प्रयागराज में बन रहा यूपी का पहला एक्स्ट्रा डोज सिक्स लेन ब्रिज : लखनऊ से दिल्ली तक सफर होगा आसान

ट्रैफिक जाम से राहत
अभी प्रयागराज में गंगा पुल पर रोजाना घंटों लंबा जाम लगता है, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी होती है। नए सिक्स लेन ब्रिज के बन जाने से पुराना ट्रैफिक विभाजित हो जाएगा और स्थायी रूप से जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। रोजाना अप-डाउन करने वाले लोगों और परिवहन वाहनों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 1968 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। 16 फरवरी 2021 को पुल निर्माण की शुरुआत हुई थी। अब तक 80% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य जून 2026 से पहले पूरा कर लेने का लक्ष्य है। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एसपी सिंगला कंपनी को दी गई है, जिसने विशेष मशीनरी और तकनीक के जरिए निर्माण में तेजी लाई है।प्रयागराज से लेकर दिल्ली तक सफर होगा आसान
यह ब्रिज लखनऊ, कानपुर, आगरा और दिल्ली तक के नेशनल हाईवे से कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। गंगा पार से आने-जाने वाले भारी वाहनों को अतिरिक्त मार्ग मिलने से राज्य की लॉजिस्टिक क्षमता भी बढ़ेगी। यह ब्रिज उत्तर भारत के औद्योगिक और धार्मिक महत्व वाले शहरों के बीच सुगम यातायात की नींव रखेगा। प्रयागराज का यह सिक्स लेन गंगा ब्रिज सिर्फ एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि पूर्वांचल के यातायात, व्यापार और तीर्थ यात्रा के लिए एक नया युग लेकर आएगा। समय से पहले निर्माण, आधुनिक तकनीक और सरकार की सक्रियता इसे उत्तर प्रदेश की मॉडल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में शामिल कर रही है। एक बार पुल चालू होने के बाद, प्रयागराज से दिल्ली तक की दूरी न सिर्फ कम होगी, बल्कि सफर भी पहले से कहीं ज्यादा सुगम और निर्बाध होगा। Uttar Pradesh samacharअगली खबर पढ़ें
ट्रैफिक जाम से राहत
अभी प्रयागराज में गंगा पुल पर रोजाना घंटों लंबा जाम लगता है, जिससे हजारों यात्रियों को परेशानी होती है। नए सिक्स लेन ब्रिज के बन जाने से पुराना ट्रैफिक विभाजित हो जाएगा और स्थायी रूप से जाम की समस्या खत्म हो जाएगी। रोजाना अप-डाउन करने वाले लोगों और परिवहन वाहनों को इसका सीधा लाभ मिलेगा। इस प्रोजेक्ट पर कुल 1968 करोड़ रुपये खर्च हो रहे हैं। 16 फरवरी 2021 को पुल निर्माण की शुरुआत हुई थी। अब तक 80% निर्माण कार्य पूरा हो चुका है और शेष कार्य जून 2026 से पहले पूरा कर लेने का लक्ष्य है। निर्माण कार्य की जिम्मेदारी एसपी सिंगला कंपनी को दी गई है, जिसने विशेष मशीनरी और तकनीक के जरिए निर्माण में तेजी लाई है।प्रयागराज से लेकर दिल्ली तक सफर होगा आसान
यह ब्रिज लखनऊ, कानपुर, आगरा और दिल्ली तक के नेशनल हाईवे से कनेक्टिविटी में क्रांतिकारी बदलाव लाएगा। गंगा पार से आने-जाने वाले भारी वाहनों को अतिरिक्त मार्ग मिलने से राज्य की लॉजिस्टिक क्षमता भी बढ़ेगी। यह ब्रिज उत्तर भारत के औद्योगिक और धार्मिक महत्व वाले शहरों के बीच सुगम यातायात की नींव रखेगा। प्रयागराज का यह सिक्स लेन गंगा ब्रिज सिर्फ एक निर्माण परियोजना नहीं, बल्कि पूर्वांचल के यातायात, व्यापार और तीर्थ यात्रा के लिए एक नया युग लेकर आएगा। समय से पहले निर्माण, आधुनिक तकनीक और सरकार की सक्रियता इसे उत्तर प्रदेश की मॉडल इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजनाओं में शामिल कर रही है। एक बार पुल चालू होने के बाद, प्रयागराज से दिल्ली तक की दूरी न सिर्फ कम होगी, बल्कि सफर भी पहले से कहीं ज्यादा सुगम और निर्बाध होगा। Uttar Pradesh samacharसंबंधित खबरें
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