लखनऊ से मेयर पद के लिए भाजपा और कांग्रेस समेत 10 कैंडीडेट्स ने दाखिल किया नामांकन Nagar Nikay Chunav

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Nagar Nikay Chunav
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 APR 2023 09:17 PM
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Nagar Nikay Chunav : लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में नगर निगम के महापौर पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने के आखिरी दिन सोमवार को भाजपा और कांग्रेस उम्मीदवार समेत 10 प्रत्याशियों ने नामांकन पत्र दाखिल किया। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।

Nagar Nikay Chunav 2023

जिला प्रशासन के एक अधिकारी ने बताया कि भाजपा की सुषमा खड़कवाल, कांग्रेस की संगीता जायसवाल, आम आदमी पार्टी (आप) की अंजू भट्ट, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) की अलका पांडे सहित कुल 10 उम्मीदवारों ने यहां पर्चा दाखिल किया ।

समाजवादी पार्टी की महापौर एवं उम्मीदवार वंदना मिश्रा और बहुजन समाज पार्टी की शाहीन बानो ने रविवार को ही नामांकन पत्र दाखिल किया था।

होगी एकतरफा जीत : सुषमा

भारतीय जनता पार्टी के एक प्रवक्ता ने बताया कि भाजपा की राज्य कार्यकारिणी सदस्य सुषमा खड़कवाल ने यहां पूर्व उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा और स्थानीय विधायकों सहित पार्टी के वरिष्ठ नेताओं और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल किया।

नामांकन दाखिल करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में सुषमा ने कहा, "यह एकतरफा जीत होगी क्योंकि भाजपा के लिए किसी अन्य पार्टी से कोई चुनौती नहीं है।"

प्राथमिकताओं के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि निर्वाचित होने पर वह अपनी पूर्ववर्ती महापौर संयुक्ता भाटिया द्वारा छोड़े गए कार्यों को भी पूरा करेंगी।

सुषमा लगभग 30 वर्षों से भाजपा से जुड़ी हैं और इस वक्‍त भाजपा प्रदेश कार्यसमिति की सदस्य हैं तथा इससे पहले वह पार्टी के अवध क्षेत्र महिला मोर्चा की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं।

गढ़वाल विश्वविद्यालय से स्नातक सुषमा सैनिक कल्याण बोर्ड, भारत संचार निगम और रेल उपयोगकर्ता सलाहकार समिति की सदस्य भी रह चुकी हैं।

उत्तर प्रदेश में नगरीय निकाय चुनाव दो चरणों में चार और 11 मई को होंगे। मतगणना 13 मई को की जाएगी।

मेयर की 17 और पालिकाध्यक्ष 199

नगरीय निकाय चुनावों के तहत महापौर की 17, पार्षदों की 1420, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष की 199, नगर पालिका सभासद की 5327, नगर पंचायत अध्यक्ष की 544 और नगर पंचायत सदस्य की 7178 सीटों के लिए निर्वाचन होगा।

पहले चरण के मतदान के लिए नामांकन पत्र जमा करने की प्रक्रिया 11 अप्रैल से शुरू होकर 17 अप्रैल तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 18 अप्रैल को होगी जबकि नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 20 अप्रैल होगी।

दूसरे चरण के लिए नामांकन पत्र जमा करने की प्रक्रिया 17 अप्रैल से शुरू होकर 24 अप्रैल तक चलेगी। नामांकन पत्रों की जांच 25 अप्रैल को होगी तथा नामांकन वापस लेने की तिथि 27 अप्रैल निर्धारित की गई है। Nagar Nikay Chunav

Atiq Ahmed : माफिया अतीक और अशरफ ने बाहुबल के दम पर 4 दशक तक किया राज, पढ़िए झकझोर देने वाले 20 अपराध

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Atiq Ahmed : माफिया अतीक और अशरफ ने बाहुबल के दम पर 4 दशक तक किया राज, पढ़िए झकझोर देने वाले 20 अपराध

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Atiq Ahmed News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar17 APR 2023 09:02 PM
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Atiq Ahmed News लखनऊ: उत्तर प्रदेश में करीब 4 दशक से ज्यादा समय तक अपराध की दुनिया में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने अपना सिक्का चलाया। जरायम के बाद राजनीति में कदम रखने वाले अतीक के गुनाहों की लिस्ट बहुत लंबी है। प्रयागराज में एक तांगा चलाने वाले का नाम आज सभी की जुबान पर है। इसकी वजह सिर्फ एक ही बल्कि कई सारी हैं। एक तरफ अपराध का पर्याय बना तो वहीँ दूसरी तरफ अपने बाहुबल से राजनेता बना। जैसे- जैसे समय बीतता गया वैसे- वैसे इसके गुनाहों की काली लिस्ट बनती गई। एक समय था जब माफिया अतीक की तूती बोलती थी। जमीन कब्जा, अपहरण, हत्या के लिए कुख्यात अतीक के गुर्गों ने प्रदेश में तबाही मचा रखी थी। मुस्लिम समुदाय के लोग भले ही उसकी हत्या होने पर सवाल उठा रहें हो, लेकिन हकीकत ये है कि उसके अपने सभी जाति, धर्म विशेष के लोगों पर जुर्म करके उनका उत्पीड़न किया। वहीँ अगर टॉप 20 मामले पर करें गौर करें तो अहमद भाईयों ने सबसे ज्यादा जुल्म अल्पसंख्यक समुदाय से आने वालों लोगों पर ही किया है।

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अतीक और उसके भाई के टॉप 20 मामले

1. जीशान उर्फ जानू पुत्र मोहम्मद जई नि. कसारी मसारी थाना धूमनगंज प्रयागराज। 2. मसले (मदरसा कांड में पुत्री के साथ बलात्कार की घटना) अशरफ 3. स्व. अशफाक कुन्नू का परिवार। (अशफाक की हत्या वर्ष 1994 में हुई थी) 4. पार्षद नस्सन का परिवार (वर्ष 2001 में पार्षद नस्सन की हत्या की गई थी) 5. जैद बेली (दोहरा हत्याकांड बेली) 6. भाजपा नेता अशरफ पुत्र अताउल्ला का परिवार (वर्ष 2003 में भाजपा नेता अशरफ की हत्या) 7. मकसूद पुत्र स्व. मोहम्मद कारी (मो. कारी की हत्या करने की घटना की गई) 8. जैद (देवरिया जेल कांड) 9. अरशद पुत्र फरमुदमुल्ला नि. सिलना प्रयागराज (अरशद के हाथ पैर तोड़े) 10. जाबिर, बेली प्रयागराज (अल्कमा हत्याकांड में अतीक द्वारा फर्जी नामजद कराया गया तथा जमानत का विरोध अपने वकील के माध्यम से कराया जाता था।) 11. आबिद प्रधान 12. सउद पार्षद खुल्दाबाद 13. शाबिर उर्फ शेरू 14. जया पाल पत्नी स्व. उमेश पाल 15. सूरज कली (पति की हत्या व गवाही के लिए धमकी देना) 16. स्व. अशोक साहू का परिवार (वर्ष 1995 में अशोक साहू की हत्या की गई) 17. मोहित जायसवाल (देवरिया जेल कांड) 18. जग्गा का परिवार (मुंबई से बुलाकर कब्रिस्तान में पेड़ से बांध कर जग्गा की हत्या) 19. पार्षद सुशील यादव 20. सिक्योरिटी इन्चार्ज राम कृष्ण सिंह

जमीन कब्जाने के लिए गिरवा दिया था रिश्तेदार का घर

इन 20 मामलों में से 13 मामलों में मुस्लिम समुदाय ही पीड़ित रहा है। अशरफ ने मदरसे से तालीम ले रही दो नाबालिग बच्चियों को असलहे के दम पर अगवा कर रातभर बलात्कार किया और सुबह मदरसे गेट पर लहूलूहान हालत में फेंक कर चले गये। अतीक ने जरायम की दुनिया में अपनी बादशाहत बनाए रखने के लिए रिश्तेदारों को भी नहीं बख्शा। वह जमीन के लिए किसी भी हद तक जा सकता था। कसारी मसारी प्रयागराज निवासी जीशान उर्फ जानू इसी का जीता जागता उदाहरण है। दरअसल, जीशान अतीक के साढू इमरान जई के छोटे भाई हैं। अतीक ने जीशान की जमीन कब्जा करने के लिए उसके घर को जेसीबी से गिरवा दिया था। इतना ही नहीं उससे पांच करोड़ की रंगदारी के साथ उस पर हमला किया था, जिसका जीशान ने मुकदमा दर्ज कराया था।

1994 में सभासद अशफाक को उतारा था मौत के घाट

इसी तरह सभासद अशफाक कुन्नू का वर्ष 1994 में कत्ल हो गया। इस हत्याकांड को अतीक और अशरफ ने अंजाम दिया था, लेकिन अतीक की ऐसी दहशत थी कि उस पर कानूनी शिकंजा नहीं कस सका। कोई भी पुलिस अधिकारी उस पर हाथ नहीं डालना चाहता था। घटना के पांच साल बाद 1999 में तब के एसपी सिटी लालजी शुक्ला ने अशफाक कुन्नू हत्याकांड में अशरफ की गिरफ्तारी की, उस समय प्रदेश में भाजपा की सरकार थी। अतीक पर उसके अपने करीबी पार्षद नस्सन को गोली मारने का मामला सामने आया था। दरअसल, वार्ड पार्षद नस्सन ने अतीक के खिलाफ आवाज उठानी शुरू कर दी थी। ऐसे में दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई थी। वर्ष 2001 में नस्सन को अतीक ने चकिया में गोलियों से छलनी कर दिया था।

Atiq Ahmed - सिर्फ नाम की वजह से भाजपा नेता की कर दी थी हत्या

वहीं, भाजपा नेता अशरफ की माफिया अतीक ने वर्ष 2003 में गोली मारकर हत्या कर दी थी। चकिया में अतीक के घर के सामने ही अशरफ का घर था। अतीक ने भाजपा नेता का नाम उसके भाई के नाम पर होने की वजह से उसे मौत के घाट उतार दिया था। बताते हैं कि वह विपक्षी दल भाजपा के लिए काम करके अतीक को चिढ़ाता था। इसमें सबसे अधिक हैरान करने वाला मामला यह था कि अशरफ की हत्या के बाद उसके शव को लेकर अतीक के गुर्गे भाग गए थे। इसी तरह उसने वर्ष 1989 में प्रयागराज के झालना इलाके में बृजमोहन उर्फ बच्चा कुशवाहा की साढ़े बारह बीघे जमीन पर कब्जा कर लिया था। विरोध करने पर अतीक ने बच्चा को गायब करवा दिया, जिसका आज तक पता नहीं चला। बाद में उसने बच्चा कुशवाहा के बेटे और उसकी पत्नी सूरज कली को मारने पीटने के साथ कई बार गोली चलवाई थी। Atiq Ahmed News

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Up News : बसपा ने जारी की 10 मेयर प्रत्याशियों की लिस्ट, जानिए किसको मिला मौका

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Up News: BSP released the list of 10 mayor candidates, know who got the chance
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userचेतना मंच
calendar17 APR 2023 05:23 PM
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Up News : उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव का शंखनाद होने के बाद सभी राजनीतिक पार्टियों  अपने अपने प्रत्याशियों के नामों पर मुहर लगा रही हैं। बीजेपी, सपा, कांग्रेस के बाद अब बसपा ने 10 मेयर उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। सोमवार को बहुजन समाज पार्टी की ओर से जारी की गई सूची में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, झांसी, सहारनपुर, लखनऊ, वाराणसी, प्रयागराज, मुरादाबाद और गोरखपुर जिला शामिल है। बता दें कि पहले चरण में होने वाले चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने का आज ही आखिरी दिन है।

Up News :

  30 मार्च को जारी हुई थी अधिसूचना गौरतलब है कि, निकाय चुनाव की अधिसूचना 30 मार्च को जारी हुई थी। वर्ष 2017 की अपेक्षा इस बार आरक्षण में काफी फेरबदल हुआ है। कई नेताओं को इस आरक्षण से चेहरे का रंग उड़ गया है। वहीं, आरक्षण घोषित होने के बाद निकाय चुनाव में अध्यक्ष से लेकर सभासद सीट तक के लिए सबसे ज्यादा दावेदार भाजपा और सपा में हैं। दावेदारों का मानना है कि चुनाव में भाजपा का दम ज्यादा रहेगा। हालांकि बसपा, सपा और कांग्रेस के नेता भी निकाय चुनाव जोर-शोर से लड़ने की बात कह रहे हैं। यूपी में दो चरणो में होंगे चुनाव बता दें कि उत्तर प्रदेश में नगर निकाय चुनाव दो चरणों में होंगे। पहले चरण का मतदान 4 मई को 9 मंडलों के 37 जिलो और दूसरे चरण का मतदान 11 मई को 9 मंडलों के 38 जिलों में होगा। मतगणना 13 मई को सुबह 8:00 बजे से शुरू होगी। नगर निकाय चुनाव में आदर्श आचार संहिता के साथ कोविड-19 की गाइडलाइन का भी सख्ती से पालन किया जाएगा। वहीं चुनाव में कुल 13757 मतदान केंद्र 43263 मतदेय स्थल बनाए गए हैं। [caption id="attachment_82858" align="aligncenter" width="1164"]Up News: BSP released the list of 10 mayor candidates, know who got the chance Up News: BSP released the list of 10 mayor candidates, know who got the chance[/caption]