Bengaluru जैसी प्रमुख आईटी सिटी में जहाँ लोग अच्छे पैकेज वाली कॉर्पोरेट नौकरी की तलाश में दिन रात मेहनत करते हैं वहीं एक ऐसा भी कपल है जिसने बड़े पैकेज वाली कॉर्पोरेट जॉब को छोड़कर समोसे बेचना शुरू कर दिया। आप यह जानकर हैरान रह जाएंगे कि बैंगलोर के अलावा अन्य कई शहरों में ये कपल रोज़ 12 लाख रुपये के समोसे बेचता है। इसके अलावा ये कई सारे लोगों को जॉब देकर उनकी लाइफ को बेहतर बनाने में भी अपना योगदान दे रहे हैं। आइये जानते हैं कौन हैं इस Samosa Singh आउटलेट के मालिक और कैसे वे यहाँ तक पहुंचे…
Bengaluru
शिखर वीर सिंह और निधि सिंह जो कि इस Samosa Singh नाम के आउटलेट के ओनर हैं, ने पहले एक अलग करियर को चुन रखा था। पति शिखर वीर सिंह हैदराबाद के इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज से बायोटेक्नोलॉजी में एमटेक की डिग्री हासिल करके बायोकॉन में चीफ साइंसटिस्ट बने तो वहीं पत्नी निधि सिंह गुरुग्राम की एक फार्मा कंपनी में कार्यरत थीं। इनके सैलरी पैकेज भी काफी हाई थे। लेकिन पांच साल तक कॉर्पोरेट जॉब करने के बाद दोनों ने ही इसे छोड़ने का फैसला किया।
पति ने दिया समोसा बेचने का आईडिया
शिखर वीर सिंह की पत्नी निधि सिंह बताती हैं कि वे ज़ब अपने ऑफिस की मीटिंग्स में हिस्सा ले रहीं थीं तब उनके पति उन्हें बार -बार कॉल कर रहे थे और बात करने पर उन्होंने बताया कि वे SBI की ब्रांच के बाहर समोसा बेचना चाहते हैं। यह सुनकर वे हैरान रह गयीं और बोलीं कि उन्हें अपनी जॉब पर ध्यान देना चाहिये।
निधि ने यहाँ तक कह दिया था कि उनके पिता कभी ये एक्सेप्ट नहीं करेंगें कि उनके हस्बैंड कोई समोसा बेचने वाले हैं। लेकिन शिखर वीर सिंह पर ये जूनून इस कदर सवार था कि उन्होंने वैराइटी और समोसा बनाने की रेसिपी से जुड़ी हुई रिसर्च शुरू कर दी थी।
बेच दिया सपनों का घर
निधि सिंह बताती हैं कि उन्हें पता था कि आउटलेट खोलने के लिए उन्हें पैसे की जरूरत होगी और इसके लिए उन्होंने अपने Bengaluru स्थित घर को 80 लाख में बेच दिया। उन्होंने ऐसा इसलिये भी किया क्योंकि वे जानते थे कि वे दोनों सही काम कर रहे हैं।
ख़ास हैं Bengaluru के Samosa Singh के समोसे
हर महीने 30 हजार की बिक्री करने वाले इस कपल ने बताया कि अपने प्रोडक्ट को ख़ास बनाने के लिए उन्होंने एक ख़ास परत बनाने पर काम किया और इसके अंदर भरी जाने वाली अलग अलग फिलिंग भी तैयार की।
2016 में शुरू हुए Samosa Singh आउटलेट आज Bengaluru के अलावा मुंबई, पुणे और चेन्नई सहित आठ शहरों में फैले हुए हैं। उनके पास करीब 50 क्लाउड किचन हैं।