Friday, 15 November 2024

कचरे-कूड़े से बनाएगा जाएगा कोयला, 600 टन कूड़े से तैयार होगा 200 टन कोयला

UP News : भारत एक ऐसा देश है जहां प्रदूषण की समस्या का सामना लगातार होता रहता है और इसे हल…

कचरे-कूड़े से बनाएगा जाएगा कोयला, 600 टन कूड़े से तैयार होगा 200 टन कोयला

UP News : भारत एक ऐसा देश है जहां प्रदूषण की समस्या का सामना लगातार होता रहता है और इसे हल करने के लिए नए और सकारात्मक प्रयास की जरूरत है। इसी दिशा में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत ने नवाचारिक और पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए कचरे से कोयला बनाने की पहल की है।

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देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट बनारस में देश का सबसे अनोखा प्लांट शुरू हो गया है। इस प्लांट में कचरे से कोयला तैयार किया जा रहा है। बता दें कि वाराणसी में काम कर रहा यह प्लांट अपने आप में अनोखा है और देश का पहला प्लांट है जहां शहर से निकलने वाले कचरे से कोयला तैयार किया जा रहा है। एनटीपीसी (NTPC) ने इस प्लांट को लगाया है और नगर निगम के सहयोग से इसके संचालन का काम कार्यदायी संस्था मेकाबर बीके कर रही है।

पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन

आपको बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में अनोखा प्‍लांट लगाया गया है। जो कचरे- कूड़े से कोयला बनाएगा। देश में इस तरह के पहले प्‍लांट का उद्घाटन प्रधानमंत्री के हाथों इसी महीने के अंत में होगा। इससे प्रदूषण से मुक्ति मिलेगी और कचरे का निस्तारण होगा। इसके साथ ही प्‍लांट में कूड़े- कचरे से कोयला बनकर तैयार किया जाएगा। पीएम मोदी इस प्‍लांट का उद्घाटन करेंगे। बता दें कि पीएम मोदी दो दिवसीय दौरे पर फरवरी के अंतिम सप्ताह में वाराणसी आ रहे हैं। पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र का दौरा करते हुए वाराणसी को करोड़ों की सौगात देने जा रहे हैं। इनमें से एक ऐसी सौगात है जिसकी डिमांड वाराणसी के जनता को वर्षों से थी और अब वो पूरी हो रही है। यह सपना वाराणसी में निकलने वाले कचरे के निस्तारण को लेकर था।

16 एकड़ में बना है प्लांट

वाराणसी के रमना में 16 एकड़ में बना यह प्लांट ऐसी तकनीक से तैयार हुआ जिससे आस पास के लोगों को भी कोई परेशानी नहीं होगी और न ही कूड़े-कचरे के दुर्गंध लोगो को परेशान करेगी। बताया जा रहा है कि कचरे से कोयला बनाने वाले प्लांट में 200 टन क्षमता वाली इकाई का परीक्षण किया गया। 200 टन कचरे से 70 टन कोयले का उत्पादन हुआ है। एनटीपीसी के अधिकारियों के अनुसार प्लांट के सफल परीक्षण के बाद दो अन्य इकाइयां स्थापित की जाएंगी।

एक दिन में तैयार होगा 200 टन कोयला

नगर निगम के अपर नगर आयुक्त एनपी सिंह में बताया कि वाराणसी के यह प्लांट पीएम मोदी के स्वच्छता अभियान के लिए भी मील का पत्थर साबित होगा। इस प्लांट से 600 टन कचरे से 200 टन टॉरीफाइड चारकोल (कोयला) बनाया जाएगा। इसका उपयोग बिजली उत्पादन के लिए होता है। बिजली उत्पादन के लिए कोयले की कमी को देखते हुए यह भविष्य के लिए एक बड़ा कदम साबित हो सकता है। एनपी सिंह ने बताया कि यह प्लांट 3 भाग में बना है। जिसमें प्रत्येक भाग में 200 टन कचरे से करीब 70 टन कोयला बनेगा। इस तरह पूरे दिन में इस प्लांट से करीब 200 टन कोयले का उत्पादन होगा।

हर दिन 600 टन कचरे का होगा निस्तारण

अपर नगर आयुक्त एनपी सिंह ने बताया कि इस प्लांट से शहर के कचरे का निस्तारण भी होगा। क्योंकि हर रोज शहर से करीब 1 हजार टन कचरा निकलता है। इसमें से 600 टन कचरे का निस्तारण हर दिन इस प्लांट से होगा। बाकी शहर में दूसरे वेस्ट टू एनर्जी प्लांट होंगे जिसमें बाकी कचरे का निस्तारण भी होगा। खास बात यह है कि इस कोयले को हरित कोयले के रूप में जाना जाएगा। जिससे पॉल्यूशन भी कम होगा।

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