उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी खबर: निकाय चुनाव पर HC ने 27 तक रखा फैसला सुरक्षित

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Nagar Nikay Chunav 2023
locationभारत
userचेतना मंच
calendar30 Nov 2025 11:26 PM
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UP Nikay Chunav: उत्तर प्रदेश निकाय चुनाव को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ में चल रहे वाद में शनिवार को दोनों पक्षों की बहस पूरी होने के बाद हाईकोर्ट ने फैसला सुरक्षित रख लिया। हाईकोर्ट इस मामले में अब अपना फैसला 27 दिसंबर को मंगलवार को सुनायेगी। तब तक अधिसूचना जारी करने पर लगी रोक जारी रहेगी।

UP Nikay Chunav

इससे पहले निकाय चुनाव में ओबीसी आरक्षण मामले पर हाईकोर्ट में आज बहस के दौरान अदालत सरकारी वकीलों के तर्कों से संतुष्ट नहीं दिखी। अदालत ने सख्त टिप्पणी करते हुए सरकारी वकील से पूछा आप ओबीसी का डाटा कहां से लाए। आपको बता दें कि शुक्रवार को समय की कमी के कारण सुनवाई पूरी नहीं हो सकी थी। न्यायमूर्ति देवेंद्र कुमार उपाध्याय और न्यायमूर्ति सौरभ लवानिया की खंडपीठ में बीते बुधवार को सुनवाई के दौरान याचियों की ओर से दलील दी गई थी कि निकाय चुनावों में ओबीसी आरक्षण एक प्रकार का राजनीतिक आरक्षण है। ओबीसी आरक्षण तय किए जाने से पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा दी गई व्यवस्था के तहत डेडिकेटेड कमेटी द्वारा ट्रिपल टेस्ट कराना अनिवार्य है। वहीं, राज्य सरकार ने हलफनामे में कहा है कि स्थानीय निकाय चुनाव मामले में 2017 में हुए ओबीसी के सर्वे को आरक्षण का आधार माना जाए।

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Mathura : मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे विग्रहों को निकलवाने के लिए याचिका दाखिल

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Mathura News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Dec 2022 10:26 PM
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Mathura News : श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति न्यास के अध्यक्ष वकील महेंद्र प्रताप सिंह ने एक बार फिर दावा किया है कि मुगल शासक औरंगजेब ने भगवान श्रीकृष्ण के मंदिर को तुड़वाकर उसमें स्थापित ठाकुर केशवदेव के श्रीविग्रह (मूर्ति) को आगरा भिजवाकर लाल किले की मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबवा दिया था।

Mathura News

उन्होंने शुक्रवार को फास्ट ट्रैक कोर्ट सीनियर डिवीजन नीरज गौड़ की अदालत में उपरोक्त याचिका दाखिल कर एक बार फिर अनुरोध किया है कि बेगम साहिबा की मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे इन विग्रहों को निकाल कर ठाकुर केशवदेव मंदिर में स्थापित किया जाए और ऐसा होने तक उन सीढ़ियों पर सभी का आवागमन बंद किया जाए।

अदालत ने इसकी सुनवाई के लिए 23 जनवरी, 2023 की तारीख मुकर्रर की है। अदालत में दर्ज किए गए दावे में वादी महेंद्र प्रताप सिंह और वृंदावन निवासी श्यामा नंद पंडित उर्फ शिवचरन अवस्थी ने केंद्रीय सचिव दिल्ली, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण, तिलक मार्ग, नयी दिल्ली के महानिदेशक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण आगरा के अधीक्षक, भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण मथुरा के निदेशक के माध्यम से भारत संघ को प्रतिवादी बनाया है।

वादी ने कहा कि मुगल शासक औरंगजेब ने वर्ष 1670 में श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर बने ठाकुर केशवदेव के मंदिर को विध्वंस करा दिया था। मंदिर में स्थापित कीमती रत्नजड़ित छोटे एवं बड़े देव विग्रहों को आगरा ले जाया गया, जिन्हें लाल किले की बेगम साहिबा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबा दिया। यह देव विग्रह आज भी मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दफन हैं, जो प्रतिवादीगण के अधीन है।

वादी ने इस संबंध में कई ऐतिहासिक साक्ष्यों का हवाला देते हुए बताया कि उक्त तथ्यों का उल्लेख औरंगजेब के मुख्य दरबारी मुस्ताक खान द्वारा लिखित पुस्तक ‘मासर ई आलमगीरी’ में किया गया है, जिसका यदुनाथ सरकार ने अरबी भाषा से अंग्रेजी में अनुवाद किया है। उनके अलावा प्रख्यात इतिहासकार बीएस भटनागर द्वारा लिखित पुस्तक में भी यह वर्णन मिलता है।

महेंद्र प्रताप सिंह ने अदालत से प्रार्थना की है कि उक्त सीढ़ियों पर लोगों को आने जाने से रोका जाए तथा सीढ़ियों को खुदवा कर उनमें दफन किए गए विग्रहों को निकाल कर ठाकुर केशवदेव मंदिर में स्थापित किया जाए।

उन्होंने बताया कि इससे पूर्व पहले भी सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में यह दावा किया गया था, लेकिन तब अदालत ने पहले सभी प्रतिवादियों को दो माह का नोटिस देकर पुन: दावा दाखिल करने का निर्देश दिया था। जिसके बाद अब यह दावा सिविल जज सीनियर डिवीजन कोर्ट में किया गया, लेकिन यह मामला त्वरित अदालत में सुना गया।

वादीगण वकील महेंद्र प्रताप सिंह, श्रीभगवान शर्मा एवं दिलीप शर्मा ने बताया कि अदालत ने इसकी अगली सुनवाई के लिए 23 जनवरी की तारीख तय की है।

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Bareilly: अवैध वसूली में चौकी प्रभारी समेत 3 सिपाही निलंबित, 14 आरक्षी लाइन हाजिर

Uttar Pradesh
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar24 Dec 2022 10:00 PM
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Bareilly News: उत्तर प्रदेश के बरेली जिले में अवैध वसूली का वीडियो सार्वजनिक होने के बाद वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) ने एक चौकी प्रभारी एवं एक उप निरीक्षक समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया और 14 आरक्षी (सिपाहियों) को पुलिस लाइन से सम्बद्ध कर दिया है। एसएसपी ने शनिवार को यह जानकारी दी।

Bareilly News

एसएसपी अखिलेश चौरसिया ने बताया कि किला थाने की गढ़ी चौकी के प्रभारी रजनीश कुमार, उप निरीक्षक रवि कुमार और सिपाही उत्तम को निलंबित किया गया है। उनके अनुसार इसके अलावा चौकी पर तैनात अन्य 14 सिपाहियों (आरक्षी) को लाइन हाजिर किया है।

चौरसिया ने बताया कि गढ़ी पुलिस चौकी पर पुलिस कर्मियों द्वारा रिश्वत लेते हुए एक वीडियो सामने आया है। उन्होंने बताया कि इस वीडियो की पुलिस अधीक्षक (नगर) राहुल भाटी से जांच कराई तो पुलिसकर्मियों की गलती पायी गयी। उन्होंने कहा कि जांच के आधार पर चौकी प्रभारी समेत तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित और 14 सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया है।

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