Monday, 25 November 2024

Haryana Nuh Violence: मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर मनोहर लाल खट्टर और अशोक गहलोत आमने सामने

  Haryana Nuh Violence: नूंह और मेवात में 31 अगस्त को हुई हिंसा के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा…

Haryana Nuh Violence: मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर मनोहर लाल खट्टर और अशोक गहलोत आमने सामने

 

Haryana Nuh Violence: नूंह और मेवात में 31 अगस्त को हुई हिंसा के बाद मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है । अब भी नूंह के आसपास के इलाकों से आगजनी की घटनाए सामने आ रही है लेकिन राजनेता और मंत्री एक दूसरे पर बयानबाजी कर रहे है । हालाकिं हरियाणा के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने इस घटना पर अपना अपना पक्ष भी रखा है । इस घटना में मोनू मानेसर का नाम सामने आ रहा है । मोनू मानेसर को दो राज्यों की पुलिस ढूंढ रही है लेकिन मोनू अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर है । जब मोनू मानेसर की गिरफ्तारी को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से सवाल पूछा गया तो मुख्यमंत्री ने कहा कि मोनू मानेसर को राजस्थान पुलिस ढूंढ रही है । हम सिर्फ राजस्थान पुलिस की मदद कर रहे है । मुख्यमंत्री ने आगे बोलते हुए कहा कि उनके पास मोनू मानेसर को लेकर कोई इनपुट नही है । इससे पहले हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज भी राजस्थान सरकार को बोल चुके है कि हमारी तरफ से वो स्वतंत्र है अगर उन्हें मोनू मानेसर के बारे में जानकारी है तो वो क्यों नहीं ढूंढते ।

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिया जवाब

अशोक गहलोत
अशोक गहलोत

Haryana Nuh Violence राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है और वहां के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ट्वीट करके हरियाणा सरकार पर करारा तंज कसा है । उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को जवाब देते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री कह रहे है कि वो मोनू मानेसर को ढूढ़ने पर हमारी हर संभव मदद करेंगे लेकिन जब राजस्थान पुलिस नासिर – जुनैद हत्याकांड के आरोपियों को गिरफ्तार करने गई तो हरियाणा पुलिस ने कोई सहयोग नहीं किया बल्कि राजस्थान पुलिस पर FIR दर्ज कर ली । जो आरोपी फरार है उन्हें तलाशने में हरियाणा पुलिस राजस्थान पुलिस का सहयोग नहीं कर रही । उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर तंज कसते हुए कहा कि हरियाणा में हो रही हिंसा को रोकने में नाकाम है इसलिए लोगों को भटकाने के लिए मुख्यमंत्री इस तरह के बयान दे रहे है।

कौन है मोनू मानेसर

हाल ही में नूंह में हुई हिंसा में जिस मोनू मानेसर का नाम सामने आ रहा है वो हरियाणा में बजरंग दल का गोरक्षक शाखा का प्रमुख है। मोहित यादव उर्फ मोनू मानेसर सोशल मीडिया पर खूब ज्यादा एक्टिव रहता है । मोनू अक्सर गोरक्षा की गतिविधियों को लेकर सतर्क रहता है और अपने सोशल मीडियो अकॉउंट पर गो तस्करों के पकड़ने का वीडियो सांझा करता रहता था। मोनू के सोशल मीडिया एकाउंट पर कई बड़े राजनेताओं के साथ तस्वीरें भी है । कुछ महीने पहले नासिर और जुनैद हत्याकांड मामले में मोनू की संलिप्तता पाई गई थी । जिसके बाद से मोनू को दो राज्य की पुलिस ढूंढ रही है लेकिन मोनू ने इस मामले में खुद की संलिप्तता से इनकार किया है । मोनू फिलहाल पुलिस की गिरफ्त से फरार है । अब एक बार फिर मोनू को लेकर विवाद शुरू हो चुका है । नूंह में निकलने वाली विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल की यात्रा में मोनू के शामिल होने की सूचना थी बकायदा मोनू ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो जारी कर ये संदेश दिया था कि वो यात्रा में शामिल होगा। जिसके बाद उस यात्रा में हिंसा भड़की और आसपास की दुकानों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया ।

इस हिंसा के भड़कने का एक कारण ब्रजमंडल जलाभिषेक भगवा यात्रा में शामिल होने के लिए मोनू मानेसर उर्फ मोहित यादव और बिट्टू बजरंगी जैसे विवादित छवि वाले लोगों के आने की सूचना को भी माना जा रहा है। मोनू दो मुस्लिम युवकों की हत्या का आरोपी भी है। इन दोनों ने इस यात्रा में शामिल होने की जानकारी खुद सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर दी थी। हालांकि मोनू को पुलिस ने इस यात्रा में शामिल होने से रोक दिया था, लेकिन बिट्टू इस यात्रा में शामिल हुआ था।

बताया जा रहा है कि इन दोनों ने अपने वीडियो में इस यात्रा में शामिल होने को लेकर दूसरे समुदाय को उकसाने वाली कुछ बातें भी कहीं थीं, जिससे दूसरे पक्ष के लोग भड़क गए। उन्होंने इन दोनों को सबक सिखाने की प्लानिंग कर ली, जिसका परिणाम इस हिंसा के रूप में सामने आया। हालांकि इन दोनों का तो कुछ नहीं बिगड़ा, लेकिन बेकसूर और मासूम लोगों को अपनी जान और माल से हाथ धोना पड़ा।

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