उत्तर प्रदेश का यह जिला कहलाता है 'मिनी पंजाब', बड़ी सिख आबादी रहती है यहां

पीलीभीत यूपी का मिनी पंजाब
यद्यपि यूपी के अलग-अलग जिलों में सिख समुदाय रहता है, लेकिन लखीमपुर खीरी और पीलीभीत में इनकी संख्या सबसे ज्यादा है। पीलीभीत जिले में सिख आबादी विशेष रूप से पूरनपुर क्षेत्र में केंद्रित है। भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद बड़ी संख्या में सिख परिवार यहां बस गए। जिले में सिख समुदाय से जुड़े कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जिनमें गुरुद्वारे और अन्य सांस्कृतिक केंद्र शामिल हैं। यही वजह है कि पीलीभीत को यूपी का मिनी पंजाब कहा जाता है।लखीमपुर खीरी में भी मौजूद बड़ी सिख आबादी
लखीमपुर खीरी जिले में भी सिखों की संख्या काफी है। 2011 के आंकड़ों के अनुसार, यहां लगभग 94,000 सिख रहते हैं। हालांकि, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण पीलीभीत को विशेष तौर पर मिनी पंजाब के रूप में पहचाना जाता है। लखीमपुर खीरा और पीलीभीत दोनों ही स्थानों पर सिखों की काफी संख्या रहती है। लेकिन सबसे बड़ी आबादी और सांस्कृतिक धरोहर पीलीभीत में होने के कारण इस जिले को ही मिनी पंजाब के नाम से जाना जाता है। UP News यूपीआई (UPI) से करते हैं पेमेंट, तो हो जाएं सावधान! एक गलती से खाते से जा सकते हैं लाखोंअगली खबर पढ़ें
पीलीभीत यूपी का मिनी पंजाब
यद्यपि यूपी के अलग-अलग जिलों में सिख समुदाय रहता है, लेकिन लखीमपुर खीरी और पीलीभीत में इनकी संख्या सबसे ज्यादा है। पीलीभीत जिले में सिख आबादी विशेष रूप से पूरनपुर क्षेत्र में केंद्रित है। भारत-पाकिस्तान विभाजन के बाद बड़ी संख्या में सिख परिवार यहां बस गए। जिले में सिख समुदाय से जुड़े कई धार्मिक स्थल मौजूद हैं, जिनमें गुरुद्वारे और अन्य सांस्कृतिक केंद्र शामिल हैं। यही वजह है कि पीलीभीत को यूपी का मिनी पंजाब कहा जाता है।लखीमपुर खीरी में भी मौजूद बड़ी सिख आबादी
लखीमपुर खीरी जिले में भी सिखों की संख्या काफी है। 2011 के आंकड़ों के अनुसार, यहां लगभग 94,000 सिख रहते हैं। हालांकि, सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के कारण पीलीभीत को विशेष तौर पर मिनी पंजाब के रूप में पहचाना जाता है। लखीमपुर खीरा और पीलीभीत दोनों ही स्थानों पर सिखों की काफी संख्या रहती है। लेकिन सबसे बड़ी आबादी और सांस्कृतिक धरोहर पीलीभीत में होने के कारण इस जिले को ही मिनी पंजाब के नाम से जाना जाता है। UP News यूपीआई (UPI) से करते हैं पेमेंट, तो हो जाएं सावधान! एक गलती से खाते से जा सकते हैं लाखोंसंबंधित खबरें
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