बटन दबता और सब खत्म हो जाता! हैदराबाद में ISIS साजिश का पर्दाफाश

सोशल मीडिया से सीखा बम बनाना
जानकारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिए बम बनाने का तरीका सीखा और फिर इंटरनेट से अमोनियम, सल्फर और एल्युमीनियम जैसे खतरनाक रसायन मंगवाए। इनका उपयोग आमतौर पर आईईडी (इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने में होता है।जांच एजेंसियों के अनुसार, सिराज और समीर ने पहले विजयनगरम के सुनसान इलाकों में विस्फोटक का ट्रायल किया। ट्रायल सफल रहने के बाद दोनों कथित तौर पर किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या उनका अगला निशाना हैदराबाद था।ISIS कनेक्शन की भी जांच जारी
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने पिछले 6 महीनों से सिराज पर नजर रखी हुई थी। जैसे ही पुख्ता सूचना मिली तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की काउंटर-इंटेलिजेंस टीमें सक्रिय हो गईं। छापेमारी में पहले रहमान को विजयनगरम से फिर उसकी निशानदेही पर समीर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का मानना है कि दोनों सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए और ISIS गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कट्टरपंथी बने।आगे की जांच और रिमांड की तैयारी
पुलिस ने अदालत से दोनों आरोपियों की हिरासत की मांग की है ताकि उनसे और जानकारी जुटाई जा सके। जांच एजेंसियां इस बात की पड़ताल में जुटी हैं कि इनके साथ और कौन लोग शामिल हो सकते हैं और कहीं यह एक बड़ा आतंकी मॉड्यूल तो नहीं। National Newsट्रैवल की आड़ में देश से गद्दारी! ज्योति मल्होत्रा का पाकिस्तान से सीक्रेट कनेक्शन?
ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देश–दुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।अगली खबर पढ़ें
सोशल मीडिया से सीखा बम बनाना
जानकारी के मुताबिक, दोनों आरोपियों ने सोशल मीडिया के जरिए बम बनाने का तरीका सीखा और फिर इंटरनेट से अमोनियम, सल्फर और एल्युमीनियम जैसे खतरनाक रसायन मंगवाए। इनका उपयोग आमतौर पर आईईडी (इम्प्रोवाइज़्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस) बनाने में होता है।जांच एजेंसियों के अनुसार, सिराज और समीर ने पहले विजयनगरम के सुनसान इलाकों में विस्फोटक का ट्रायल किया। ट्रायल सफल रहने के बाद दोनों कथित तौर पर किसी बड़े हमले की योजना बना रहे थे। फिलहाल पुलिस यह जांच कर रही है कि क्या उनका अगला निशाना हैदराबाद था।ISIS कनेक्शन की भी जांच जारी
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) ने पिछले 6 महीनों से सिराज पर नजर रखी हुई थी। जैसे ही पुख्ता सूचना मिली तेलंगाना और आंध्र प्रदेश की काउंटर-इंटेलिजेंस टीमें सक्रिय हो गईं। छापेमारी में पहले रहमान को विजयनगरम से फिर उसकी निशानदेही पर समीर को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया। पुलिस का मानना है कि दोनों सोशल मीडिया के जरिए एक-दूसरे के संपर्क में आए और ISIS गतिविधियों पर चर्चा करते हुए कट्टरपंथी बने।आगे की जांच और रिमांड की तैयारी
पुलिस ने अदालत से दोनों आरोपियों की हिरासत की मांग की है ताकि उनसे और जानकारी जुटाई जा सके। जांच एजेंसियां इस बात की पड़ताल में जुटी हैं कि इनके साथ और कौन लोग शामिल हो सकते हैं और कहीं यह एक बड़ा आतंकी मॉड्यूल तो नहीं। National Newsट्रैवल की आड़ में देश से गद्दारी! ज्योति मल्होत्रा का पाकिस्तान से सीक्रेट कनेक्शन?
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