Thursday, 1 May 2025

Bihar : वक्फ संशोधन बिल पर प्रशांत किशोर ,इतिहास किसे दोषी ठहराएगा?

Bihar : लोकसभा में प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक पर देशभर में चर्चाएं गर्म हो रही हैं। जनसुराज पार्टी के संस्थापक…

Bihar : वक्फ संशोधन बिल पर प्रशांत किशोर ,इतिहास किसे दोषी ठहराएगा?

Bihar : लोकसभा में प्रस्तावित वक्फ संशोधन विधेयक पर देशभर में चर्चाएं गर्म हो रही हैं। जनसुराज पार्टी के संस्थापक और चर्चित चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने इस विधेयक पर अपनी तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इस कानून के लिए इतिहास भाजपा से अधिक नीतीश कुमार जैसे नेताओं को जिम्मेदार ठहराएगा।

विधेयक पर प्रशांत किशोर का गुस्सा

प्रशांत किशोर ने कहा, “मुझे लगता है कि सरकार ध्रुवीकरण की राजनीति के तहत जल्दबाजी में यह कानून बना रही है। सरकार के पास लोकसभा में पूर्ण बहुमत नहीं है, लेकिन वे यह कानून इसलिए पारित करवा पा रहे हैं क्योंकि नीतीश कुमार जैसे नेता उनका समर्थन कर रहे हैं। अगर नीतीश कुमार इस विधेयक के पक्ष में मतदान नहीं करते, तो यह कभी भी कानून का रूप नहीं ले सकता था।”

नीतीश कुमार पर निशाना

प्रशांत किशोर ने  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मुस्लिम समुदाय के साथ ढोंग करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “भाजपा खुले तौर पर मुसलमानों को अपना वोट बैंक नहीं मानती, लेकिन नीतीश कुमार जैसे नेता जो खुद को मुसलमानों के हितैषी बताते हैं, क्या वे गांधी, लोहिया और जेपी की विचारधारा का हवाला देते हुए इस विधेयक के समर्थन में वोट देकर अपना दोहरापन नहीं दिखा रहे? इतिहास में जब इस दौर का मूल्यांकन किया जाएगा, तो भाजपा से ज्यादा जिम्मेदार ऐसे ही नेता ठहराए जाएंगे।”

विधेयक पर बढ़ती राजनीतिक टकराहट

वक्फ संशोधन विधेयक को पारित कराने के लिए लोकसभा में आज चर्चा होनी है। इसके चलते सरकार और विपक्ष के बीच तीखी बहस की संभावना जताई जा रही है। राज्यसभा में भी इस पर चर्चा के लिए आठ घंटे का समय निर्धारित किया गया है। भाजपा के सहयोगी दलों, जिनमें तेलुगुदेशम पार्टी (तेदेपा), जनता दल यूनाइटेड (जदयू), शिवसेना, और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) शामिल हैं, ने अपने सांसदों को व्हिप जारी कर सरकार के समर्थन में मतदान करने को कहा है।

सरकार और विपक्ष आमने-सामने

विपक्ष ने इस विधेयक को असंवैधानिक बताते हुए सरकार की आलोचना की है। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला की अध्यक्षता में हुई कार्य मंत्रणा समिति (बीएसी) की बैठक में विधेयक पर आठ घंटे चर्चा की अनुमति दी गई, लेकिन विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के सदस्य इस बैठक से वॉकआउट कर गए। उन्होंने सरकार पर उनकी आवाज दबाने का आरोप लगाया।  Bihar :

 

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