Kanpur News: बड़ी खबर: अब 3.5 घंटे में पहुंचेुगे कानपुर से नोएडा, बनेगा 6 लेन का नया एक्सप्रेसवे

ऐसा होगा एक्सप्रेसवे का रूट
Noida Kanpur Expressway के प्राइमरी स्टेज पर तैयार किए गए डीपीआर के तहत रूट मैप का ब्यौरा भी सामने आया है। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के छह जिलों से होकर गुजरेगा। नोएडा से शुरू होकर बुलंदशहर होते हुए एक्सप्रेसवे कासगंज पहुंचेगा। वहां से एटा, मैनपुरी और कन्नौज होते हुए कानपुर का रूट तय किया गया है। कानपुर से कन्नौज तक वर्तमान जीटी रोड के ऊपर ही इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। कन्नौज के बाद नोएडा तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़ के रास्ते नोएडा तक आएगा। जहां ग्रेटर नोएडा के सिरसा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। जेवर एयरपोर्ट के पास वाहनों के चढ़ने और उतरने के लिए लूप बनाया जाएगा। आगे सिरसा तक एक्सप्रेसवे जाएगा। जहां से लोग ईस्टर्न पेरिफेरल पकड़कर गाजियाबाद, फरीदाबाद जा सकेंगे।छह लेन बनाने का सुझाव
Kanpur News सर्वे में सुझाव दिया गया है कि एक्सप्रेसवे को शुरुआत में ही छह लेन बनाया जाएगा, क्योंकि इसके ऊपर काफी ट्रैफिक जाएगा. जीटी रोड का ट्रैफिक भी इस पर परिवर्तित होगा। जेवर एयरपोर्ट बनने पर लोगों का आवागमन भी तेजी से बढ़ेगा। सर्वे में पाया गया कि जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद सीधे कनेक्विटी की जरूरत होगी। एनएचएआई टीम ने सुझाव रखा कि अगर जेवर के रास्ते हापुड़ को सीधे कानपुर-नोएडा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा तो ज्यादा लोगों को लाभ मिलेगा। एनएचएआई द्वारा किए गए सर्वेक्षण में सुझाव दिया गया कि एक्सप्रेसवे को शुरुआत में छह लेन बनाया जाएगा। दरअसल, एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का लोड काफी ज्यादा बताया जा रहा है। जीटी रोड का ट्रैफिक भी एक्सप्रेसवे पर चलने का दावा किया गया है। इसके पूरा होने और खुलने के बाद जेवर एयरपोर्ट पर ट्रैफिक बढ़ने की भी चर्चा है।एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर लंबा होगा
Kanpur News Noida Kanpur Expressway 380 किलोमीटर लंबा होगा। हापुड़ के लिए 60 किमी लंबा कनेक्टर बनाया जाएगा। परियोजना के पूरा होने की संभावित तिथि मार्च 2026 निर्धारित है। दरअसल, सर्वे में पाया गया कि जेवर एयरपोर्ट का काम पूरा होने के बाद सीधी कनेक्टिविटी की जरूरत होगी। एनएचएआई ने सुझाव दिया है कि अगर कानपुर-नोएडा एक्सप्रेसवे को आगर-जेवर के रास्ते हापुड से जोड़ा जाए तो अधिक लोग इसका लाभ उठा सकेंगे। उनका सफर आसान हो जाएगा।अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में बदलाव
दरअसल, पहले ये एक्सप्रेसवे कानपुर से हापुड़ के बीच बनना था, लेकिन, फिर इसमें कुछ बदलाव किए गए। अब ये एक्सप्रेसवे कानपुर और नोएडा के बीच बनेगा। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव किए गए हैं। सरकार लगातार जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पर ध्यान दे रही है, जिस वजह से ये फैसला लिया गया है। इस एक्सप्रेसवे से हापुड़ को भी जोड़ा जाएगा, जिसके लिए 60 किलोमीटर लंबी कनेक्टर रोड का निर्माण किया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे बनाने की योजना में बदलाव जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ध्यान में रखकर किया गया है। एनएचएआई के इंजीनियरों ने प्राथमिक स्तर पर काम पूरा कर लिया है। जल्द मंत्रालय की मंजूरी के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। ऐसे भी संकेत हैं कि एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना में बदलाव को मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू हो जाएगा।डीपीआर अप्रूव होने का इंतजार
Kanpur News इस प्रोजेक्ट में भूमि अधिग्रहण के लिए कहां-कहां जरूरत पड़ेगी। डीपीआर में इसकी भी पूरी जानकारी दी गई है। फिर राज्य सरकार की मदद से जमीन अधिग्रहण का काम करवाया जाएगा। डीपीआर में फाइनल होगा कि कॉरिडोर में कहां एलिवेटेड सेक्शन होगा, कहां अंडरपास बनेगा और कहां एंट्री और एग्जिट दिया जाएगा। अप्रूवल के बाद इस प्रॉजेक्ट पर काम शुरू करवाया जाएगा। यहा सफर हरियाली से भरा होगा। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक साल 2026 तक इस प्रॉजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से प्रदेश के दो औद्योगिक जिलों के बीच कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इससे हजारों लोगों के लिए रोजगार का भी इंतजाम होगाMoto GP 2023 In Greater Noida: भारत में मोटो जीपी रेस का आयोजन, फिर गुलजार होगा बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट
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ऐसा होगा एक्सप्रेसवे का रूट
Noida Kanpur Expressway के प्राइमरी स्टेज पर तैयार किए गए डीपीआर के तहत रूट मैप का ब्यौरा भी सामने आया है। यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के छह जिलों से होकर गुजरेगा। नोएडा से शुरू होकर बुलंदशहर होते हुए एक्सप्रेसवे कासगंज पहुंचेगा। वहां से एटा, मैनपुरी और कन्नौज होते हुए कानपुर का रूट तय किया गया है। कानपुर से कन्नौज तक वर्तमान जीटी रोड के ऊपर ही इस एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जाएगा। कन्नौज के बाद नोएडा तक ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का निर्माण होगा। यह एक्सप्रेसवे अलीगढ़ के रास्ते नोएडा तक आएगा। जहां ग्रेटर नोएडा के सिरसा में ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा। जेवर एयरपोर्ट के पास वाहनों के चढ़ने और उतरने के लिए लूप बनाया जाएगा। आगे सिरसा तक एक्सप्रेसवे जाएगा। जहां से लोग ईस्टर्न पेरिफेरल पकड़कर गाजियाबाद, फरीदाबाद जा सकेंगे।छह लेन बनाने का सुझाव
Kanpur News सर्वे में सुझाव दिया गया है कि एक्सप्रेसवे को शुरुआत में ही छह लेन बनाया जाएगा, क्योंकि इसके ऊपर काफी ट्रैफिक जाएगा. जीटी रोड का ट्रैफिक भी इस पर परिवर्तित होगा। जेवर एयरपोर्ट बनने पर लोगों का आवागमन भी तेजी से बढ़ेगा। सर्वे में पाया गया कि जेवर एयरपोर्ट बनने के बाद सीधे कनेक्विटी की जरूरत होगी। एनएचएआई टीम ने सुझाव रखा कि अगर जेवर के रास्ते हापुड़ को सीधे कानपुर-नोएडा एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा तो ज्यादा लोगों को लाभ मिलेगा। एनएचएआई द्वारा किए गए सर्वेक्षण में सुझाव दिया गया कि एक्सप्रेसवे को शुरुआत में छह लेन बनाया जाएगा। दरअसल, एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक का लोड काफी ज्यादा बताया जा रहा है। जीटी रोड का ट्रैफिक भी एक्सप्रेसवे पर चलने का दावा किया गया है। इसके पूरा होने और खुलने के बाद जेवर एयरपोर्ट पर ट्रैफिक बढ़ने की भी चर्चा है।एक्सप्रेसवे 380 किलोमीटर लंबा होगा
Kanpur News Noida Kanpur Expressway 380 किलोमीटर लंबा होगा। हापुड़ के लिए 60 किमी लंबा कनेक्टर बनाया जाएगा। परियोजना के पूरा होने की संभावित तिथि मार्च 2026 निर्धारित है। दरअसल, सर्वे में पाया गया कि जेवर एयरपोर्ट का काम पूरा होने के बाद सीधी कनेक्टिविटी की जरूरत होगी। एनएचएआई ने सुझाव दिया है कि अगर कानपुर-नोएडा एक्सप्रेसवे को आगर-जेवर के रास्ते हापुड से जोड़ा जाए तो अधिक लोग इसका लाभ उठा सकेंगे। उनका सफर आसान हो जाएगा।अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे में बदलाव
दरअसल, पहले ये एक्सप्रेसवे कानपुर से हापुड़ के बीच बनना था, लेकिन, फिर इसमें कुछ बदलाव किए गए। अब ये एक्सप्रेसवे कानपुर और नोएडा के बीच बनेगा। जेवर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को ध्यान में रखते हुए ये बदलाव किए गए हैं। सरकार लगातार जेवर एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी पर ध्यान दे रही है, जिस वजह से ये फैसला लिया गया है। इस एक्सप्रेसवे से हापुड़ को भी जोड़ा जाएगा, जिसके लिए 60 किलोमीटर लंबी कनेक्टर रोड का निर्माण किया जाएगा। दावा किया जा रहा है कि नोएडा-कानपुर एक्सप्रेसवे बनाने की योजना में बदलाव जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को ध्यान में रखकर किया गया है। एनएचएआई के इंजीनियरों ने प्राथमिक स्तर पर काम पूरा कर लिया है। जल्द मंत्रालय की मंजूरी के बाद इसे अंतिम रूप दिया जाएगा। ऐसे भी संकेत हैं कि एक्सप्रेसवे के निर्माण की योजना में बदलाव को मंजूरी मिलने के बाद काम शुरू हो जाएगा।डीपीआर अप्रूव होने का इंतजार
Kanpur News इस प्रोजेक्ट में भूमि अधिग्रहण के लिए कहां-कहां जरूरत पड़ेगी। डीपीआर में इसकी भी पूरी जानकारी दी गई है। फिर राज्य सरकार की मदद से जमीन अधिग्रहण का काम करवाया जाएगा। डीपीआर में फाइनल होगा कि कॉरिडोर में कहां एलिवेटेड सेक्शन होगा, कहां अंडरपास बनेगा और कहां एंट्री और एग्जिट दिया जाएगा। अप्रूवल के बाद इस प्रॉजेक्ट पर काम शुरू करवाया जाएगा। यहा सफर हरियाली से भरा होगा। एनएचएआई के अधिकारियों के मुताबिक साल 2026 तक इस प्रॉजेक्ट को पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। इस एक्सप्रेसवे के बन जाने से प्रदेश के दो औद्योगिक जिलों के बीच कारोबार को बढ़ावा मिलेगा। साथ ही इससे हजारों लोगों के लिए रोजगार का भी इंतजाम होगाMoto GP 2023 In Greater Noida: भारत में मोटो जीपी रेस का आयोजन, फिर गुलजार होगा बुद्धा इंटरनेशनल सर्किट
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अटल बिहारी बाजपेई रिसर्च सेंटर में इस हाथ को तैयार किया गया है। यह हाथ आम इंसानों की तरह ही काम करेगा। प्रोजेक्ट असिस्टेंट पंकज यादव ने बताया कि लैब इंचार्ज श्रीनाथ द्विवेदी के नेतृत्व में इलेक्ट्रॉनिक्स के बच्चे अमन, धात्री, तृप्ति ने मिलकर इस प्रोजेक्ट पर काम किया है। यह प्रोजेक्ट 8 माह पूर्व शुरू हुआ था। दो चरणों में इसकी टेस्टिंग की जा चुका है। तीसरी टेस्टिंग करने के लिए हाथ तैयार है। इन टेस्टिंग में जो भी कमियां आई उन्हें दूर कर लिया गया है। माना जा रहा है कि छह माह के अंदर इसे तैयार कर लिया जाएगा और मार्केट में भी उतार दिया जाएगा। यह दिव्यांगों के लिए वरदान साबित होने वाला है।