Saturday, 21 September 2024

H3N2 Influenza : बीमारी के बढ़ते हुए खतरे को देखकर UP सरकार हुई एलर्ट , जारी किए निर्देश

बढ़ते हुए H3N2 Influenza के मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। लोगों…

H3N2 Influenza : बीमारी के बढ़ते हुए खतरे को देखकर UP सरकार हुई एलर्ट , जारी किए निर्देश

बढ़ते हुए H3N2 Influenza के मामलों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। लोगों तक जानकारी पहुँचाने के लिए महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स जारी की गयी हैं और साथ ही हर एक जिले में अलग नोडल स्वास्थ्य अधिकारी भी नियुक्त किया जाएगा। मूलतः केंद्र की तरफ से जारी की गयी एडवाइजरी को प्रदेश में तत्काल प्रभाव से लागू करते हुए बताया गया कि ऐसे लोग जो पहले से ही किसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं उन्हें ज्यादा सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इसके अतिरिक्त बच्चों और बूढ़ो का भी ख़ास ख्याल रखने की आवश्यकता है।

H3N2 Influenza

राज्य में बढ़ते हुए इन्फलुइंज़ा के मामलों पर नज़र रखते हुए वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारीयों एवं डॉक्टर्स का कहना है कि 6 माह से लेकर आठ वर्ष के बच्चों और 65 वर्ष से अधिक आयु वाले वृद्ध लोगों को रिस्क केटेगरी में रखा गया है।

कौन से बिंदु शामिल हैं एडवाइजरी में?

H3N2 Influenza के केसेस के संबंध में जारी की गयी गाइडलाइन्स में निम्न बातों को सम्मिलित किया गया है।

  • इसमें ऑक्सीजन लेवल की निरंतर जांच करने के बारे में बताया गया है। यदि आपका ऑक्सीजन लेवल 90 से नीचे जाता है तो आपको अस्पताल में फ़ौरन भर्ती हो जाना चाहिए।
  • H3N2 Influenza की जद में आये रोगियों को ओसेल्टामिविर नाम की दवा दिए जाने की बात कही गयी है।
  • रिस्क केटेगरी में शामिल लोगों को टीका लगवाने का सुझाव भी दिया गया है।
  • इन्फेलुइंज़ा से निपटने हेतु टोल फ्री नंबर 18001805145 भी जारी किया गया है। जिस पर सूचना देकर आप मदद प्राप्त कर सकते हैं।
  • हर जिले में कम से कम दस बेड वाले आइसोलेशन वार्ड बनाने की बात कही गयी है और हर दो बेड के बीच में कम से कम एक मीटर की दूरी जरुर होनी चाहिए।
  • मास्क, साबुन एवं सैनीटाइज़र का लगातार प्रयोग करने के बारे में कहा गया है।

 फ़्लू है सामान्य किन्तु सावधानी है जरुरी

उत्तर प्रदेश के डिप्टी cm ब्रजेश पाठक ने बताया कि हालांकि यह फ़्लू सामान्य है किन्तु लोगों को सावधान रहने की आवश्यकता है। प्रदेश की सरकारी एवं निजी पैथोलाजी में इसकी जाँच की जा रही है और संक्रमित लोगों में एच3एन2 स्ट्रेन की पुष्टि भी हुई है। अगर आप बुखार, जुखाम व गळे में खराश आदि महसूस कर रहे हैं तो इसकी जांच जरुर करवाएं।

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