Uttarakhand News : पिछले कुछ दिनों से उत्तराखंड के जंगलों में धधक रही आग पर काबू नहीं पाया जा रहा है। यहां जंगलों को बचाने के लिए उत्तराखंड़ सरकार की ओर से पूरी कोशिश की जा रही है। इसके लिए हेलिकॉप्टर के साथ ही आर्मी की भी मदद ली जा रही है। वहीं अब उत्तराखंड सरकार ने जंगल में आग की घटनाएं रोकने के लिए एक और पहल की है। सरकार यहां ग्रामीणों से चीड़ के पेड़ों से गिरने वाली पेड़ की पत्तियां (पिरूल) खरीद रही है।
ट्वीट कर लोगों से मांगी मदद
इस बारे में उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने लिखा कि ”जंगलों में आग लगने का एक मुख्य कारण पिरूल है। इसके निस्तारण के लिए हम आम लोगों के साथ मिलकर अभियान चला रहे हैं। ‘पिरूल लाओ, पैसे पाओ’ अभियान के तहत बड़ी संख्या में लोग जुड़ रहे हैं।” पिरूल एकत्र कर उसे 50 रूपये प्रति किलोग्राम की दर से सरकार को बेचने का भी वर्तमान में व्यापक असर देखने को मिल रहा है, इस अभियान से जंगलों में आग लगने की घटनाओं में काफी कमी आयी है और वन क्षेत्र के आसपास रहने वाले ग्रामीणों को भी राहत मिल रही है आय भी अर्जित कर रहे हैं।”
इस दर पर सरकार खरीदेगी पिरूल
मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड सरकार पिरूल को 50 रुपये प्रति किलो की दर से खरीद रही है। जिसके बाद अब बड़ी संख्या में ग्रामीण जंगलों में परुल इकठ्ठा कर सरकार को बेच रहे हैं। चीड़ के पेड़ से सूखकर ये पत्ते गिरते हैं। जब जंगलों मे आग लगती है तो इन पत्तियों के जरिए आग बेहद तेजी से फैलती है। जंगलों में आग फैलने की सबसे बड़ी वजह इन्हीं पत्तियों को माना जाता है।
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