Gyanvapi Vyas Ji Pooja : बृहस्पतिवार को भारत की सांस्कृतिक व धार्मिक नगरी वाराणसी से लेकर पूरे देश में मिठाई बांटी जा रही है। विश्व हिन्दू परिषद तथा आरएसएस (RSS) के कार्यकर्ता ज्ञानवापी परिसर में पूजा शुरू होने के फैसले से बेहद खुश नजर आ रहे हैं। ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने में 30 साल बाद एक बार फिर से पूजा शुरू होने पर भारत में ही नहीं विदेशों तक में हिन्दू समाज खुशियां मना रहा है।
Gyanvapi Vyas Ji Pooja
हिन्दू धर्म की जीत बताया
विश्व हिन्दू परिषद के कार्याध्यक्ष आलोक कुमार ने कहा कि ज्ञानव्यापी परिसर में पूजा पाठ शुरू होना हिन्दू समाज की सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि जल्दी ही इस मामले में पूरी सफलता भी मिल जाएगी। उन्होंने उम्मीद जताई कि हिन्दू समाज जल्दी ही भगवान विश्वेश्वर को उनके मूल स्थान पर स्थापित करने में सफल हो जाएगा। इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी बीजेपी (BJP) की नेता अर्पणा यादव ने ज्ञानवापी को मंदिर बताते हुए व्यास जी के तहखाने में पूर्जा-अर्चना की शुरूआत को हिन्दू समाज तथा न्याय की जीत बताया है। यहां वीडियो में सुन लीजिए क्या बोल रही हैं अर्पणा यादव
भाजपा नेता अपर्णा यादव ने ज्ञानवापी में व्यास जी के तयखाने में पूजा अर्चना को हिन्दू समाज व न्याय की जीत बताया है। आप भी सुने हिन्दू समाज की जीत वाला बयान।@aparnabisht7 #GyanvapiMandir #Varanasi #BJP pic.twitter.com/0ndwvHeCgM
— Chetna Manch (@ManchChetna) February 1, 2024
पूजा-पाठ का पहला वीडियो वायरल
वाराणसी में स्थित ज्ञानवापी के व्यास जी के तहखाने में पूजा का पहला वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में एक पुजारी बाकायदा पूजा-पाठ तथा आरती करते हुए नजर आ रहा है। आप भी देख लीजिए।
वाराणसी के ज्ञानवापी परिसर में वर्ष-1993 के बाद 30 साल बाद हुई पूजा पाठ का वायरल वीडियो…..
वाराणसी में ज्ञानवापी मंदिर परिसर में हिन्दू समाज को मिले पूजा के अधिकार के बाद ज्ञानवापी के तहखाने में पूजा का पहला वीडियो हुआ वायरल।आप भी देखे ज्ञानवापी में पहली पूजा का वीडियो#Varanasi #Gyanvapi #GyanvapiMandir #viralvideo pic.twitter.com/XiNm5JxsP3
— Chetna Manch (@ManchChetna) February 1, 2024
जैसा कि आप जानते हैं कि वाराणसी की ज्ञानवापी (Gyanvapi) मस्जिद को लेकर कोर्ट में केस चल रहा है। ज्ञानवापी के व्यास जी तहखाने में पूजा करने का अधिकार करने को लेकर एक वाद वाराणसी की जिला जज में चल रहा था और इसकी सुनवाई जिला एवं सत्र न्यायधीश एके विश्वेश कर रहे थे। 31 जनवरी 2024 को श्री एके विश्वेश का सेवाकाल का अंतिम दिन था। उन्होंने रिटायर हो वाले दिन ही ऐतिहासिक फैसला सुनाया है। उन्होंने ही एएसआई (ASI) सर्वे का आदेश दिया था। अब ज्ञानवापी परिसर में मौजूद व्यास जी के तहखाने में पूजा पाठ का भी आदेश दिया है।
कैसे शुरू हुई ज्ञानवापी में पूजा ?
आपको बता दें कि वाराणसी जिला जज की अदालत में वर्ष 2016 में व्यास परिवार ने ज्ञानवापी के व्यासजी के तहखाने में पूजा करने की इजाजत दिए जाने संबंधी याचिका दाखिल की थी। इस पर जिला जज डॉ. अजय कृष्ण विश्वेश की कोर्ट में 30 जनवरी को ही दोनों पक्षों की बहस पूरी हुई थी। वाराणसी में जिला जज बनने से पहले श्री एके विश्वेश यूपी के कई न्यायिक पदों पर रह चुके हैं। ज्ञानवापी केस की सुनवाई करने के साथ ही उनका नाम चर्चा में आ गया। जिला जज के तौर पर श्री विश्वेश की वाराणसी में तैनाती 21 अगस्त 2021 को हुई थी।
Gyanvapi Vyas Ji Pooja
वाराणसी की जिला अदालत के फैसले के 9 घंटे बाद ही लोहे के बाड़ हटा दिए गए। बुधवार की रात पूजा की शुरुआत कर दी गई। गुरुवार की रात 12 बजे पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में विश्वनाथ मंदिर की तरफ से, जहां बड़े नंदी विराजमान हैं, उनके ठीक सामने बैरीकेडिंग को खोलकर तहखाना जाने का रास्ता बनाया गया। कोर्ट का आदेश के बाद वाराणसी प्रशासन ने देर रात तहखाने के भीतर पूजा आदि की व्यवस्था को काशी विश्वनाथ ट्रस्ट को सौंप दिया। विश्वनाथ मंदिर के मुख्य पुजारी ओम प्रकाश मिश्रा और अयोध्या में रामलला के प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त निकालने वाले गणेश्वर द्रविड़ ने व्यास जी के तहखाने में पूजा कराई।
रिटायरमेंट से पहले वाराणसी के इस जज ने दिया ऐतिहासिक फैसला, इतिहास में हुआ दर्ज
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