Shaligram Shila : अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में भगवान रामलला के बाल रूप की स्थापना के लिए कालीगंडकी नदी से लाई गई दो विशाल ‘शिला’ (पत्थर) जनकपुरधाम से आज अयोध्या पहुंचेगी । नेपाल से मिलने वाले पत्थर से भगवान राम के बाल रूप का निर्माण होगा। पत्थर को इकट्ठा करने और भेजने में सक्रिय जानकी मंदिर के महंत रामतपेश्वर दास के अनुसार, पत्थर को तराश कर भगवान राम का बाल रूप बनाया जाएगा और यह राम मंदिर के गर्भगृह में रखा जाएगा।
Shaligram Shila :
उन्होंने कहा, राम मंदिर में जो मूल स्वरूप स्थापित किया जाएगा वह नेपाली शिला से तैयार किया जाएगा। शालिग्राम शिला के कुशीनगर पहुंचने पर भव्य स्वागत किया गया । जनकपुर नेपाल से पूर्व उप प्रधानमंत्री बिमलेंद्र निधि के संयोजन एवं जानकी मंदिर के महंत के मार्गदर्शन में चल रही देव शिला यात्रा का अखिल भारतीय कॉयस्थ महासभा द्वारा भव्य स्वागत किया गया।
अखिल भारतीय कॉयस्थ महासभा के राष्ट्रीय संयोजक मनीष श्रीवास्तव ने कहा- “नेपाल भारत के रिश्तो को नया आयाम देने में शालिग्राम शिला मील का पत्थर साबित होगी। यह विमलेंद्र निधि जी के पिछले कई महीनों से लगातार प्रयास का नतीजा है ।
भारत और नेपाल के सांस्कृतिक एवं राजनीतिक रिश्तों को मजबूती देने में यह देव शिला यात्रा एक मजबूत स्तम्भ बनेगी। 5 मई से कुशीनगर जनपद में आयोजित होने वाली दस दिवसीय “विश्व कॉयस्थ महोत्सव (वर्ल्ड कॉयस्थ कांफ्रेंस) में नेपाल से हजारों की संख्या में सामाजिक कार्यकर्ता, मीडिया बन्धु, व्यवसायी एवं कानून और इतिहास के जानकारों एवं प्रतिनिधियों के पहुचने की सम्भवना है।
कुशीनगर को विष्व मानचित्र पर पहुचाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा विकास की नई इबारत लिखी जा रही है। कुशीनगर में मई में होने वाले आयोजन मे बिमलेंद्र निधि समेत नेपाल के कई वरिष्ठ प्रतिनिधियों को भी बुलाया गया है। ” इस अवसर पर बिमलेंद्र निधि एवं राम जानकी मंदिर के महन्त एवं रामन्दिर ट्रस्ट से जुड़े सदस्यों का नागरिक अभिनन्दन किया गया। इस अवसर पर कुशीनगर के सांसद विजय दूबे भी मौजूद रहे आज यह यात्रा शिला लेकर अयोध्या पहुंचेगी।