Kanpur News : कानपुर में 14 नए संक्रमित, आईआईटी प्रोफेसर व डॉक्टर भी पॉजिटिव




UP News / कानपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव की जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर एजाज उर्फ अज्जन और बिल्डर वसी की करीब 30 करोड़ रुपये की 30 बीघा जमीन को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया है। अज्जन और वसी जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता एवं विधायक इरफान सोलंकी के करीबी सहयोगी हैं।
विधायक सोलंकी की भाभी शाहीना का 75 लाख रुपये का एक फ्लैट, दो हथियार और एक कार भी जब्त की गई है। वित्तीय लेनदेन को रोकने के लिए कुछ बैंक खातों को भी सीज किया गया है।
फीलखाना थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि 10 फरवरी से अब तक 90 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी के बीच कुर्की की कार्रवाई की गई।
सिंह ने बताया कि हमने एजाज उर्फ अज्जन एवं उसके बेटे असद एजाज के स्वामित्व वाली तीन करोड़ रुपये की तीन बीघा जमीन और बिल्डर वसी एवं उसके बेटे अब्दुर रहमान की 27 करोड़ रुपये की 27 बीघा जमीन सहित दो संपत्तियां जब्त की हैं। दोनों वर्तमान में कानपुर जेल में बंद हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आशियाना कॉलोनी में ब्लॉक नंबर पांच स्थित एक फ्लैट को सील कर दिया है और सपा विधायक के जेल में बंद भाई रिजवान सोलंकी की एक कार और दो हथियार भी जब्त कर लिए हैं।
सिंह ने कहा कि रिजवान के दो बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इरफान सोलंकी एवं रिजवान सोलंकी के अलावा बिल्डर शौकत उर्फ पहलवान, एजाज उर्फ अज्जन, बिल्डर वसी, पार्षद मन्नू रहमान, पूर्व पार्षद मोहम्मद मुरसलीन उर्फ भोलू, मोहम्मद शरीफ और इस्राइल उर्फ आटेवाला सहित उनके सहयोगियों की तीन दर्जन से अधिक संपत्तियों की पहचान की गई है।
सिंह ने कहा कि जाजमऊ, चकेरी, चमनगंज, बेकनगंज, ग्वालटोली और सिविल लाइंस में अवैध तरीके से जमा की गई संपत्तियों की अनुमानित कीमत 250 से 300 करोड़ रुपये है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, "हमने सपा विधायक और उनके गिरोह के सदस्यों की संपत्तियों का पता लगाने के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण और कानपुर नगर निगम से मदद मांगी है।"
उन्होंने कहा कि सोलंकी, शौकत, वसी और अन्य की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई, जब पुलिस ने उत्तर प्रदेश गैंगस्टर कानून के तहत जाजमऊ में 20 करोड़ रुपये के 27 फ्लैट वाले हिलाल परिसर को जब्त कर लिया।
तिवारी ने बताया कि आने वाले दिनों में सोलंकी, उनके परिवार के सदस्यों, शौकत और गिरोह के अन्य सदस्यों की और संपत्तियां जब्त की जाएंगी।
इरफान सोलंकी और रिजवान पिछले साल दो दिसंबर से एक महिला को परेशान करने और उसका भूखंड हड़पने के लिए उसके घर में आग लगाने के आरोप में जेल में हैं। दंगा और आगजनी का मामला दर्ज होने के बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सीसामऊ सीट से चार बार के विधायक सोलंकी वर्तमान में महराजगंज जेल में बंद हैं।
UP News / कानपुर। उत्तर प्रदेश पुलिस ने उन्नाव की जेल में बंद हिस्ट्रीशीटर एजाज उर्फ अज्जन और बिल्डर वसी की करीब 30 करोड़ रुपये की 30 बीघा जमीन को गैंगस्टर एक्ट के तहत कुर्क किया है। अज्जन और वसी जेल में बंद समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता एवं विधायक इरफान सोलंकी के करीबी सहयोगी हैं।
विधायक सोलंकी की भाभी शाहीना का 75 लाख रुपये का एक फ्लैट, दो हथियार और एक कार भी जब्त की गई है। वित्तीय लेनदेन को रोकने के लिए कुछ बैंक खातों को भी सीज किया गया है।
फीलखाना थानाध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने शुक्रवार को बताया कि 10 फरवरी से अब तक 90 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति कुर्क की जा चुकी है। उन्होंने बताया कि बृहस्पतिवार को बड़ी संख्या में पुलिस बल की मौजूदगी के बीच कुर्की की कार्रवाई की गई।
सिंह ने बताया कि हमने एजाज उर्फ अज्जन एवं उसके बेटे असद एजाज के स्वामित्व वाली तीन करोड़ रुपये की तीन बीघा जमीन और बिल्डर वसी एवं उसके बेटे अब्दुर रहमान की 27 करोड़ रुपये की 27 बीघा जमीन सहित दो संपत्तियां जब्त की हैं। दोनों वर्तमान में कानपुर जेल में बंद हैं।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने आशियाना कॉलोनी में ब्लॉक नंबर पांच स्थित एक फ्लैट को सील कर दिया है और सपा विधायक के जेल में बंद भाई रिजवान सोलंकी की एक कार और दो हथियार भी जब्त कर लिए हैं।
सिंह ने कहा कि रिजवान के दो बैंक खातों को भी सीज कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि इरफान सोलंकी एवं रिजवान सोलंकी के अलावा बिल्डर शौकत उर्फ पहलवान, एजाज उर्फ अज्जन, बिल्डर वसी, पार्षद मन्नू रहमान, पूर्व पार्षद मोहम्मद मुरसलीन उर्फ भोलू, मोहम्मद शरीफ और इस्राइल उर्फ आटेवाला सहित उनके सहयोगियों की तीन दर्जन से अधिक संपत्तियों की पहचान की गई है।
सिंह ने कहा कि जाजमऊ, चकेरी, चमनगंज, बेकनगंज, ग्वालटोली और सिविल लाइंस में अवैध तरीके से जमा की गई संपत्तियों की अनुमानित कीमत 250 से 300 करोड़ रुपये है।
संयुक्त पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा, "हमने सपा विधायक और उनके गिरोह के सदस्यों की संपत्तियों का पता लगाने के लिए कानपुर विकास प्राधिकरण और कानपुर नगर निगम से मदद मांगी है।"
उन्होंने कहा कि सोलंकी, शौकत, वसी और अन्य की संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया 10 फरवरी को शुरू हुई, जब पुलिस ने उत्तर प्रदेश गैंगस्टर कानून के तहत जाजमऊ में 20 करोड़ रुपये के 27 फ्लैट वाले हिलाल परिसर को जब्त कर लिया।
तिवारी ने बताया कि आने वाले दिनों में सोलंकी, उनके परिवार के सदस्यों, शौकत और गिरोह के अन्य सदस्यों की और संपत्तियां जब्त की जाएंगी।
इरफान सोलंकी और रिजवान पिछले साल दो दिसंबर से एक महिला को परेशान करने और उसका भूखंड हड़पने के लिए उसके घर में आग लगाने के आरोप में जेल में हैं। दंगा और आगजनी का मामला दर्ज होने के बाद उन्होंने पुलिस आयुक्त के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। सीसामऊ सीट से चार बार के विधायक सोलंकी वर्तमान में महराजगंज जेल में बंद हैं।

UP News : आगरा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अखिल भारत हिंदू महासभा (एबीएचएम) के एक नेता और तीन अन्य सदस्यों को आगरा में एक प्रतिद्वंद्वी समूह को फंसाने के लिए गोहत्या का झूठा मामला दर्ज कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, चार लोगों एबीएचएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट और सदस्यों ब्रजेश भदौरिया, सौरव शर्मा और जितेंद्र कुशवाहा को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। चारों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अधिकारी ने कहा कि चारों के खिलाफ आगरा के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले लंबित हैं।
एत्माददौला पुलिस थाने के प्रभारी राज कुमार ने बताया कि इन सभी पर आईपीसी की धारा 429 और उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कहा कि कुशवाहा ने 30 मार्च को मुस्लिम समुदाय के एक समूह के कहने पर एत्माददौला इलाके में गोकशी की घटना का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने कहा कि उसने पुलिस शिकायत में रिजवान उर्फ कल्ला, नकीम, विजू उर्फ छोटू, शानू उर्फ इल्ली और इमरान का नाम लिया था।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी में नामजद लोगों में से दो शानू और इमरान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें एक प्रतिद्वंद्वी मुस्लिम समूह द्वारा मामले में फंसाया जा रहा है, जिन्होंने एबीएचएम से संपर्क किया था और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
सहायक पुलिस आयुक्त आर के सिंह ने कहा कि उनकी जांच में यह बात सामने आयी कि दर्ज प्राथमिकी झूठी थी और इसका उद्देश्य पांच लोगों को फंसाना था। सिंह ने कहा, "एबीएचएम के सदस्यों, जिसमें उसके राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट भी शामिल हैं, पर पुलिस पर दबाव बनाने के लिए झूठी प्राथमिकी दर्ज करने में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।
UP News : आगरा। उत्तर प्रदेश पुलिस ने अखिल भारत हिंदू महासभा (एबीएचएम) के एक नेता और तीन अन्य सदस्यों को आगरा में एक प्रतिद्वंद्वी समूह को फंसाने के लिए गोहत्या का झूठा मामला दर्ज कराने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, चार लोगों एबीएचएम के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट और सदस्यों ब्रजेश भदौरिया, सौरव शर्मा और जितेंद्र कुशवाहा को बुधवार को गिरफ्तार किया गया। चारों को अदालत में पेश किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया। अधिकारी ने कहा कि चारों के खिलाफ आगरा के विभिन्न थानों में कई आपराधिक मामले लंबित हैं।
एत्माददौला पुलिस थाने के प्रभारी राज कुमार ने बताया कि इन सभी पर आईपीसी की धारा 429 और उत्तर प्रदेश गोवध निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस ने कहा कि कुशवाहा ने 30 मार्च को मुस्लिम समुदाय के एक समूह के कहने पर एत्माददौला इलाके में गोकशी की घटना का आरोप लगाते हुए एक शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने कहा कि उसने पुलिस शिकायत में रिजवान उर्फ कल्ला, नकीम, विजू उर्फ छोटू, शानू उर्फ इल्ली और इमरान का नाम लिया था।
पुलिस ने बताया कि इसके बाद पुलिस ने प्राथमिकी में नामजद लोगों में से दो शानू और इमरान को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार उन्होंने पुलिस को बताया कि उन्हें एक प्रतिद्वंद्वी मुस्लिम समूह द्वारा मामले में फंसाया जा रहा है, जिन्होंने एबीएचएम से संपर्क किया था और उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया था।
सहायक पुलिस आयुक्त आर के सिंह ने कहा कि उनकी जांच में यह बात सामने आयी कि दर्ज प्राथमिकी झूठी थी और इसका उद्देश्य पांच लोगों को फंसाना था। सिंह ने कहा, "एबीएचएम के सदस्यों, जिसमें उसके राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट भी शामिल हैं, पर पुलिस पर दबाव बनाने के लिए झूठी प्राथमिकी दर्ज करने में शामिल होने का आरोप लगाया गया है।