अतीक के बाद अब इन माफियाओं का भी चुन चुनकर होगा सफाया, जारी की गई लिस्ट

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UP Police Against Mafia
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 11:45 PM
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UP Police Against Mafia : उत्तर प्रदेश में माफिया बदर्स की हत्या के बाद अब यूपी के सीएम आदित्यनाथ के निशाने पर प्रदेश में रह रहे दूसरे माफिया भी आ गए हैं। योगी आदित्यनाथ ने कुल 61 माफियाओं के नामों की एक सूची जारी की है। इस सूची के जारी होने के बाद अब सरकार इनके खिलाफ एक विशेष अभियान चलाया जा रहा है।

सरकार ने माफियाओं की जो सूची जारी की है, उनमें न केवल हत्या, अपहरण, लूटपाट करने वाले माफिया शामिल है, बल्कि शराब, अवैध खनन, वन और पशु माफिया के अलावा शिक्षा माफिया भी शामिल हैं। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार का कहना है कि प्रदेश के अपराधियों का नेटवर्क खत्म करने के लिए व्यापक अभियान शुरू किया जाएगा।

UP Police Against Mafia

लिस्ट में किस-किस का नाम शामिल

इस लिस्ट में माफिया और विधायक रहे मुख्तार अंसारी, बृजेश सिंह, पश्चिमी यूपी के गैंगस्टर ऊधम सिंह, सुनील राठी, सुंदर भाटी, सुभाष ठाकुर, राजन तिवारी गुड्डू सिंह, सुधाकर सिंह बहराइच के गब्बर सिंह, बदन सिंह बद्दो, अजीत चौधरी अक्कू, धर्मेंद्र किरथल, अभिषेक सिंह हनी, निहाल पासी, राजन तिवारी, सुधीर कुमार सिंह, विनोद उपाध्याय आदि का नाम शामिल है।

सपा और बसपा से जुड़े माफिया भी शामिल

लिस्ट में सपा और बसपा से जुड़े माफियाओं के नाम भी शामिल किए गए हैं। इनमें बच्चू यादव, जुगनू वालिया, रिजवान जहीर, दिलीप मिश्रा, अनुपम दुबे, हाजी इकबाल सहारनपुर और लल्लू यादव का नाम शामिल है। इतना ही नहीं त्रिभुवन सिंह, खान मुबारक, सलीम, सोहराब, रुस्तम, बबलू श्रीवास्तव, वलूमेश राय, कुंटू सिंह, सुभाष ठाकुर, संजीव माहेश्वरी जीवा और मुनीर जैसे माफियाओं का नाम भी लिस्ट में शामिल किया गया है।

माफियाओं का अपराधिक इतिहास

मेरठ का नामचीन गैंगस्टर और माफिया योगेश भदौड़ा भी सीएम योगी के निशाने पर है। योगेश पर संगीन अपराधों के 40 से ज्यादा केस दर्ज हैं। वह सिदार्थनगर जेल में बंद है, लेकिन उसका गैंग अब भी बाहर से काम कर रहा है।

खूंखार माना जाने वाला बदन सिंह बद्दो भी यूपी सरकार के टारगेट पर आ गया है। इस नामी अपराधी पर कई राज्यों में हत्या, लूट, डकैती, फिरौती के लिए हत्या के 40 केस दर्ज हैं। वह वर्ष 2019 से फरार है और फिलहाल ढाई लाख का इनामी है।

बागपत जिले का रहने वाला कुख्यात बदमाश धर्मेंद्र किरठल को भी टॉप-61 माफियाओं की सूची में स्थान दिया गया है। उसे यूपी एसटीएफ ने वर्ष 2021 में देहरादून से अरेस्ट किया था लेकिन उसकी गिरफ्तारी का गिरोह पर कोई असर नहीं पड़ा और वह लगातार वारदातें करता रहा है।

बागपत जेल में बंद रहने के दौरान पूर्वी यूपी के कुख्यात बदमाश मुन्ना बजरंगी की तमंचे से हत्या करने वाले कुख्यात बदमाश सुनील राठी को भी टारगेट लिस्ट में शामिल किया गया है। पश्चिम यूपी में खूंखार बदमाश के रूप में चर्चित सुनील राठी हर सरकार में अपना आपराधिक साम्राज्य बढ़ाने में कामयाब रहा है लेकिन अबकी बार सरकार उसकी इस अपराध कथा को हमेशा के लिए खत्म देना चाहती है।

Karauli Baba : करौली सरकार को डॉक्टर से मारपीट में क्लीनचिट

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Karauli Baba : करौली सरकार को डॉक्टर से मारपीट में क्लीनचिट

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Karauli Baba: Clean chit to Karauli government in assault with doctor
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calendar18 Apr 2023 08:36 PM
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  Karauli Baba : कानपुर। यूपी के कानपुर में चर्चित करौली सरकार बाबा संतोष भदौरिया और नोएडा के डॉक्टर से मारपीट के मामले में बिधनू पुलिस ने करौली बाबा को क्लीनचिट दे दी है। जबकि बाबा के तीन चेलों के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी देने के मामले में चार्जशीट दाखिल की गई है। बाबा को क्लीनचिट देने के बाद कानपुर कमिश्नरेट पुलिस पर सवाल उठ रहे हैं।

Karauli Baba :

  डॉक्टर ने दर्ज कराई थी एफआईआर ज्ञात हो कि नोएडा निवासी डॉ. सिद्धार्थ चौधरी ने 19 मार्च को बिधनू थाने में करौली सरकार के बाबा संतोष सिंह भदौरिया और उनके चेलों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। आरोप था कि 22 फरवरी 2023 को वह करौली आश्रम में परिवार के साथ आए थे। उन्होंने बाबा संतोष सिंह भदौरिया को चैलेंज करते हुए कहा था कि मुझे कोई चमत्कार दिखाओ। आरोप था कि इसके बाद बाबा के चेलों और बाउंसरों ने पीटते हुए खींचकर आश्रम से बाहर कर दिया था। अब इस मामले में बाबा को क्लीनचिट देकर उनके चेलों पर चार्ज शीट दाखिल की गई है। जांच में बाबा के खिलाफ नहीं मिले साक्ष्य बिधनू थाना प्रभारी सतीश राठौर ने बताया कि मामले की जांच के दौरान बाबा के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिले हैं। जांच में करौली सरकार के तीन चेलों के खिलाफ मारपीट के साक्ष्य वीडियो के आधार पर मिले हैं। इसी आधार पर बाउंसर और उनके तीनों चेलों के खिलाफ मारपीट और जान से मारने की धमकी की धारा में चार्जशीट दाखिल की गई है। जबकि जांच के दौरान बाबा के खिलाफ कोई साक्ष्य नहीं मिला। इसके चलते उन्हें इस मामले में क्लीनचिट दे दी गई है। पुलिस की जांच पर उठ रहे सवाल बिधनू पुलिस ने भले ही बाबा संतोष सिंह भदौरिया को क्लीनचिट दे दी है, लेकिन बिधनू थाने की पुलिस अब सवालों के घेरे में आ गई है। इसमें बाबा खुद मंच से अपने बाउंसर और चेलों से डॉ. सिद्धार्थ चौधरी को मारपीट करके बाहर निकालने की बात कह रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने जांच के दौरान बाबा को क्लीनचिट दे दी। इससे बिधनू पुलिस सवालों के घेरे में आ गई है।

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Guddu Muslim : क्या गुड्डू मुस्लिम ने अतीक और अशरफ को धोखा दिया ? दफन हो गया ये राज

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Guddu Muslim
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userचेतना मंच
calendar18 Apr 2023 06:33 PM
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Guddu Muslim / प्रयागराज : माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद सबसे ज्यादा चर्चा गुड्डू मुस्लिम की है। अशरफ ने मरने से पहले भी गुड्डू मुस्लिम का ही नाम लिया था। हालांकि वह गुड्डू मुस्लिम को लेकर क्या कहना चाह रहा था यह राज उसकी मौत के साथ ही दफन हो गया। अतीक और अशरफ की हत्या के बाद चर्चाएं यह भी हैं कि गुड्डू मुस्लिम ने ही उन्हें धोखा दिया था।

Guddu Muslim

गुड्डू मुस्लिम के पकड़े जाने की उड़ी थी अफवाह

गोली लगने से पहले अशरफ गुड्डू मुस्लिम के बारे में ही बात करना चाहता था, लेकिन उसे गोली मार दी गई। ऐसी चर्चा है कि गुड्डू की सूचना पर ही असद और गुलाम को एसटीएफ ने मार गिराया। आपको बता दें कि जिस दिन असद और गुलाम का एनकाउंटर हुआ उसी दिन गुड्डू मुस्लिम के पकड़े जाने की भी अफवाह उड़ी थी। अफवाह उड़ी कि गुड्डू पकड़ लिया गया है, हालांकि यह गलत था। नासिक से भी गुड्डू मुस्लिम की गिरफ्तारी को लेकर अफवाह सामने आई थी। लेकिन बाद में वह भी गलत साबित हुई।

राज रह गई अशरफ की बात

काल्विन अस्पताल के बाहर जब मीडियाकर्मियों ने अतीक और अशरफ से पूछा कि वह असद के जनाजे में क्यों नहीं गए तो अतीक ने उत्तर दिया 'नहीं जाने दिया गया नहीं गए।' इसके बाद अशरफ ने कहा कि 'बात यह है कि गुड्डू मुस्लिम' इसी के बाद हत्यारों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इसी दौरान अशरफ के सिर पर भी गोली मार दी गई। अशरफ की ओर से कही जाने वाली बात हमेशा के लिए ही राज रह गई। गौरतलब है कि माफिया अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद मामले में पुलिस टीम भी जांच में लगी हुई है। पड़ताल की जा रही है कि अतीक और अशरफ की हत्या किसके इशारे पर की गई। हत्यारों के बीच कनेक्शन भी तलाशा जा रहा है।

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