Saturday, 23 November 2024

UP News : चुनावी वादा निभाएंगे सीएम योगी, सीनियर सिटीजन महिलाओं को देंगे मुफ्त यात्रा की सौगात

Lucknow: लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव के वक्त किए गए एक और वादे को पूरा करने जा रहे हैं।…

UP News : चुनावी वादा निभाएंगे सीएम योगी, सीनियर सिटीजन महिलाओं को देंगे मुफ्त यात्रा की सौगात

Lucknow: लखनऊ। सीएम योगी आदित्यनाथ विधानसभा चुनाव के वक्त किए गए एक और वादे को पूरा करने जा रहे हैं। इसकी तैयारी की जा रही है। सरकार यूपी में सीनियर सिटीजन महिलाओं को जल्द ही रोडवेज बसों में मुफ्त यात्रा की सुविधा देने जा रही है। बुधवार को सीएम योगी ने कहा कि चुनाव के वक्त हमने 60 साल से ज्यादा उम्र की महिलाओं को बस में फ्री सफर का वादा किया था। शीघ्र ही हम यह वादा पूरा करने जा रहे हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि रक्षाबंधन पर भी रोडवेज बसों में महिलाएं फ्री सफर कर सकेंगी। परिवहन विभाग ने बुधवार रात 12 बजे से शुक्रवार रात 12 बजे तक यानी दो दिन रोडवेज बसों में महिलाओं के लिए फ्री यात्रा का सर्कुलर जारी कर दिया है। उन्होंने बुधवार को सरकारी आवास से प्रदेश के सात बस अड्डों का ऑनलाइन उद्घाटन किया। यह बस अड्डे अलीगंज, एटा, गाजीपुर, मथुरा के नौझील, मुरादाबाद के कांठ, बाराबंकी के हैदरगढ़, जयसिंहपुरा और मथुरा सिग्नेचर ग्रीन सिटी में बने हैं। उन्होंने कहा कि इसके अलावा, यूपी रोडवेज के बेड़े में 150 नई डीजल बसें शामिल की गईं।

सीएम ने कहा कि 150 नई बसें देने का रक्षाबंधन से अच्छा मौका नहीं हो सकता है। हर जिले में 2-2 नई बसें भेजी जा रही हैं। हम बस अड्डों को हाई क्लास बना रहे हैं। दूसरे राज्यों से यूपी में आने वालों को बेहतर कनेक्टिविटी मिलनी चाहिए। गांव-गांव तक रोडवेज की बसें पहुंचनी चाहिए। भारत के एयरपोर्ट वर्ल्ड क्लास बन सकते हैं। तो हम अपने बस स्टेशन को बेहतर क्यों नही कर सकते। इस दिशा में परिवहन निगम को काम करना होगा।

उन्होंने कहा कि यूपी में 3 ड्राइविंग ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट अलीगढ़, बरेली और झांसी में खुल रहे हैं। ऑटोमेटिक ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक बरेली में बनकर तैयार हो चुका है। फिरोजाबाद में सारथी हॉल का भी उद्घाटन किया गया है। सीएम ने कहा कि यूपी परिवहन निगम का लंबा इतिहास है। इसको प्रोफेशनल तरीके से बढ़ाने की जरूरत है। हमने 2019 के कुंभ में श्रद्धालुओं की सेवा के लिए बसों को खरीदा था। इन्हीं बसों कोविड काल में भी इस्तेमाल किया गया। एक करोड़ से ज्यादा श्रमिकों को घर तक लाने में बसें ही काम आईं। 40 लाख कामगार अकेले उत्तर प्रदेश के थे। 30 लाख बिहार के श्रमिक थे। इसके अतिरिक्त, झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, असम, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड राज्यों तक उन लोगों को पहुंचाया गया।

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