उत्तर प्रदेश में SIR का आज आखिरी दिन, फॉर्म नहीं भरा तो करें ये काम
इस प्रक्रिया में जहां दिवंगत मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, वहीं पलायन कर चुके या लंबे समय से क्षेत्र से बाहर रहने वाले मतदाताओं के रिकॉर्ड का सत्यापन किया जा रहा है। दूसरी ओर, नए मतदाताओं के नाम जोड़े जा रहे हैं और नाम, पता, उम्र, फोटो जैसी गलतियों को भी इसी मंच पर दुरुस्त किया जा रहा है।

UP News : उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया आज अंतिम दिन है। डेडलाइन के दबाव के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बूथों और विशेष कैंपों पर सुबह से ही हलचल तेज दिख रही है। चुनावी तैयारियों की इस अहम कड़ी में अगर आपने अब तक गणना फॉर्म जमा नहीं किया है, तो देर न करें आज ही नजदीकी केंद्र/कैंप पर पहुंचकर या उपलब्ध ऑनलाइन माध्यम से फॉर्म भरकर जमा कर दें। क्योंकि आखिरी तारीख निकलते ही नाम जोड़ने, विवरण सुधारने या संशोधन की प्रक्रिया ड्राफ्ट सूची के बाद दावे-आपत्तियों के रास्ते जाएगी, जिसमें समय भी लगेगा और प्रक्रिया भी लंबी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में क्यों जरूरी है SIR?
उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और विविध आबादी वाले राज्य में मतदाता सूची का सही, साफ और अपडेट रहना चुनावी व्यवस्था की बुनियाद है। यही वजह है कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को वोटर लिस्ट की एक तरह की “डीप क्लीनिंग + अपडेशन ड्राइव” माना जा रहा है। इस प्रक्रिया में जहां दिवंगत मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, वहीं पलायन कर चुके या लंबे समय से क्षेत्र से बाहर रहने वाले मतदाताओं के रिकॉर्ड का सत्यापन किया जा रहा है। दूसरी ओर, नए मतदाताओं के नाम जोड़े जा रहे हैं और नाम, पता, उम्र, फोटो जैसी गलतियों को भी इसी मंच पर दुरुस्त किया जा रहा है। कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट को ज्यादा सटीक, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाने के लिए SIR एक निर्णायक कदम है ताकि हर पात्र मतदाता का नाम सही जगह, सही जानकारी के साथ दर्ज रहे।
जिलों में विशेष कैंप
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अंतिम दिन की डेडलाइन को देखते हुए प्रशासन ने विशेष कैंपों का नेटवर्क सक्रिय कर दिया है। कई मतदान केंद्रों पर बीएलओ (Booth Level Officer) की तैनाती के साथ फॉर्म भरवाने, त्रुटि सुधारने और जमा कराने की ऑन-द-स्पॉट व्यवस्था की गई, ताकि कोई पात्र मतदाता प्रक्रिया से छूट न जाए। कई जगहों पर राजनीतिक दलों के बीएलए (Booth Level Agents) भी बूथों पर मौजूद रहे और लोगों को फॉर्म भरने-जमा करने में सहायता करते दिखे। राज्य स्तर पर भी इसे लेकर हाई अलर्ट मोड नजर आया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर भाजपा के प्रदेश नेतृत्व तक ने जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से घर-घर जागरूकता बढ़ाने की अपील की थी। इसका असर अब जमीन पर दिख रहा है, जहां बूथों पर बढ़ती भीड़ और तेज होती गतिविधियां बताती हैं कि उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने की यह कवायद अपने निर्णायक मुकाम पर पहुंच चुकी है।
कैसे अपडेट हो रहा डाटा?
चुनाव आयोग की ओर से घर-घर बीएलओ भेजकर मतदाताओं तक गणना फॉर्म पहुंचाए गए, ताकि प्रक्रिया ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच में रहे। मतदाता द्वारा भरे गए फॉर्म के आधार पर ऑनलाइन डेटा एंट्री की जा रही है और इसी अपडेटेड रिकॉर्ड से नई मतदाता सूची तैयार होगी। जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में SIR के तुरंत बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने की संभावना है, जबकि फरवरी में फाइनल सूची प्रकाशित होने का अनुमान जताया जा रहा है। सबसे अहम बात यह है कि जो मतदाता आज फॉर्म जमा नहीं कर पाए, उनके लिए रास्ता पूरी तरह बंद नहीं होता। ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन के बाद वे उचित दस्तावेजों के साथ दावा/आपत्ति दाखिल कर सकते हैं। आयोग इन दावों-आपत्तियों की जांच कर फाइनल अपडेट से पहले अंतिम एडिटिंग करेगा, ताकि उत्तर प्रदेश में किसी भी योग्य मतदाता का नाम सिर्फ प्रक्रिया या त्रुटि के कारण सूची से छूट न जाए।
उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के लिए जरूरी सलाह
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के इस निर्णायक अपडेट के बीच मतदाताओं के लिए तीन बातें बेहद जरूरी हैं। अगर आपका फॉर्म अब तक जमा नहीं हुआ है, तो इसे आज ही नजदीकी केंद्र/कैंप या ऑनलाइन माध्यम से जमा कर दें। अगर नाम, पता, उम्र या फोटो में जरा-सी भी गलती है, तो उसे समय रहते सुधरवा लेना आगे की परेशानी से बचाएगा। और जब ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी हो, तो अपना नाम और पूरा विवरण एक बार नहीं, ध्यान से दो बार जरूर जांचें ताकि उत्तर प्रदेश में आपका मतदान अधिकार किसी त्रुटि या देरी की वजह से अधूरा न रह जाए। UP News
UP News : उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची को दुरुस्त करने के लिए चल रही विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया आज अंतिम दिन है। डेडलाइन के दबाव के चलते उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बूथों और विशेष कैंपों पर सुबह से ही हलचल तेज दिख रही है। चुनावी तैयारियों की इस अहम कड़ी में अगर आपने अब तक गणना फॉर्म जमा नहीं किया है, तो देर न करें आज ही नजदीकी केंद्र/कैंप पर पहुंचकर या उपलब्ध ऑनलाइन माध्यम से फॉर्म भरकर जमा कर दें। क्योंकि आखिरी तारीख निकलते ही नाम जोड़ने, विवरण सुधारने या संशोधन की प्रक्रिया ड्राफ्ट सूची के बाद दावे-आपत्तियों के रास्ते जाएगी, जिसमें समय भी लगेगा और प्रक्रिया भी लंबी हो सकती है।
उत्तर प्रदेश में क्यों जरूरी है SIR?
उत्तर प्रदेश जैसे विशाल और विविध आबादी वाले राज्य में मतदाता सूची का सही, साफ और अपडेट रहना चुनावी व्यवस्था की बुनियाद है। यही वजह है कि विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) को वोटर लिस्ट की एक तरह की “डीप क्लीनिंग + अपडेशन ड्राइव” माना जा रहा है। इस प्रक्रिया में जहां दिवंगत मतदाताओं के नाम हटाए जा रहे हैं, वहीं पलायन कर चुके या लंबे समय से क्षेत्र से बाहर रहने वाले मतदाताओं के रिकॉर्ड का सत्यापन किया जा रहा है। दूसरी ओर, नए मतदाताओं के नाम जोड़े जा रहे हैं और नाम, पता, उम्र, फोटो जैसी गलतियों को भी इसी मंच पर दुरुस्त किया जा रहा है। कुल मिलाकर, उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट को ज्यादा सटीक, पारदर्शी और भरोसेमंद बनाने के लिए SIR एक निर्णायक कदम है ताकि हर पात्र मतदाता का नाम सही जगह, सही जानकारी के साथ दर्ज रहे।
जिलों में विशेष कैंप
उत्तर प्रदेश के अलग-अलग जिलों में अंतिम दिन की डेडलाइन को देखते हुए प्रशासन ने विशेष कैंपों का नेटवर्क सक्रिय कर दिया है। कई मतदान केंद्रों पर बीएलओ (Booth Level Officer) की तैनाती के साथ फॉर्म भरवाने, त्रुटि सुधारने और जमा कराने की ऑन-द-स्पॉट व्यवस्था की गई, ताकि कोई पात्र मतदाता प्रक्रिया से छूट न जाए। कई जगहों पर राजनीतिक दलों के बीएलए (Booth Level Agents) भी बूथों पर मौजूद रहे और लोगों को फॉर्म भरने-जमा करने में सहायता करते दिखे। राज्य स्तर पर भी इसे लेकर हाई अलर्ट मोड नजर आया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से लेकर भाजपा के प्रदेश नेतृत्व तक ने जनप्रतिनिधियों और कार्यकर्ताओं से घर-घर जागरूकता बढ़ाने की अपील की थी। इसका असर अब जमीन पर दिख रहा है, जहां बूथों पर बढ़ती भीड़ और तेज होती गतिविधियां बताती हैं कि उत्तर प्रदेश में वोटर लिस्ट को दुरुस्त करने की यह कवायद अपने निर्णायक मुकाम पर पहुंच चुकी है।
कैसे अपडेट हो रहा डाटा?
चुनाव आयोग की ओर से घर-घर बीएलओ भेजकर मतदाताओं तक गणना फॉर्म पहुंचाए गए, ताकि प्रक्रिया ज्यादा से ज्यादा लोगों की पहुंच में रहे। मतदाता द्वारा भरे गए फॉर्म के आधार पर ऑनलाइन डेटा एंट्री की जा रही है और इसी अपडेटेड रिकॉर्ड से नई मतदाता सूची तैयार होगी। जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में SIR के तुरंत बाद ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी होने की संभावना है, जबकि फरवरी में फाइनल सूची प्रकाशित होने का अनुमान जताया जा रहा है। सबसे अहम बात यह है कि जो मतदाता आज फॉर्म जमा नहीं कर पाए, उनके लिए रास्ता पूरी तरह बंद नहीं होता। ड्राफ्ट सूची के प्रकाशन के बाद वे उचित दस्तावेजों के साथ दावा/आपत्ति दाखिल कर सकते हैं। आयोग इन दावों-आपत्तियों की जांच कर फाइनल अपडेट से पहले अंतिम एडिटिंग करेगा, ताकि उत्तर प्रदेश में किसी भी योग्य मतदाता का नाम सिर्फ प्रक्रिया या त्रुटि के कारण सूची से छूट न जाए।
उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के लिए जरूरी सलाह
उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची के इस निर्णायक अपडेट के बीच मतदाताओं के लिए तीन बातें बेहद जरूरी हैं। अगर आपका फॉर्म अब तक जमा नहीं हुआ है, तो इसे आज ही नजदीकी केंद्र/कैंप या ऑनलाइन माध्यम से जमा कर दें। अगर नाम, पता, उम्र या फोटो में जरा-सी भी गलती है, तो उसे समय रहते सुधरवा लेना आगे की परेशानी से बचाएगा। और जब ड्राफ्ट वोटर लिस्ट जारी हो, तो अपना नाम और पूरा विवरण एक बार नहीं, ध्यान से दो बार जरूर जांचें ताकि उत्तर प्रदेश में आपका मतदान अधिकार किसी त्रुटि या देरी की वजह से अधूरा न रह जाए। UP News












