मुगल बादशाह अकबर की पत्नी और आमेर (जयपुर) के राजपूत राजा भारमल की पुत्री जोधा बाई की आज 480वीं जयंती है। आइए जानें, आखिर कौन थीं जोधा बाई :-
जोधाबाई का असली नाम हरकाबाई था। वो हीरा कुंवारी और मरियम-उज-जमानी के नाम से भी जानी जाती थीं। उनका जन्म एक अक्टूबर, 1542 ईसवी में हुआ था। उनके पिता जयपुर के शासक राजा भारमल थे।
मुगल सम्राट अकबर ने 1562 ईसवी में जोधा बाई से शादी की। शादी के बाद उन्होंने जोधा बेगम को बुलाया। मुगल सम्राट अकबर और जोधा बाई का विवाह पूरी तरह से जयपुर के राजा और मुगल सम्राट के बीच एक राजनीतिक गठबंधन था। जोधा बाई के विवाह के साथ ही मुगलों और राजपूतों के बीच अशांत स्थितियां कम हो गईं।
रानी जोधा बाई के लिए अकबर का बहुत प्यार और सम्मान था। उसने उसे हरमन में किसी भी अन्य महिला की तुलना में अधिक प्राथमिकता दी। जोधा ने राजकुमार को जन्म दिया, जो बाद में अकबर के बाद जहांगीर के रूप में मुगल वंश के सम्राट बने।
राजपूत रइसों ने अपने राजनैतिक उद्देश्यों के लिए मुगल बादशाहों और उनके राजकुमारों से अपनी बेटियों की शादी करवाई थी। उदाहरण के लिए, अकबर ने अपने लिए और अपने पुत्रों व पौत्रों के लिए 40 शादियां सम्पन्न कीं, जिनमें से 17 राजपूत-मुगल गठबंधन थे?
अकबर की मृत्यु के बाद जोधा बाई 20 वर्ष जीवित रहीं। 80 वर्ष की आयु में उनका स्वास्थ्य खराब हो गया और 1622 ईसवी में उनकी मृत्यु हो गई।