उत्तर प्रदेश का सबसे बड़ा बस अड्डा कौन सा है? जानिए बस टर्मिनल की खास बातें

यूपी रोडवेज का इतिहास
* यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की शुरुआत 15 मई 1947 को हुई। * उस समय बसों की संख्या केवल 421 थी और कर्मचारियों की संख्या 250। * यूपी की पहली बस सेवा लखनऊ से बाराबंकी के बीच शुरू हुई, जिसमें 20-25 यात्री बैठ सकते थे और किराया केवल 15 पैसे था। * आज यूपी रोडवेज लाखों यात्रियों की रोजाना यात्रा का भरोसेमंद साधन बन चुका है और देश के सबसे बड़े राज्य परिवहन नेटवर्क में गिना जाता है।क्यों खास है झकरकटी बस अड्डा?
* हजारों बसें और यात्रियों का रोजाना आवागमन * दिल्ली, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए प्रमुख कनेक्शन * यूपी के बड़े शहरों और जिलों को जोड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण हब यहीं से पूरे उत्तर प्रदेश के यात्रियों की यात्रा सुगम होती है, और यही कारण है कि इसे यूपी का नंबर 1 बस टर्मिनल कहा जाता है। UP Newsअगली खबर पढ़ें
यूपी रोडवेज का इतिहास
* यूपी राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) की शुरुआत 15 मई 1947 को हुई। * उस समय बसों की संख्या केवल 421 थी और कर्मचारियों की संख्या 250। * यूपी की पहली बस सेवा लखनऊ से बाराबंकी के बीच शुरू हुई, जिसमें 20-25 यात्री बैठ सकते थे और किराया केवल 15 पैसे था। * आज यूपी रोडवेज लाखों यात्रियों की रोजाना यात्रा का भरोसेमंद साधन बन चुका है और देश के सबसे बड़े राज्य परिवहन नेटवर्क में गिना जाता है।क्यों खास है झकरकटी बस अड्डा?
* हजारों बसें और यात्रियों का रोजाना आवागमन * दिल्ली, बिहार, राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए प्रमुख कनेक्शन * यूपी के बड़े शहरों और जिलों को जोड़ने वाला सबसे महत्वपूर्ण हब यहीं से पूरे उत्तर प्रदेश के यात्रियों की यात्रा सुगम होती है, और यही कारण है कि इसे यूपी का नंबर 1 बस टर्मिनल कहा जाता है। UP Newsसंबंधित खबरें
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