Noida/ Greater Noida: नोएडा/ग्रेटर नोएडा/यमुना। तबादले के बाद भी कार्यभार न ग्रहण करने वाले प्राधिकरण के अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए बुरी खबर है। इस लापरवाही के लिए न सिर्फ उनकी वेतन कटौती होगी बल्कि नियमानुसार कठोर कार्यवाही भी की जाएगी। 2 जून को शासन ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण में कई अधिकारियों तथा कर्मचारियों के विभिन्न प्राधिकरणों में तबादले किए थे। लेकिन तबादले के 26 दिनों बाद भी कई अधिकारी तथा कर्मचारी नए कार्यस्थल पर कार्य ग्रहण न करके पुरानी तैनाती स्थलों पर कुंडली मारे बैठे हैं। ऐसे अधिकारियों की अब खैर नहीं।
प्रदेश के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नंदी ने सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि ऐसे अधिकारियों का वेतन काटा जाएगा तथा नियुमानुसार उन पर कठोर कार्यवाही भी की जाएगी। श्री नंदी के इस आदेश के बाद गौतमबुद्धनगर के तीनों प्राधिकरणों में हड़कंप मचा है। बता दें कि नोएडा प्राधिकरण में कुछ अधिकारियों व कर्मचारियों को कार्यमुक्त (रिलीव) कर दिया गया है तथा उन्होंने नये स्थानों पर कार्यभार भी ग्रहण कर लिया है। लेकिन अभी भी कुछ अधिकारियों ने नए स्थानों पर कार्यभार ग्रहण नहीं किया है। नोएडा प्राधिकरण के सीईओ ने शनिवार देर शाम कई अधिकारियों को रिलीव कर दिया है और उन्होंने नए स्थान पर कार्यभार ग्रहण कर लिया है। इस श्रेणी में महाप्रबंधक पीके कौशिक ने भी कानपुर में अपना पदभार संभाल लिया है।
इसी तरह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरकण में 21 अधिकारियों व कर्मचारियों को रिलीव कर दिया गया है। लेकिन महाप्रबंधक ए.के. अरोड़ा, वरिष्ठ प्रबंधक (तकनीकी) ए.के. जौहरी, सहायक प्रबंधक कपिल शर्मा, सहायक प्रबंधक रमेश चन्द्रा आदि अधिकारियों व कर्मचारियों को रिलीव नहीं किया गया है। इसी तरह यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के कुछ अफसर व कर्मचारी भी रिलीव होने की बाट जोह रहे हैं। यदि शीघ्र ही उक्त अफसरों व कर्मचारियों ने तबादले हुए कार्यस्थल पर पदभार ग्रहण नहीं किया तो उन पर कड़ी कार्यवाही होनी तय मानी जा रही है।