उत्तर प्रदेश का खास विभाग जापान में बजाएगा बड़ा डंका

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Uttar Pradesh Samachar
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calendar01 Dec 2025 10:16 AM
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Uttar Pradesh Samachar : उत्तर प्रदेश सरकार का एक खास विभाग भारत में ही नहीं विदेशों में भी प्रदेश का नाम रोशन करने के काम में जुट गया है। उत्तर प्रदेश सरकार का यह खास विभाग जल्दी ही जापान में उत्तर प्रदेश का बड़ा डंका बजाने वाला है। जापान में आयोजित होने वाले खास इवेंट में पूरा उत्तर प्रदेश नजर आएगा। जापान के खास कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश का खास विभाग कुछ ऐसा करने वाला है कि जिससे जापान का बच्चा-बच्चा उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत के दर्शन कर पाएगा। साथ ही उत्तर प्रदेश का यह विभाग जापान के लोगों को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा में आयोजित होने वाले प्रदेश के सबसे बड़े मेले के लिए भी आमंत्रित करेगा ।

जापान के अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तर प्रदेश की चमक नजर आएगी

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत अब जापान के अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी चमक बिखेरने जा रही है। सीएम योगी के निर्देश पर जापान टूरिज्म एक्सपो 2025 (जो 25 से 28 सितंबर तक आयोजित होगा) में उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग सशक्त भागीदारी दर्ज कराने जा रहा है। इसको लेकर कार्ययोजना तैयार की गई है जिसके अनुसार जापान टूरिज्म एक्सपो के वेन्यू में थीम बेस्ड पवेलियन का संचालन होगा। यह 54 वर्गमीटर क्षेत्र में स्थापित होगा तथा प्रदेश की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और प्राकृतिक विविधताओं को जापानी व एशिया-पैसिफिक आगंतुकों के सामने प्रस्तुत करेगा। इसके साथ ही, उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो के तृतीय संस्करण (यूपीआईटीएस-2025) में भी प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की अलौकित छटा देखने को मिलेगी। इसके लिए ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट के हॉल-7 में 465 वर्गमीटर के पंडाल का संचालन किया जाएगा, जहां बौद्ध सर्किट से लेकर पारंपरिक लोक कलाएं व नृत्य का प्रदर्शन आगंतुकों के आकर्षण का केन्द्र बनेंगे।

पर्यटन के लिहाज से भी मोस्ट फेवर्ड डेस्टिनेशन के तौर पर उभरेगा उत्तर प्रदेश

भारत और जापान के बीच द्विपक्षीय व्यापारिक संबंध लगातार मजबूत हो रहे हैं। वर्ष 2023-24 में भारत ने जापान को लगभग 42,800 करोड़ का निर्यात किया, जिसमें इंजीनियरिंग वस्तुएं, रसायन, दवाइयां और समुद्री उत्पाद शामिल रहे। वहीं, जापान से भारत में करीब 1.47 लाख करोड़ मूल्य की सामग्री का आयात किया गया, जिसमें इलेक्ट्रॉनिक्स, उच्च तकनीकी मशीनें और रेयर-अर्थ मैटेरियल्स प्रमुख रहे। इन व्यापारिक रिश्तों की मजबूत बुनियाद पर्यटन क्षेत्र में भी निवेश की अपार संभावनाएं प्रस्तुत कर रही है, खासकर उत्तर प्रदेश में पीपीपी मॉडल के तहत हेरिटेज होटल, वेलनेस सेंटर्स और ईको-रिसॉर्ट्स जैसी परियोजनाओं में निवेश जापानी निवेशकतार्ओं के आकर्षण का केंद्र बन सकती हैं। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में 2.4 लाख जापानी पर्यटक भारत आए और लगभग 1,200 करोड़ का आर्थिक योगदान किया। आंकड़ों के अनुसार, ये पर्यटक औसतन 16.3 दिन भारत में रुकते हैं और प्रति व्यक्ति लगभग 1.45 लाख खर्च करते हैं। वहीं, भारत से जापान जाने वाले पर्यटकों की संख्या 2.33 लाख रही जिन्होंने वहां 56.1 अरब यानी करीब 3,366 करोड़ खर्च किए। इन्हीं आँकड़ों को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार जापानी पर्यटकों को उत्तर प्रदेश की ओर आकर्षित करने के लिए एक रणनीतिक और सशक्त उपस्थिति दर्ज करा रही है। एक्सपो में उत्तर प्रदेश को निवेश के साथ ही मोस्ट फेवर्ड टूरिस्ट डेस्टिनेशन के तौर पर भी प्रोजेक्ट करने की तैयारी है।

रोड शो, बी2बी व बी2सी बैठकों का होगा आयोजन, उत्तर प्रदेश के बारे में दी जाएगी जानकारी

इस एक्सपो में उत्तर प्रदेश के टूरिस्ट डेस्टिनेशंस की जानकारी जापानी आगंतुकों को उपलब्ध करायी जाएगी। इस कार्य को पूरा करने के लिए इंग्लिश व जापानी भाषा में बुकलेट का निर्माण भी किया जाएगा तथा उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग के मोबाइल ऐप के जरिए बुकिंग्स व अन्य जानकारियों का विवरण भी उपलब्ध कराया जाएगा। इसमें खास तौर पर बौद्ध सर्किट (सारनाथ, कुशीनगर, श्रावस्ती, कौशांबी, संकिसा और कपिलवस्तु) को दर्शाया जाएगा, जो जापान के बौद्ध पर्यटकों को आकर्षित करेगा। इसके अतिरिक्त आयुर्वेद, योग, नैचुरोपैथी और ग्रामीण पर्यटन को जापानी यात्रियों की स्वास्थ्य व आध्यात्मिक रुचियों के अनुसार प्रमोट किया जाएगा। डिजिटल एलईडी स्क्रीन, आॅटो-नेविगेशन डिस्प्ले, और अफ आधारित सेल्फी पैनल जैसी अत्याधुनिक तकनीकों के माध्यम से दर्शकों को उत्तर प्रदेश का अनुभव कराना इस स्टॉल की विशेषता होगी। साथ ही, हस्तशिल्प, संस्कृति, संगीत और त्योहारों की झलक भी यहां आने वाले पर्यटकों के अनुभव को और समृद्ध बनाएगी।

यूपीआईटीएस-2025 में दिखेगी संस्कृति व लोककलाओं की रंगीन छटा

उत्तर प्रदेश की सांस्कृतिक झलक न केवल जापान में बल्कि देश के भीतर भी बड़े स्तर पर अपना प्रभाव छोड़ने जा रही है। उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस-2025) इसका माध्यम बनने जा रहा है। कार्ययोजना के अनुसार, ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो सेंटर एंड मार्ट में 25 से 29 सितंबर के मध्य आयोजित होने वाले इस भव्य आयोजन में हॉल-7 में 465 वर्गमीटर के पंडाल का संचालन उ.प्र पर्यटन विभाग द्वारा किया जाएगा। इस पंडाल की थीम "बौद्ध, आध्यात्मिक व ग्रामीण पर्यटन" पर आधारित होगी, जिसमें उत्तर प्रदेश की हस्तशिल्प, विरासत इमारतें, ओडीओपी उत्पाद और लोककलाएं दर्शकों को आकर्षित करेंगी। साथ ही, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की भी प्रतिदिन प्रस्तुति होगी जिनमें मयूर नृत्य, आदिवासी नृत्य, बुंदेली नृत्य और लखनऊ घराने का कथक शामिल हैं। हर प्रस्तुति के बाद दर्शक "पीकॉक कृष्ण", "जंगल वॉरियर", "बुंदेली महाराजा" और "कथक पोज" जैसे थीम आधारित सेल्फी जोन में जाकर कलाकारों के साथ फोटो खिंचवा सकेंगे। मंडप में डिजिटल डिस्प्ले, एलईडी वॉल्स, वेलकम काउंटर, वाई-फाई इनेबल्ड इंटरएक्टिव स्क्रीन, पब्लिसिटी किट और सूचना काउंटर की भी व्यवस्था की जाएगी।
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यूपी आवास विकास का बड़ा एलान : 11 हजार फ्लैट्स होंगे बिक्री के लिए उपलब्ध

Avas vikas
Uttar Pradesh Samachar
locationभारत
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calendar02 Dec 2025 04:19 AM
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Uttar Pradesh Samachar : उत्तर प्रदेश आवास विकास परिषद (UPAVP) ने आगामी सितंबर से राज्य भर में 11,000 से अधिक फ्लैट्स की बिक्री के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने की घोषणा की है। यह प्रदेश में घर खरीदने वालों के लिए एक सुनहरा अवसर साबित हो सकता है, लेकिन लखनऊ के खरीदारों के लिए थोड़ी निराशा की खबर है। यहां की योजनाओं में इस बार कोई विशेष छूट नहीं दी जाएगी।

एकमुश्त भुगतान पर मिलेगी 5% छूट

परिषद के सचिव नीरज शुक्ला के अनुसार, विभिन्न नगरों की आवासीय योजनाओं में खाली पड़े फ्लैट्स को बिक्री के लिए चिन्हित किया जा रहा है। मांग के अनुसार कुछ स्थानों पर अधिकतम 40% तक की छूट देने की योजना है। हालांकि, लखनऊ में स्थित अवध विहार, वृंदावन योजना और मुन्नूखेड़ा जैसे इलाकों में फ्लैट्स की मांग पहले से ही काफी अधिक है, इसीलिए यहां कोई अतिरिक्त छूट नहीं दी जाएगी। हालांकि, यदि खरीदार एकमुश्त भुगतान करता है, तो उसे 5% की छूट दी जाएगी।

वाराणसी में पुरानी योजना को मिली मंजूरी

एक दशक से लंबित वाराणसी की जीटी रोड बाईपास योजना को भी परिषद द्वारा दोबारा शुरू करने का निर्णय लिया गया है। इस परियोजना के तहत निबिया और फरीद गांवों की भूमि खरीदने की प्रक्रिया को मंजूरी दी गई है। यह विकास भूमि विकास एवं गृह स्थान योजना के अंतर्गत किया जाएगा।

बोर्ड बैठक में पारित अन्य अहम प्रस्ताव

मुरादाबाद के मझोला योजना (चार भाग दो), सेक्टर-9ए में नगर निगम को ग्रुप हाउसिंग भूमि आवंटित की जाएगी। इसके लिए भू-उपयोग को 'संस्थागत' श्रेणी में बदला जाएगा। आगरा के सिकंदरा योजना में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) को कार्यालय निर्माण के लिए वाणिज्यिक श्रेणी की भूमि आवंटित की जाएगी। भूमि की पूरी कीमत आईबी द्वारा चुकाई जाएगी। इन फैसलों से यह स्पष्ट है कि यूपी सरकार का जोर आवासीय योजनाओं को गति देने और भूमि उपयोग की दक्षता बढ़ाने पर है। जबकि राज्य के अधिकतर शहरों में छूट देकर खरीदारों को आकर्षित किया जाएगा, वहीं लखनऊ जैसे प्रीमियम बाजार में बाजार की मांग ही सबसे बड़ा आकर्षण है। यहां रियायतों की जगह स्थायित्व और लोकेशन ही प्राथमिकता में हैं।
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आधा लीटर पानी, गर्मी का कहर: गोरखपुर की महिला सिपाहियों का सड़क पर प्रदर्शन

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locationभारत
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calendar29 Nov 2025 08:15 PM
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गोरखपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश की 598 महिला सिपाही जब सोमवार को गोरखपुर के शाहपुर क्षेत्र स्थित 26वीं वाहिनी पीएसी के ट्रेनिंग सेंटर में प्रशिक्षण के लिए पहुंचीं, तो उन्हें यह उम्मीद नहीं थी कि उन्हें गर्मी, पानी और अव्यवस्था से लड़ना पड़ेगा। लेकिन बुधवार की सुबह इन महिला सिपाहियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। उनका आरोप है कि सेंटर में मूलभूत सुविधाओं का घोर अभाव है।

पानी की किल्लत और गर्मी से बेहाल सिपाही

ट्रेनिंग सेंटर में मौजूद महिला सिपाहियों ने बताया कि इस भीषण गर्मी में उन्हें दिनभर में केवल आधा लीटर आरो पानी दिया जा रहा है। सेंटर में एक ही आरो मशीन है, जो इतनी बड़ी संख्या की जरूरत को पूरा नहीं कर पा रही। प्यास और गर्मी से परेशान होकर महिलाएं सड़क पर उतर आईं। उनके मुताबिक, न पंखे पर्याप्त हैं, न ही कूलर। ठंडी हवा की कमी से दिन-रात बेहाल होकर रहना पड़ रहा है।

साफ-सफाई और निजता को लेकर गंभीर सवाल

महिला अभ्यर्थियों ने यह भी आरोप लगाया कि बाथरूमों की संख्या बहुत कम है और वे भी बेहद गंदे हैं। कई जगह साफ-सफाई का नामोनिशान नहीं है। इसके अलावा, बाथरूम की गैलरी में लगे सीसीटीवी कैमरों को लेकर महिलाएं असहज महसूस कर रही हैं। उनका कहना है कि इससे उनकी निजता का हनन हो रहा है और बार-बार शिकायत करने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही।

संख्या दोगुनी, सुविधाएं आधी

महिलाओं का यह भी कहना है कि ट्रेनिंग सेंटर की क्षमता सिर्फ 300 लोगों के लिए है, लेकिन यहां करीब 600 महिला सिपाहियों को रखा गया है। इतनी भीड़ में न तो बैठने की जगह ठीक से मिल रही है और न ही बिजली की उचित व्यवस्था है। गर्मी में बिना पंखे और पर्याप्त पानी के रहना उनके लिए एक चुनौती बन गया है।

उत्तर प्रदेश समाचार हिंदी में:

अधिकारी पहुंचे, मिला आश्वासन

जब महिला सिपाहियों ने सेंटर गेट पर सड़क जाम कर प्रदर्शन शुरू किया, तो पीएसी प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर जिले के वरिष्ठ अधिकारी पहुंचे और महिलाओं को समझाने की कोशिश की। अधिकारियों ने भरोसा दिलाया कि समस्याओं का जल्द समाधान किया जाएगा। पीएसी सेनानायक आनंद कुमार ने बताया कि ट्रेनिंग सेंटर में निर्माण कार्य जारी है और आने वाले दिनों में सुविधाएं बेहतर की जाएंगी।

जब तक समाधान नहीं, प्रदर्शन जारी रहेगा

हालांकि, महिलाओं ने साफ शब्दों में कहा कि जब तक पानी, बिजली और साफ-सफाई की व्यवस्था नहीं सुधरती, वे पीछे नहीं हटेंगी। फिलहाल, प्रशासनिक भवन के सामने महिलाएं धरने पर बैठी हैं और अपनी मांगों पर अडिग हैं। यह विरोध केवल सुविधाओं की मांग नहीं है, बल्कि यह सिस्टम से सम्मान की भी उम्मीद है। उत्तर प्रदेश में मिला नटवरलाल का बाप, बना बैठा था देश का फर्जी राजदूत