Tuesday, 26 November 2024

एनसीआरटीसी ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में बढ़ाया एक और कदम

इस उद्घाटन के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक और सशक्त कदम उठाया है।

एनसीआरटीसी ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में बढ़ाया एक और कदम

Ghaziabad News एनसीआरटीसी के प्रबंध निदेशक श्री विनय कुमार सिंह ने शुक्रवार, 22 दिसंबर 2023 को एनसीआरटीसी के सभी निदेशकों और वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन और दुहाई डिपो आरआरटीएस स्टेशन पर स्थापित अत्याधुनिक सोलर पावर प्लांट्स का उद्घाटन किया। इस उद्घाटन के साथ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक और सशक्त कदम उठाया है।

यह प्लांट प्रति वर्ष लगभग 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा

1620 उच्च दक्षता वाले सौर पैनलों से सुसज्जित साहिबाबाद स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की कुल क्षमता 729 किलोवाट है। स्टेशन के ऑक्ज़िलरी लोड के लिए लगभग 7.3 लाख प्रति वर्ष की वार्षिक खपत के मुकाबले यह प्लांट प्रति वर्ष लगभग 10 लाख यूनिट बिजली उत्पन्न करेगा। इस उद्घाटन के साथ, साहिबाबाद स्टेशन एक ग्रीन स्टेशन होने के साथ ही कार्बन नेगेटिव होने की उपलब्धि भी प्राप्त कर लेगा।

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दुहाई डिपो बना ग्रीन डिपो

वहीं दूसरी ओर, 320 सौर पैनलों से सुसज्जित दुहाई डिपो स्टेशन पर स्थापित सोलर पावर प्लांट की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी 108 किलोवाट है। इससे पहले इस साल जुलाई में, दुहाई स्थित आरआरटीएस डिपो में 585kWp की इंस्टॉल्ड कैपेसिटी के साथ एक सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित किया गया था, जिसके साथ ही यह डिपो एक ग्रीन डिपो बन गया था।

एनसीआरटीसी ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक बड़ी प्रगति हासिल कर ली

इस पहल के साथ एनसीआरटीसी ने सस्टेनेबिलिटी की दिशा में एक बड़ी प्रगति हासिल कर ली है, क्योंकि यह तीनों सोलर पावर प्लांट से प्रति वर्ष कुल लगभग 1600 टन कार्बन डाइऑक्साइड (सीओ2) उत्सर्जन कम होने की उम्मीद है। उत्सर्जन में यह कमी पारंपरिक जीवाश्म ईंधन-आधारित बिजली स्रोतों के बजाय स्वच्छ और हरित सौर ऊर्जा का प्रयोग करके हासिल की गई है। सौर ऊर्जा की ओर बढ़ाया गया यह कदम, ऑपरेशनल कॉस्ट को अनुकूलित करते हुए कार्बन फुटप्रिंट को कम करने की एनसीआरटीसी की प्रतिबद्धता के अनुरूप है। एनसीआरटीसी द्वारा की जा रही ये सौर पहल, मार्च 2021 में अपनाई गई इसकी सौर नीति के अनुरूप हैं, जिसका लक्ष्य अगले पांच वर्षों में स्टेशनों, डिपो और अन्य सुविधाओं में लगभग 11 मेगावाट की इन-हाउस सौर ऊर्जा उत्पन्न करके ट्रैक्शन और नॉन-ट्रैक्शन उद्देश्यों के लिए नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी को बढ़ाना है।

प्लैटिनम रेटिंग से सम्मानित किया गया

स्वच्छ और हरित पर्यावरण की दिशा में योगदान देने के लिए, एनसीआरटीसी ने इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) प्रमाणन की उच्चतम रेटिंग प्राप्त करने के लक्ष्य की ओर भी एक कदम आगे बढ़ाया है। इस दिशा में, एनसीआरटीसी को हाल ही में से गाजियाबाद रिसीविंग सब स्टेशन (आरएसएस) और साहिबाबाद आरआरटीएस स्टेशन के लिए प्रतिष्ठित ‘प्रोजेक्ट अवार्ड फॉर आईजीबीसी’ की सर्वोच्च,  प्लैटिनम रेटिंग से सम्मानित किया गया है। इसके अलावा, हरित ऊर्जा और न्यूनतम जल खपत प्रणाली से सुसज्जित आरआरटीएस, इस हरित परिवहन मॉडल में समग्र यात्री अनुभव को बेहतर बनाएगा और सार्वजनिक परिवहन के अधिक से अधिक उपयोग को भी प्रोत्साहित करेगा। इन सोलर पावर प्लांट्स की स्थापना, एनसीआरटीसी की सस्टेनेबिलिटी और स्वच्छ ऊर्जा प्रक्रियाओं के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को प्रमाणित करती है। यह पहल राष्ट्रीय सौर मिशन के उद्देश्यों के अनुरूप है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के साथ-साथ पूरे देश को लाभ पहुंचाने के लिए स्वच्छ, सतत ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देने में एनसीआरटीसी की भूमिका को मजबूत करती है।

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