Kanpur News :रूठ कर पत्नी गई मायके, तो मनाने के लिए मांगी तीन दिन की छुट्टी

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userचेतना मंच
calendar03 AUG 2022 01:52 PM
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Kanpur : कानपुर। बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) के लिपिक शमशाद ने छुट्टी के लिए अपने अफसरों को लिखे पत्र में सच बात कह दी। उनकी बात बेहद दिलचस्प है। चिट्ठी में उन्होंने लिखा, ‘पत्नी रूठकर मायके चली गई है, वापस लाने के लिए तीन दिन की छुट्टी चाहिए। एक साल से छुट्टी नहीं मिलने के कारण पत्नी कि नाराजगी ज्यादा बढ़ गई। लड़ाई के बाद वो बच्चों को लेकर मायके चली गई है।’ शमशाद की लीव एप्लिकेशन उनके विभाग में चर्चा का विषय बनी हुई है। शमशाद अहमद ने 4 से 6 अगस्त तक अवकाश पर रहने के लिए खंड शिक्षा अधिकारी प्रेम नगर को लेटर लिखा है। उसमें उन्होंने अवकाश की वजह बताई है कि पत्नी से उनकी लड़ाई हो गई है। जिस वजह से वह मानसिक रूप से बहुत आहत है। पत्नी को मनाकर वापस लाने के लिए गांव जाना पड़ रहा है। बीएसए के प्रेम नगर कार्यालय में शमशाद लिपिक के पद पर कार्यरत हैं। शमशाद का कहना है कि उन्हें पिछले एक साल से किसी भी तरह की छुट्टी नहीं मिली है। इसी बात को लेकर पत्नी से बीते कई महीनों से मामूली कहासुनी चल रही थी। दो दिन पहले बात ज्यादा बढ़ गई। विवाद बढ़ने पर वह कार्यालय आ गए थे और जब शाम को घर गए तो पत्नी मायके जा चुकी थी। साथ में बेटी और दोनों बेटों को भी ले गई है। बीएसए के क्लर्क का सच बयां करता पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें शमशाद रूठी पत्नी और बच्चों को ससुराल से वापस लाने के लिए अवकाश मांग रहे हैं। हालांकि, इस पत्र पर उनके साथी कर्मचारी मजाक उड़ा रहे हैं, लेकिन शमशाद का कहना है कि जो सच था लिख दिया। इसी तरह का वाकया बलिया जिले में दो दिन पहले आया था। वहां एक कांस्टेबल ने घर में खुशखबरी के लिए छुट्टी की एप्लिकेशन दी थी। डायल 112 में तैनात इस कांस्टेबल ने 28 जुलाई को एप्लिकेशन अधिकारी को सौंपी है। सिपाही ने लेटर में लिखा, ‘प्रार्थी की शादी को 7 महीने हो गए हैं, अभी तक कोई खुशखबरी नहीं मिली है। डॉक्टर की सलाह के अनुसार दवा ली है। अब उनके (पत्नी) साथ रहना है। इसलिए घर जाना होगा। निवेदन है कि मुझको 15 दिवस की छुट्टी देने की कृपा करें।’
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UP News : सपा नेता श्याम सुंदर की घनाराम कंस्ट्रक्शन कंपनी पर आईटी रेड, नोएडा में भी छापेमारीः

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userचेतना मंच
calendar03 AUG 2022 01:36 PM
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UP News : समाजवादी पार्टी के नेता श्याम सुंदर यादव की कंस्ट्रक्शन कंपनी घनाराम के ठिकानों पर बुधवार सुबह 5 बजे से आयकर विभाग की छापेमारी चल रही है। नोएडा, झांसी, कानपुर और लखनऊ में 18 स्थानों पर टीमें पहुंची हैं। इस कंपनी में श्याम सुंदर के भाई बिसन सिंह की भी हिस्सेदारी है। बताया जाता है कि झांसी में करीब 8 जगह, कानपुर में 6 ऑफिस और लखनऊ में दो जगह पर इनकम टैक्स विभाग के अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं। इसके अलावा दिल्ली और नोएडा में भी बिल्डर्स के दफ्तरों पर दो टीमें दस्तावेज खंगाल रहीं हैं। इस ऑपरेशन में विभाग की लगभग 36 आयकर टीमें लगी हुई हैं। झांसी में घनाराम कंस्ट्रक्शन का कॉर्पोरेट दफ्तर है। झांसी के सिविल लाइन स्थित दफ्तर और आवास पर भी इनकम टैक्स की टीम रेड कर रही है। यहां 8 जगहों पर टीम दस्तावेज खंगाल रही हैं। इसमें सपा नेता श्याम सुंदर सिंह, बिल्डर वीरेंद्र राय, राकेश सिंह बघेल, विजय सरावगी समेत 8 लोगों के यहां इनकम टैक्स की रेड बुधवार सुबह से जारी है। बताया जा रहा है कि इनके यहां टैक्स चोरी का मामला आयकर विभाग को मिला है। घनाराम कंस्ट्रक्शन के साथ ही बसेरा बिल्डर्स के ऑफिस पर भी टीमें पहुंची हैं। श्याम सुंदर ने बुंदेलखंड में डैम कंस्ट्रक्शन करवाए हैं। आयकर विभाग की टीमों ने कानपुर में 6 जगह पर छापेमारी की। रियल एस्टेट के कारोबार कर रहे नवशील धाम में इनकम टैक्स की टीम सुबह छापेमारी करने पहुंची। नवशील धाम ट्रस्ट समाजवादी पार्टी से जुड़े हुए राजेश यादव का बताया जा रहा है। वहीं, आसपास सुरक्षा के लिहाज से पुलिस फोर्स भी तैनात है। घर के किसी भी सदस्य को बाहर निकलते नहीं देखा गया है। हालांकि, इस बात की पुष्टि नहीं हो सकी है कि छापेमारी के वक्त रियल एस्टेट कारोबारी राजेश अंदर थे या नहीं। इनकम टैक्स की तीन टीमें नोएडा, दिल्ली और लखनऊ में भी छापेमारी कर रही है। लखनऊ में बताया जा रहा है आयकर विभाग की टीम दो स्थानों पर छापेमारी कर रही हैं। लखनऊ के अलावा नोएडा और दिल्ली में भी यूपी से जुड़े दो रियल एस्टेट कारोबारी के यहां इनकम टैक्स की छापेमारी जारी है। अब तक आयकर विभाग के किसी अधिकारी का बयान नहीं आया है।
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UP PCS-2021 Preliminary Exam: पूर्व सैनिकों को आरक्षण न देने पर हाईकोर्ट ने रद्द किए परिणाम

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userचेतना मंच
calendar03 AUG 2022 00:08 PM
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Pryagraj: प्रयागराज। पूर्व सैनिकों को पांच फीसदी आरक्षण न देने पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने यूपी पीसीएस 2021 की प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम रद्द कर दिया है। कोर्ट ने पूर्व सैनिकों को 5 प्रतिशत आरक्षण का लाभ देने के बाद नए सिरे से परिणाम घोषित करने को कहा है। कोर्ट ने रिजल्ट घोषित करने के एक माह के भीतर मुख्यपरीक्षा के लिए प्रवेश पत्र जारी करने के निर्देश दिए हैं। सतीश चंद्र शुक्ल व अन्य की याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस संगीता चंद्रा की एकल पीठ ने यह आदेश दिया। याचिका में कहा गया था कि वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध के बाद राज्य सरकार ने पूर्व सैनिकों को दिए जाने वाले आरक्षण में बदलाव किया था। पूर्व सैनिकों को 5 फीसदी आरक्षण देने की व्यवस्था की गई थी, लेकिन इसमें ग्रुप ए और बी को हटा दिया गया। इस मामले में सरकार की ओर से कोर्ट में जवाब दाखिल किया गया कि सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है। उसके बाद राज्य सरकार ने आरक्षण अधिनियम में एक और संशोधन किया। ग्रुप बी सर्विस को भी आरक्षण के दायरे में ला दिया। इसकी अधिसूचना 10 मार्च 2021 को गजट में प्रकाशित कर दी गई। इस दौरान 5 फरवरी 2021 को पीसीएस का विज्ञापन जारी हुआ। यूपी लोक सेवा आयोग ने पीसीएस 2021 परीक्षा के आवेदन की अंतिम तिथि 17 मार्च तक बढ़ा दी थी। याचिका में आरोप लगाया गया है कि अधिसूचना प्रकाशित हो चुकी थी, उसके बावजूद पूर्व सैनिकों को आरक्षण का लाभ नहीं दिया गया। हालांकि पीसीएस 2021 की मेंस परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों का 21 जुलाई से इंटरव्यू शुरू हो चुका है, जिसमें 623 पदों के लिए 1285 अभ्यर्थियों को इंटरव्यू के लिए बुलाया गया है। प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम रद्द होने से इंटरव्यू भी प्रभावित होगा। इंटरव्यू में अब कुछ नए लोगों को भी बुलाना होगा। इस वजह से अंतिम नतीजे जारी होने में कुछ महीनों का वक्त लग सकता है।