UP News : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकारी नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने इस गिरोह का फंडाफोड़ करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया था। ये गिरोह एक संस्था बनाकर सरकारी नौकरा के नाम पर लोगों के साथ ठगी को अंजम दे रहा था।
UP News
फिलहाल पुलिस इस गिरोह के मास्टर माइंड समेत पांच सदस्यों को गिरफ्तार करके उनसे पूछताछ कर रही है। इस कार्रवाई को यूपी एसटीएफ की टीम ने अंजाम दिया है। अधिकारियों का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ में और भी कई खुलासे हो सकते हैं।
गिरोह के पांच लोगों को किया गिरफ्तार
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार ये पकड़े गए लोग सरकारी विभागों में नौकरी से लेकर ट्रांसफर और पोस्टिंग कराने के नाम पर लोगों को आपना शिकार बनाते थे। यूपी एसटीएफ ने इस गिरोह के मास्टर माइंड समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बतया जा रहा है कि ये आरोपी आरएमएसएस नाम की संस्था बनाकर लोगों के साथ ठगी को अंजाम दे रहे थे।
20 लोगों से की 2 करोड़ की ठगी
एसटीएफ के मुताबिक पूछताछ में गिरोह के मास्टरमाइंड विकास यादव ने बताया कि वह आरएमएसएस का राष्ट्रीय अध्यक्ष है। उसकी संस्था में अमित तिवारी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। यह संस्था उसने लोगों पर प्रभाव दिखाने के लिए बनाया है। इस गिरोह के सदस्य गगन पाण्डेय का परिचय विशेष सचिव मुख्यमंत्री के रूप में लोगों से कराते हैं। वर्ष 2020 में इन लोगों द्वारा भारतीय रेलवे मे ग्रुप सी और ग्रुप डी में भर्ती कराने का झांसा देकर लगभग 20 लोगों से करीब दो करोड़ रूपये की ठगी की है। विकास ने बताया के फर्जी तरीके से लोगों के फार्म भरकर उनका मेडिकल कराकर फर्जी नियुक्ति पत्र दे दिया करते थे।
कॉल सेंटर से बेरोजगारों से करते थे संपर्क
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि ये आरोपी लखनऊ के इंदिरानगर में कॉल सेंटर चलाते थे। पकड़े गए आरोपी इंटरनेट और अन्य माध्यम से बेरोजगार लोगों के नंबर पता कर लेते थे। इसके बाद इस गिरोह के लोग उन बेरोजगार लोगों को फोन करके नौकरी के नाम पर दो या तीन बार में पैसे वसूल लेते थे। पुलिस जांच में सामने आया है कि ये गिरोह पिछले तीन सालों से कॉल सेंटर चला रहे थे। जिसके माध्यम से लोगों को नौकरी के नाम पर फंसाया जा रहा था।
UP News काफी सामान किया बरामद
यूपी एसटीएफ ने नौकरी के नाम पर ठगी करने वाले जिन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। उनमें अमित तिवारी, नवीन कुमार राय, गगन पांडेय, आशीष भारद्वाज और विकास यादव शामिल हैं। इनके पास से एसटीएफ ने 15 मोबाइल फोन, 14 एटीएम कार्ड, 1 रेलवे पास, 7 वोटर आईडी कार्ड, 3 फर्जी परिचय पत्र समेत भारी मात्रा में कई विभागों के कागजात बरामद किए हैं।
एसटीएफ ने दी मामले की जानकारी
यूपी एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक विशाल सिंह ने बताया कि ये गिरोह तमाम सरकारी विभागों समेत ट्रांसफर पोस्टिंग कराने का झांसा देकर ठगी करने वाले एक गिरोह के सम्बन्ध में सूचना मिली थी। जिस पर एसटीएफ निरीक्षक संजय सिंह के नेतृत्व में एसटीएफ टीम द्वारा तकनीकी आधार पर छानबीन शुरु कर दी गई। इसी बीच शुक्रवार को करीब 15:30 बजे मुखबिर की सूचना पर लखनऊ के थाना सुशान्त गोल्फ सिटी पुलिस के सहयोग से छापेमारी करके इस गिरोह के मास्टरमाइंड सहित पांच लोगों को गिरफ्तार करने में कामयाबी मिली है।
थमने का नाम नहीं ले रहा एसडीओ और मीटर रीडरों का विवाद, उपभोक्ता परेशान
देश विदेश की खबरों से अपडेट रहने लिए चेतना मंच के साथ जुड़े रहें।
देश-दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमें फेसबुक पर लाइक करें या ट्विटर पर फॉलो करें।