Friday, 29 November 2024

बड़ी खबर : आजम खान का बड़ा बयान, कहा एनकाउंटर करना चाहती है सरकार

Rampur News : उत्तर प्रदेश के रामपुर ​जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पर समाजवादी पार्टी…

बड़ी खबर : आजम खान का बड़ा बयान, कहा एनकाउंटर करना चाहती है सरकार

Rampur News : उत्तर प्रदेश के रामपुर ​जनपद से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। यहां पर समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान का बड़ा बयान आया है। इस बयान में आजम खान ने अपनी और अपने बेटे की हत्या किए जाने की आशंका जाहिर करते हुए कहा कि यूपी सरकार उनका एनकाउंटर कराना चाहती है। यह आशंका आजम खान ने उस वक्त जाहिर की, जब उन्हें रामपुर की जिला जेल से बाहर निकाला गया और सीतापुर जेल में शिफ्ट किया गया।

Rampur News in hindi

आपको बता दें कि रामपुर की जिला जेल में बंद पूर्व मंत्री एवं सपा नेता आजम खान को रामपुर से सीतापुर और उनके बेटे व पूर्व विधायक अब्दुल्ला आजम को हरदोई की जिला जेल में शिफ्ट किया गया है। आजम खान की पत्नी और पूर्व राज्यसभा सांसद तंजीन फातिमा को रामपुर जिला जेल में ही रखा गया है। बता दें कि बेटे अब्दुल्लाह आजम के डबल जन्म प्रमाण पत्र मामले में आजम खान, उनकी पत्नी तंजीन फातिमा और बेटे अब्दुल्ला आजम को कोर्ट ने 18 अक्टूबर को 7-7 साल की कैद और 50 हजार रुपये जुर्माना लगाया है।

जानकारी के अनुसार, रविवार की सुबह 4:40 बजे उन्हें रामपुर जिला जेल से बाहर निकालकर शिफ्ट किया गया। जेल से बाहर निकलने पर पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा कि, “हमारा एनकाउंटर भी किया जा सकता है”
जब आजम को पुलिस टीम ने गाड़ी में बैठने के लिए कहा तो उन्होंने कहा कि वो सीट में बीच पर नहीं बैठेंगे बल्कि साइड सीट पर ही बैठकर जाएंगे, जबकि पुलिस अधिकारियों का कहना था कि हम सुरक्षा के लिहाज से बीच में बैठने के लिए कह रहे हैं। इस पर आजम ने कहा कि आप समझिए हमारी उम्र हो चुकी है, हमारी उम्र का ही ख्याल करिए आप लोग।

बर्थ सर्टिफिकेट का मामला

आपको बता दें कि फेक बर्थ सर्टिफिकेट का एक केस 2017 के यूपी विधानसभा चुनाव से जुड़ा है। तब पूर्व विधायक और आजम के बेटे अब्दुल्ला आजम ने रामपुर की स्वार विधानसभा सीट से सपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उनकी जीत भी हुई थी, लेकिन चुनावी नतीजों के बाद उनके खिलाफ हाईकोर्ट में केस दाखिल कर दिया गया था। उन पर आरोप लगाया गया था कि अब्दुल्ला आजम ने चुनावी फार्म में जो उम्र बताई है, असल में उनकी उम्र उतनी नहीं है।

शैक्षणिक प्रमाण पत्र में अब्दुल्ला का डेट ऑफ बर्थ 1 जनवरी 1993 है, जबकि जन्म प्रमाण पत्र के आधार पर उनका जन्म 30 सितंबर 1990 को बताया गया है। यह मामला हाई कोर्ट पहुंचने के बाद इस पर सुनवाई शुरू हुई थी और अब्दुल्ला की तरफ से पेश किए गए जन्म प्रमाण पत्र को फर्जी पाया था। इसके बाद स्वार सीट से उनका चुनाव रद्द कर दिया गया था।

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