Hathras Satsang Accident : उत्तर प्रदेश के हाथरस में मंगलवार सत्संग में हुए हादसे ने सबको दहला के रख दिया है। बाबा के सत्यसंग में मची भगदड़ ने 121 लोगों ने अब तक जान गंवा दी है। वहीं इस बड़ी घटना ने 30 लोगों के घायल होने की खबर है। इस घटना के बाद पुलिस प्रशासन अलर्ट हो गया है। बताया जा रहा है पुलिस ने मुख्य सेवादार देव प्रकाश और अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। लेकिन हैरानी की बात है जिस बाबा के कारण इतना बड़ा हादसा हुआ है उनका नाम FIR में शामिल नहीं है।
मौत का आंकड़ा छुपाया गया
आपको बता दें कि इस मामले में अधिकारियों के मुताबिक, सत्संग के आयोजन के लिए अनुमति ली गई थी, लेकिन पुलिस से 80000 श्रद्धालुओं के शामिल होने की ही अनुमति मांगी गई थी। इसी के हिसाब से कार्यक्रम स्थल पर प्रशासन ने इंतजाम किए थे। मंगलवार को सत्संग में ढाई लाख से अधिक श्रद्धालु ने की जानकारी मिली है। दरअसल आयोजकों ने पुलिस से श्रद्धालुओं की संख्या को छिपाया। बड़ा सवाल यह उठ रहा है कि सुबह से आयोजन हो रहा था तो पुलिस ढाई लाख लोगों को पता कैसे नहीं लग पाया।
लोगों ने खोली प्रशासन के व्यवस्था की पोल
मिली जानकारी के अनुसार इस हादसे ने पुलिस और प्रशासन की व्यवस्था की भी पोल खोल दी है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में मची भगदड़ के दौरान पुलिसकर्मी लाचार दिखाई दी वहीं जब शव हाथरस के ट्रॉमा सेंटर पहुंचने लगे तो वहां पर कोई व्यवस्था का इंतजाम नहीं था। एक श्रद्धालु ने बताया कि जब वह ट्रॉमा सेंटर में गया तो एक जूनियर डॉक्टर और एक ही फार्मासिस्ट मौजूद थे। सीएमओ भी मौजूद नहीं थे। वह डेढ़ घंटे बाद अस्पताल पहुंचे। शुरुआत में डॉक्टर स्टेचर पर ही घायलों का प्राथमिक इलाज कर रहे थे। अगर स्थिति गंभीर थी तो उसे रेफर कर दिया गया।
हाथरस हादसे के बाद फरार हुए सत्संग वाले ‘भोले बाबा’, पुलिस लौटी खाली हाथ
ग्रेटर नोएडा – नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें।