पेंशन योजना में बड़ा बदलाव! अब NPS-APY में देना होगा नया शुल्क, देखिए पूरा लिस्ट

पेंशन योजना में बड़ा बदलाव! अब NPS-APY में देना होगा नया शुल्क, देखिए पूरा लिस्ट
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:38 AM
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अगर आप नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS), यूनिफाइड पेंशन स्कीम (UPS), अटल पेंशन योजना (APY) या NPS लाइट में निवेश करते हैं तो आपके लिए एक जरूरी अपडेट है। 1 अक्टूबर 2025 से इन योजनाओं से जुड़े फीस स्ट्रक्चर में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने Central Recordkeeping Agencies (CRA) द्वारा वसूले जाने वाले शुल्क को संशोधित किया है। यह नया शुल्क ढांचा जून 2020 में लागू पुराने नियमों की जगह लेगा और लाखों ग्राहकों को प्रभावित करेगा। Pension New Rules 

सरकारी कर्मचारियों के लिए नया NPS शुल्क स्ट्रक्चर

सरकारी कर्मचारियों के लिए अब नया PRAN (Permanent Retirement Account Number) खोलने पर E-PRAN किट के लिए ₹18 और फिजिकल PRAN कार्ड के लिए ₹40 का शुल्क देना होगा। इसके अतिरिक्त, सालाना मेंटेनेंस शुल्क ₹100 प्रति खाता तय किया गया है। हालांकि जिन खातों में शून्य बैलेंस होगा उनसे कोई शुल्क नहीं वसूला जाएगा। सरकारी कर्मचारियों के लिए PRAN खोलने पर ₹15 और सालाना मेंटेनेंस शुल्क भी ₹15 रखा गया है। खास बात यह है कि किसी भी प्रकार के ट्रांजेक्शन पर कोई शुल्क नहीं लगेगा।

अटल पेंशन योजना और NPS-लाइट के लिए आसान शुल्क

अटल पेंशन योजना (APY) और NPS-लाइट से जुड़े निवेशकों के लिए भी नया शुल्क स्ट्रक्चर सरल बनाया गया है। अब इन योजनाओं में PRAN खोलने पर ₹15, सालाना मेंटेनेंस चार्ज ₹15 और ट्रांजेक्शन पर ₹0 शुल्क तय किया गया है। इस बदलाव का उद्देश्य ज्यादा से ज्यादा लोगों को पेंशन योजना से जोड़ना है। NPS और NPS वात्सल्या योजना के तहत अब मेंटेनेंस चार्ज खाता बैलेंस के अनुसार तय होगा। जिन खातों में ₹1 लाख तक की राशि है, उनसे कोई शुल्क नहीं लिया जाएगा। ₹1–2 लाख के बीच बैलेंस पर ₹100, ₹2–10 लाख पर ₹150, ₹10–25 लाख पर ₹300, ₹25–50 लाख पर ₹400 और ₹50 लाख से अधिक राशि पर ₹500 सालाना शुल्क लिया जाएगा। वहीं, E-PRAN किट के लिए ₹18 और फिजिकल PRAN कार्ड के लिए ₹40 शुल्क तय किया गया है लेकिन ट्रांजेक्शन चार्ज यहां भी शून्य रहेगा।

फीस की तय सीमा और अतिरिक्त सेवाओं के नियम

PFRDA ने स्पष्ट किया है कि ये शुल्क ऊपरी सीमा (Maximum Cap) हैं और CRA इससे अधिक राशि नहीं वसूल सकतीं। हालांकि, एजेंसियां कम शुल्क ले सकती हैं लेकिन वह सीमा अपने स्लैब की अधिकतम सीमा से कम नहीं होनी चाहिए। इसके अलावा, अगर CRA कोई नई सेवा शुरू करती है तो उसके लिए शुल्क PFRDA की पूर्व अनुमति के साथ वास्तविक लागत पर ही वसूला जा सकेगा बिना किसी अतिरिक्त मार्जिन के।

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PFRDA का उद्देश्य क्या है?

इन नए नियमों के पीछे PFRDA का उद्देश्य है कि पेंशन योजनाएं ज्यादा किफायती, पारदर्शी और सुलभ बनें। साथ ही, सरकारी और निजी दोनों क्षेत्रों के ग्राहकों के लिए लचीलापन और विश्वसनीयता सुनिश्चित हो सके। यह बदलाव लोगों को पेंशन योजनाओं की ओर आकर्षित करने और रिटायरमेंट प्लानिंग को बढ़ावा देने की दिशा में अहम कदम है। नया शुल्क ढांचा 1 अक्टूबर 2025 से लागू होगा, इसलिए अगर आप किसी भी पेंशन योजना के ग्राहक हैं तो समय रहते खुद को नए नियमों के अनुसार अपडेट कर लें। Pension New Rules 
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RJD-कांग्रेस के रिश्तों में आई दरार! सामने आई सबसे बड़ी वजह

RJD-कांग्रेस के रिश्तों में आई दरार! सामने आई सबसे बड़ी वजह
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userचेतना मंच
calendar28 Nov 2025 04:55 PM
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बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन के भीतर सीट बंटवारे को लेकर घमासान शुरू हो चुका है। खासकर कुटुंबा (SC) विधानसभा सीट को लेकर राजद (RJD) और कांग्रेस के बीच तनाव गहराता जा रहा है। कांग्रेस इस सीट को अपनी परंपरागत और मजबूत सीट मानती है जबकि RJD ने इस बार यहां से पूर्व मंत्री सुरेश पासवान को उतारने की तैयारी करके नया दांव खेल दिया है। कुटुंबा सीट अब सिर्फ एक विधानसभा क्षेत्र नहीं बल्कि महागठबंधन की एकजुटता की असली परीक्षा बन चुकी है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि RJD जानबूझकर दबाव की राजनीति कर रही है और उनकी साफ जीत वाली सीट को छीनने की कोशिश में है। Bihar Election 2025

किसका रहा है दबदबा?

कांग्रेस का इस सीट पर लंबे समय से प्रभाव रहा है। मौजूदा विधायक राजेश कुमार, जो कांग्रेस के टिकट पर जीते थे, लगातार सात बार इस सीट पर काबिज रहे हैं पहले उनके पिता और अब वे खुद।2020 के विधानसभा चुनाव में भी उन्होंने 50,822 वोट हासिल कर हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के शर्वन भुइंया को 16,653 वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
उम्मीदवार कुल वोट वोट शेयर
राजेश कुमार (INC) 50,822 36.61%
शर्वन भुइंया (HAM) 34,169 24.61%

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कहां फंसा पेंच?

कांग्रेस का मानना है कि RJD अपना उम्मीदवार थोपकर कांग्रेस की पकड़ को कमजोर करने की कोशिश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, ये विवाद केवल सीट तक सीमित नहीं है बल्कि राजनीतिक नेतृत्व और सत्ता संतुलन की खींचतान भी इसका हिस्सा है। कुछ कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि राजेश राम को डिप्टी सीएम पद का चेहरा न बनने देने के लिए अंदरखाने रणनीति रची जा रही है। कांग्रेस अब RJD की शर्तों पर चलने के मूड में नहीं दिख रही है। पार्टी ने इस बार 76 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर ली है और उनमें से 38 सीटों पर जल्द ही उम्मीदवारों की घोषणा भी कर सकती है। सूत्रों की मानें तो कांग्रेस अब RJD की 'ग्रीन सिग्नल' का इंतजार नहीं करेगी और अपनी रणनीति खुद बनाएगी।

दिल्ली में आज कांग्रेस की बड़ी बैठक

इस पूरे विवाद के बीच, आज दिल्ली में कांग्रेस की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है, जिसमें बिहार से कई वरिष्ठ नेता हिस्सा लेंगे। माना जा रहा है कि इस बैठक में कांग्रेस अपने रुख को लेकर स्पष्ट और आक्रामक लाइन ले सकती है। Bihar Election 2025
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हिमाचल में मानसून का कहर: किन्नौर में भारी तबाही, सड़कें ठप

हिमाचल में मानसून का कहर: किन्नौर में भारी तबाही, सड़कें ठप
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userचेतना मंच
calendar29 Nov 2025 12:27 PM
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हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के निचार क्षेत्र में अचानक बादल फटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। तेज बारिश और पानी के बहाव ने इलाके में तबाही मचा दी। तेज बारिश और पानी के बहाव  कारण इलाके में कई वाहन बह गए, कुछ मकान क्षतिग्रस्त हुए, लेकिन राहत की बात यह रही कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। ग्रामीणों ने खतरे को भांपते हुए अपने घरों से निकलकर नजदीकी जंगलों में शरण ली और अपनी जान बचाई। चश्मदीदों के मुताबिक, रात के समय अचानक फटा बादल कुछ ही मिनटों में नाले और जलस्रोत उफान पर ले आए। पानी और मलबे ने सड़कों और घरों में प्रवेश कर अफरातफरी मचा दी। कई वाहन बह गए या मलबे में दब गए। प्रशासन और पुलिस की टीमों ने प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया।   Kinnaur Cloudburst

राज्यभर में 606 सड़कें बंद, दो राष्ट्रीय राजमार्ग प्रभावित

हिमाचल प्रदेश में लगातार हो रही बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (SEOC) के अनुसार, अब तक कुल 606 सड़कें बंद हो चुकी हैं, जिनमें दो महत्वपूर्ण राष्ट्रीय राजमार्ग—एनएच-3 (अटारी-लेह मार्ग) और एनएच-503ए (अमृतसर-भोटा मार्ग) भी शामिल हैं। कुल्लू जिले में सबसे ज्यादा 203 सड़कें बंद हैं, जबकि मंडी में 198 और शिमला जिले में 51 सड़कें प्रभावित हुई हैं। इन बंद रास्तों के कारण यातायात ठप हो गया है और ग्रामीणों एवं यात्रियों की परेशानियां बढ़ गई हैं।

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मौसम विभाग की चेतावनी

मौसम विभाग ने हिमाचल प्रदेश के लिए अगले कुछ दिनों में भी भारी बारिश और तेज हवाओं का अलर्ट जारी किया है। हाल ही में शिमला, कांगड़ा, पालमपुर, मुरारी देवी और सुंदरनगर में गरज-चमक के साथ तेज बारिश दर्ज की गई, वहीं ताबो और बजौरा में हवाओं की रफ्तार 33-35 किमी प्रति घंटे तक पहुंच गई। प्रशासन ने नागरिकों से नदी-नाले और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने की सख्त अपील की है।

इस मानसून सीजन में प्रदेश में अब तक 46 बादल फटने, 98 अचानक बाढ़ और 146 बड़े भूस्खलन की घटनाएं दर्ज हुई हैं। इन आपदाओं और सड़क दुर्घटनाओं में अब तक 424 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें 242 मौतें तेज बारिश जैसी प्राकृतिक घटनाओं और 182 सड़क हादसों में हुई हैं। इसके अलावा 481 लोग घायल हुए हैं और 45 लोग अभी भी लापता हैं। राज्य में मौसम और भूस्खलन की स्थिति लगातार गंभीर बनी हुई है, और प्रशासन प्रभावित इलाकों में बचाव एवं सतर्कता के प्रयास बढ़ाए हुए है।  Kinnaur Cloudburst