TURKEY EARTHQUAKE: भारत ने तुर्की में भूकंप प्रभावित लोगों की मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया है। इसके जरिए भारत ने तुर्की के लोगों की मदद तेज कर दी है। सेना, एयरफोर्स के जवान, एनडीआरएफ ऑर डॉक्टर्स की टीम तुर्की भेजी गई है। बड़े पैमाने पर राहत सामग्री भी भेजी गई है। आइए जानते हैं दोनों देशों में अभी क्या हालात हैं?
TURKEY EARTHQUAKE:
तुर्की सरकार की ओर से जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, अब तक यहां 12 हजार 391 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 62 हजार 914 लोग घायल बताए जा रहे हैं। इनमें बड़ी संख्या में ऐसे भी हैं, जिनकी हालत काफी गंभीर है। वहीं, सीरियाई सरकार के अनुसार, देश में अब तक 2,992 लोगों की मौत हो चुकी है। इनमें 1730 लोगों की मौत नॉर्थ वेस्ट के अलागवादी क्षेत्रों में हुई है, जबकि 1262 मौतें सरकार के कब्जे वाले इलाके में। 10 हजार से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं।
दुनिया भर से आए बचाव दल वहां मदद के लिए चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं. कठिन परिस्थितियों के बावजूद भारत ने भी ओपरेशन दोस्त चलाया। एनडीआरएफ के जरिए भेजी गई भारत की बचाव टीमें भी मैदान में हैं। एनडीआरएफ की टीमें भारत की ओर से ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत लगभग 6 विमानों से राहत सामग्री, मोबाइल अस्पताल और अन्य जरूरी सामानों से साथ पहुंचकर बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।
भारत ने तुर्की के बचाव प्रयासों में मदद के लिए 6 सी -17 ग्लोबमास्टर सैन्य ट्रांसपोर्ट विमानों में राहत सामग्री, एक मोबाइल अस्पताल और विशेष खोज और बचाव दल को भेजा. इसके अलावा भारत ने भारतीय वायु सेना (IAF) के एक ट्रांसपोर्ट विमान में जीवन रक्षक दवाओं और चिकित्सा वस्तुओं सहित कई टन राहत सामग्री तुर्की के अलावा भूकंप से प्रभावित हुए सीरिया में भेजी हैं. दुनिया भर के कई देशों ने बचाव और बचाव के प्रयासों में इन दोनों देशों की मदद की है. भारतीय सेना की इन टीमों में महिला कर्मी भी शामिल हैं.
तुर्की के राष्ट्रपति ने राहत-बचाव के काम में सरकार की कमियों को स्वीकार किया। कहा कि राहत-बचाव कार्य में तेजी लाने के लिए हर प्रयास किए जा रहे हैं।