किया गया है।
माफियाओं का अपराधिक इतिहास
मेरठ का नामचीन गैंगस्टर और माफिया योगेश भदौड़ा भी सीएम योगी के निशाने पर है। योगेश पर संगीन अपराधों के 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। वह सिदार्थनगर जेल में बंद है, लेकिन उसका गैंग अब भी बाहर से काम कर रहा है।
खूंखार माना जाने वाला बदन सिंह बद्दो भी यूपी सरकार के टारगेट पर आ गया है। इस नामी अपराधी पर कई राज्यों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती के लिए हत्या के 40 केस दर्ज हैं। वह वर्ष 2019 से फरार है और फिलहाल ढाई लाख का इनामी है।
बागपत जिले का रहने वाला कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल को भी टॉप-61 माफियाओं की सूची में स्थान दिया गया है। उसे यूपी एसटीएफ ने वर्ष 2021 में देहरादून से अरेस्ट किया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी का गिरोह पर कोई असर नहीं पड़ा और वह लगातार वारदातें करता रहा है।
बागपत जेल में बंद रहने के दौरान पूर्वी यूपी के कुख्यात बदमाश मुन्ना बजरंगी की तमंचे से हत्या करने वाले कुख्यात बदमाश सुनील राठी को भी टारगेट लिस्ट में शामिल किया गया है। पश्चिम यूपी में खूंखार बदमाश के रूप में चर्चित सुनील राठी हर सरकार में अपना आपराधिक साम्राज्य बढ़ाने में कामयाब रहा है लेकिन अबकी बार सरकार उसकी इस अपराध कथा को हमेशा के लिए खत्म देना चाहती है।







