MP Dhar Dinosaur Eggs Kuldevta: मध्य प्रदेश के धार जिले से एक हैरान कर देने वाली खबर सामने आई है। यहां के रहने वाले लोगों को हाथ की हथेली के आकार के “पत्थर के गोलों” की पूजा करने की बात सामने आई है। ये कैसे गोलें हैं और यहां के लोग इसकी क्यों पूजा करते हैं, इसे लेकर हाल में यह खुलासा हुआ है।
खुलासे में यह साफ हुआ है कि धार जिले के मंडलोई परिवार के लोग कई पीढ़ियों से इन गोलों की पूजा करते हैं। वे इन गोलों को ‘कुलदेवता’ या कुलदेवी मानते हैं और इसलिए इसकी पूजा करते हैं। ऐसे में इन गोलों को लेकर क्या और खुलासे हुए हैं, आइए जान लेते हैं।
क्या खुलासे हुए है
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मंडलोई परिवार से ताल्लुक रखने वाले और पद्लया गांव के रहने वाले 41 वर्षीय वीटा मंडलोई ने बताया कि वे इन लोगों की पूजा कर अपने पूर्वजों के बताए हुए रास्ते पर चलते हैं। वे इन गोलों को “ककर भैरव” यानी भूमि के भगवान के रूप में मानते हैं और इसकी पूजा करते हैं।
इन गोलों के बारे में वीटा और उनके परिवार का मानना है कि ये गोलें उनकी खेतों की रक्षा करती है साथ में कोई दुर्भाग्य न हो और कोई दुर्घटना न घट जाए इसकी उनकी रक्षा करती है। आपको बता दें कि मंडलोई परिवार की तरह, धार और आसपास के क्षेत्रों में भी अन्य लोगों के पास ऐसे ही कुलदेवता हैं जिनकी वे भी पूजा करते हैं।
क्या है इन गोलों की सच्चाई
इन लोगों को लेकर उधर जानकारों का कुछ और ही कहना है। लखनऊ के सहनी जीवाश्म विज्ञान संस्थान के विशेषज्ञों ने एक क्षेत्रीय दौरे में यह पाया कि ये कोई मामूली गोलें नहीं हैं बल्कि ये डायनासोर के अंडे हैं जो इस इलाके में बहुत संख्या में पाई जाती है। ऐसे में काफी जांच के बाद वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे थे कि ये गोले और कुछ नहीं है बल्कि ये टाइटैनोसौर प्रजाति के डायनासोर के अंडे हैं।