Himachal Pradesh: नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को कहा कि कथित तौर पर फर्जी डिग्रियां बेचने से जुड़े एक मामले में हिमाचल प्रदेश की मानव भारती यूनिवर्सिटी और उसके प्रमोटर्स के खिलाफ धन शोधन रोधी कानून के प्रावधानों के तहत एक आरोपपत्र दाखिल किया गया है।
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संघीय एजेंसी ने एक बयान में कहा कि शिमला की एक विशेष अदालत ने चार जनवरी को अभियोजन की शिकायत (आरोपपत्र) पर संज्ञान लिया। इसमें कहा गया है कि आरोप पत्र में कुल 16 लोगों/संस्थाओं को नामजद किया गया है जिनमें सोलन स्थित मानव भारती यूनिवर्सिटी, प्रमोटर राज कुमार राणा और अन्य शामिल हैं।
एजेंसी ने आरोप लगाया, आरोपी राज कुमार राणा ने अन्य सह-आरोपियों की मदद से मानव भारती यूनिवर्सिटी, सोलन के नाम पर पैसों के बदले में फर्जी डिग्रियां बेचीं।
उसने कहा, इस गैरकानूनी काम से मिले पैसों का इस्तेमाल राणा ने विभिन्न राज्यों में अपने तथा परिवार के सदस्यों और संस्थाओं के नाम पर विभिन्न चल और अचल संपत्तियां खरीदने में किया। ईडी ने कहा कि धन शोधन का यह मामला ‘‘मानव भारती यूनिवर्सिटी, सोलन के फर्जी डिग्री घोटाले के मामले में’’ आरोपियों के खिलाफ दर्ज हिमाचल प्रदेश पुलिस की तीन प्राथमिकियां से जुड़ा है। एजेंसी ने पहले इस मामले में 194 करोड़ रुपये की संपत्तियां जब्त की थी।