Monday, 18 November 2024

Noida News : मॉनसून सीजन में फंगल इंफेक्शन से लाल हो रही त्वचा

Noida: नोएडा । मॉनसून सीजन में लगातार हो रही बारिश के कारण त्वचा रोगी तेजी से बढ़ रहे हैं। खुजली…

Noida News : मॉनसून सीजन में फंगल इंफेक्शन से लाल हो रही त्वचा

Noida: नोएडा । मॉनसून सीजन में लगातार हो रही बारिश के कारण त्वचा रोगी तेजी से बढ़ रहे हैं। खुजली व चकत्ते की शिकायत लेकर मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं। अधिकतर लोगों को खुजली, दाद, फंगल इंफेक्शन की शिकायत है। फेलिक्स हॉस्पिटल के त्वचा रोग विशेषज्ञ डॉ. सौरभ भाटिया का कहना है कि मानसून अपने साथ त्वचा संबंधी कई बीमारियां लेकर आता है। बरसात के मौसम में आर्द्रता काफी बढ़ जाती है। इससे फंगल और बैक्टीरियल इंफेक्शन और स्किन एलर्जी भी बढ़ जाती है। इसलिए मानसून के मौसम में त्वचा की अच्छी देखभाल करना बहुत जरूरी है। बारिश के मौसम में नमी से फंगल इन्फेक्शन की शिकायत तेजी से बढ़ती है। बारिश में भीगने व गीले कपड़े पहनने से त्वचा संबंधी रोग जैसे खुजली, चकत्ते, रिंग वर्म बन जाती है। इस मौसम में सोरायसिस-त्वचा का रूखापन, स्कैबीज-खुजली बढऩा, सोरायसिस, काले धब्बे, चकत्ते होना, एक से दूसरे को होने वाली खुजली, रूसी, रूसी की वजह से बालों का झडऩा, बालों का रूखापन, सिर में फुंंसी होने की समस्या कई लोगों को हो जाती है। एक से दूसरे को होने वाली खुजली के मामले इन दिनों चार से पांच गुना बढ़ जाते हैं। वहीं  इन दिनों सैनेटाइजर का प्रयोग ज्यादा करने से हाथ की त्वचा से संबंधित समस्या इत्यादि के मामलों में भी खासा इजाफा हुआ है।

इसलिए त्वचा के रूखेपन और उससे होने वाली समस्याओं से बचने के लिए त्वचा को तेल या मॉइश्चराइजर से नमीयुक्त रखना बहुत जरूरी है। यदि इस तरीके को अपना लिया जाए तो कई रोगों को होने से पहले ही रोका जा सकता है। इसके लिए सावधानी रखने की आवश्यकता है। मौसम में गीले कपड़े न पहनें ताकि मानसून में फंगल इंफेक्शन न हो और रोजाना नहाएं। बारिश में भीगने के बाद शरीर पूरी तरह से सूख जाना चाहिए। अच्छी तरह सुखाएं, साफ इस्त्री किए हुए कपड़े पहनें, पैरों में संक्रमण हो तो जूते या अन्य व्यक्ति के कपड़े न पहनें। सूती और ढीले कपड़े पहनें। बरसात के मौसम में नमी, उमस की वजह से शरीर में भी नमी बनी रहती है। त्वचा नीरस हो जाती है। ऐसे में युवा त्वचा की चमक बढ़ाने के लिए किसी भी स्टोर से कोई भी क्रीम लेकर लगा लेते हैं। लेकिन किसी भी दवाई या क्रीम से प्राकृतिक त्वचा में बदलाव नहीं आता। इसलिए अनावश्यक किसी क्रीम के प्रयोग से बचना चाहिए। फंगल इन्फेक्शन के निम्नलिखित लक्षण है जैसे  – दाने, छाले, बार-बार खुजली होना, त्वचा का लाल होना, खुजली वाली जगह पर झुनझुनी और जलन होना 7 यदि आपको ऐसे लक्षण दिखाई दे तोह उन्हें नजरअंदाज बिल्कुल न करें 7 फंगल इंफेक्शन से बचाव के उपाय कुछ इस प्रकार है जैसे – बारिश में भीगने से बचें, सूखे व साफ कपड़े पहनें, स्टोरॉयड की क्रीम या दवा का सेवन ना करें, घर में एक दूसरे के कपड़ों का इस्तेमाल ना करें, फंगल इंफेक्शन के रोगी रोजाना तौलिया साफ करें, बिना डाक्टरी सलाह के कोई क्रीम न लगाए, दवा बीच में न छोड़ें, गीले और गंदे कपड़े न पहने क्योंकि, इससे खुजली की शिकायत बढ़ती है।

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