Greater Noida Farmer Protest : ग्रेटर नोएडा। यह खबर पढक़र आप जरूर चौंक जाएंगे। यह खबर है ही बेहद चौंकाने वाली। खबर यह है कि ग्रेटर नोएडा क्षेत्र की हजारों महिलाएं जेल में जाना चाहती हैं। जेल जाने के लिए यह महिलाएं बकायदा रजिस्ट्रेशन करा रही हैं।
क्या है पूरा मामला ?
Greater Noida Farmer Protest : आपको बता दें कि ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दफ्तर के बाहर क्षेत्र के किसान धरना दे रहे हैं। किसान इस धरने को महापड़ाव की संज्ञा दे रहे हैं। 19 मई 2023 (आज) को इस धरने का 25वां दिन था। 25वें दिन धरना प्रदर्शन के दौरान महिलाओं ने धरने की कमान संभाली। इस दौरान धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता सतोष देवी ने की और संचालन तिलक देवी ने किया। इस दौरान हजारों की संख्या में महिलाएं उपस्थित रही। महिलाओं ने बताया कि वे जेल जाने के लिए तैयार बैठी हैं।
उन्होंने बताया कि जैसे कि किसान जेल भरो आंदोलन शुरू करेंगे। महिलाएं भी पुरूषों के साथ जेल जरूर जाएंगी। जेल जाने के लिए अब तक 2 हजार से अधिक नाम लिखे जा चुके हैं।
प्राधिकरण पर हजारों की संख्या में महिलाओं ने भाग लिया और गीत संगीत के माध्यम से प्राधिकरण को अपनी समस्याओं से अवगत कराया व धरनारत किसानों में भी जोश भरने का कार्य किया। साथ ही साथ प्राधिकरण को भी चेताया जब तक हमारी समस्याएं हल नहीं हो जाती यह लड़ाई बदस्तूर जारी रहेगी। किसान रीना भाटी ने कहा कि प्राधिकरण ने हमारे साथ धोखा किया है। हमारी जमीनों को सस्ती दरों पर लेकर बिल्डरों को ऊंची दरों पर आवंटित किया व जो हमारे अधिकार है उन पर भी डांका डालने का कार्य प्राधिकरण द्वारा किया जा रहा है। हमारे 10 त्न विकसित प्लॉट की जगह किसानों को केवल 6त्न प्लॉट ही दिया जा रहा है। जो हमें किसी रूप में भी मंजूर नहीं है।
नौकरी के लिए धक्के खा रहे किसानों के बच्चे
धरने के दौरान किसान की बेटी पूनम ने कहा कि हम किसानों को प्राधिकरण की योजनाओं में 17.5 प्रतिशत का जो कोटा मिलता था उसे प्राधिकरण में समाप्त कर दिया है। यह हमारे साथ धोखा है हम अपना हक लेकर ही रहेंगे चाहे हमें इसके लिए कितनी भी लंबी लड़ाई क्यों ना लडऩी पड़े।
बेगवती ने कहा कि हमारे पढ़े-लिखे बच्चे आज नौकरी के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहे हैं। प्राधिकरण क्षेत्र में लगे हुए उद्योग धंधों में उनको लोकल बताते हुए नौकरी नहीं दी जाती है। यह हमारे बच्चों के साथ अन्याय है। जबकि जिस भूमि पर यह उद्योग लगे हैं वह हमारी व हमारे पुरखों की जमीन है और हमारी जमीन लेते वक्त प्राधिकरण ने वरीयता के आधार पर हमारे बच्चों को रोजगार देने की बात कही थी और आज हमारे ही बच्चों को रोजगार नहीं।
किसानों के साथ अन्याय कर रहा प्राधिकरण
सरोज देवी ने कहा कि प्राधिकरण ने किसानों को मिलने वाले प्लॉट का साइज 120 मीटर से घटाकर 40 मीटर कर दिया है। यह हमारे साथ अन्याय हैं प्राधिकरण अपनी मनमर्जी पर है और हम उसकी मनमर्जी चलने नहीं देंगे और तब तक धरने पर रहेंगे जब तक हमारी समस्याएं हल नहीं हो जाती। महिला समिति की आशा यादव ने कहा कि हम गांव-गांव जाकर महिलाओं की समितियों का गठन कर रहे हैं और इस महापड़ाव में आने वाले समय में महिलाओं की भूमिका निर्णायक साबित होगी और महिलाएं ही अब धरने पर रात और दिन धरनारत रहेंगी।
महिलाओ को कमजोर समझना प्राधिकरण की बड़ी भूल
सुनीता ने कहा कि अब महिलाएं जेल जाने के लिए भी तैयार हैं। अगर प्राधिकरण को लगता है कि यहां की महिलाएं कमजोर है तो यह उनकी बहुत बड़ी भूल है। यह वीरांगनाऐ अपने अधिकारों के लिए अपने पुरुष साथियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दिन-रात संघर्ष के लिए तैयार है। जब तक समस्याएं हल नहीं जब तक घर वापसी नहीं और 6 जून से प्राधिकरण पर डेरा डालो घेरा डालो कार्यक्रम के तहत परिवार के परिवार प्राधिकरण पर पहुंचने के लिए तैयार है। सभी गांवों में मिलाकर 2 हजार से अधिक पीडि़त किसानों ने जेल जाने के लिए लिस्ट बना ली है। आज के धरने में मुख्य रूप से वंदना, रिया, गीता, माया, संतोष, अनीता, सविता, पिंकी, राजेश, प्रीति, जगमति, कौशल, बाला, सरोज, मुकेश, पूजा, पूनम, विमला, रमा, दया आदि हजारों महिलाएं शामिल हुई।
अमन भाटी
UP News : आज की सबसे बड़ी ख़बर, हत्या के मामले में साफ़ बच गए गृह मंत्री