सपा के बड़े नेता राजेन्द्र चौधरी का केंद्र पर हमला, बोले "आज देश में अघोषित आपातकाल"

Rajendra choudhari
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 03:17 AM
bookmark
UP News : आपातकाल की 50वीं वर्षगांठ मनाते हुए समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र चौधरी ने कहा कि आज अघोषित आपातकाल है और देश में राजनीतिक स्वतंत्रता की कमी है। चौधरी ने एएनआई से कहा, मौजूदा स्थिति पिछली स्थिति से काफी मिलती-जुलती है। आज अघोषित आपातकाल है; अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता निरपेक्ष नहीं है। सरकार के खिलाफ बोलने वाले किसी भी व्यक्ति पर मुकदमा चलाया जाता है, मनगढ़ंत मुकदमे चलाए जाते हैं और उसे गिरफ्तार किया जाता है।

अभी भी सच्ची राजनीतिक स्वतंत्रता का अभाव

उन्होंने कहा, अभी भी सच्ची राजनीतिक स्वतंत्रता का अभाव है। स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान स्थापित मूल्यों और भारत की स्वतंत्रता के उद्देश्य की अवहेलना की जाती है। आपातकाल को याद करते हुए उन्होंने इसे दूसरा स्वतंत्रता संग्राम बताया और कहा कि प्रेस पर पूरी तरह से सेंसरशिप लगा दी गई थी। सपा नेता श्री चौधरी ने कहा, जब आपातकाल लगाया गया और उसके बाद संघर्ष हुआ, तो यह दूसरा स्वतंत्रता संग्राम बन गया। मैं भी एक राजनीतिक कार्यकर्ता हूं और उस संघर्ष में सक्रिय था; मैंने इसे देखा। देश की स्थिति गंभीर थी; कोई भी बोल या लिख नहीं सकता था। प्रेस पर पूरी तरह से सेंसरशिप थी। इस बीच, समाजवादी पार्टी के नेता रविदास मेहरोत्रा ने मंगलवार को आपातकाल के दौरान उन्हें और अन्य सपा नेताओं को जेल में बंद किए जाने को याद करते हुए कहा कि संविधान और लोकतंत्र की हत्या की गई। केंद्र सरकार 25 जून को संविधान हत्या दिवस के रूप में मना रही है, वहीं मेहरोत्रा ने कहा कि वे बुधवार को संविधान रक्षा दिवस मनाएंगे। मेहरोत्रा ने एएनआई से कहा, कल 25 जून को आपातकाल के 50 साल पूरे हो जाएंगे। पचास साल पहले देश में संविधान और लोकतंत्र की हत्या कर दी गई थी और सरकार तानाशाही के जरिए चलाई जा रही थी। आपातकाल के दौरान हमें जेल में डाला गया था। हमने कल 25 जून को संविधान रक्षा दिवस के रूप में मनाने का फैसला किया है। हम अपनी बांहों पर काली पट्टी बांधेंगे और संविधान की रक्षा करने का संकल्प लेंगे। तत्कालीन राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद और इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने 25 जून, 1975 को आपातकाल लगाया था।  UP News

अचानक सुर्खियों में आ गई उत्तर प्रदेश की यह बच्ची

ग्रेटर नोएडा – नोएडाकीखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएचेतनामंचसेजुड़ेरहें।

देश-दुनियाकीलेटेस्टखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएहमेंफेसबुकपरलाइककरेंयाट्विटरपरफॉलोकरें।

अगली खबर पढ़ें

उत्तर प्रदेश की ये घाटी स्वर्ग से कम नहीं, बूंद-बूंद सुनाती है प्रकृति की कहानी

Lakhaniya Dari Waterfall
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar25 Jun 2025 06:37 PM
bookmark
UP News : उत्तर प्रदेश को लोग उत्तर प्रदेश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, ऐतिहासिक स्थलों और धार्मिक महत्व के लिए जानते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश जैसे विशाल राज्य में कई ऐसे प्राकृतिक खजाने भी छिपे हैं जिनकी खूबसूरती किसी पर्वतीय राज्य से कम नहीं। उत्तर प्रदेश के इन्हीं प्राकृतिक खजाने में से एक है लखनिया दरी झरना जिसे उत्तर प्रदेश का सबसे ऊंचा झरना माना जाता है।

कहां है उत्तर प्रदेश का सबसे ऊंचा झरना?

बता दें कि, लखनिया दरी जलप्रपात, मिर्जापुर जिले के अहरौरा क्षेत्र में स्थित है। यह क्षेत्र लखनिया घाटी के नाम से प्रसिद्ध है जो अपने प्राकृतिक सौंदर्य, हरियाली और चट्टानों से बहते स्वच्छ जल के कारण ट्रेकिंग और प्रकृति प्रेमियों के बीच लोकप्रिय होता जा रहा है।

कितनी ऊंचाई से गिरता है उत्तर प्रदेश का यह झरना?

इस झरने की अनुमानित ऊंचाई 150 मीटर (लगभग 490 फीट) है जो इसे उत्तर प्रदेश का सबसे ऊंचा झरना बनाती है। ऊंचाई से गिरता यह पानी चट्टानों से टकराकर एक प्राकृतिक ध्वनि और दृश्य प्रभाव पैदा करता है, जो हर पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर देता है।

कैसे पहुंचे लखनिया दरी झरने तक?

लखनिया दरी झरना चुनार से लगभग 22 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। चुनार स्वयं एक ऐतिहासिक नगर है, जहां का किला अपने समृद्ध इतिहास के लिए प्रसिद्ध है। झरने तक पहुंचने के लिए कुछ किलोमीटर की ट्रेकिंग भी करनी पड़ती है जो रोमांच से भरी होती है।

उत्तर प्रदेश में कितने प्रमुख झरने हैं?

हालांकि उत्तर प्रदेश पहाड़ी राज्य नहीं है लेकिन यहां प्राकृतिक झरनों की संख्या भी कम नहीं। राज्य में छोटे-बड़े मिलाकर 7–8 प्रमुख झरने हैं, जो अलग-अलग जिलों में स्थित हैं। लेकिन इन सबमें लखनिया दरी अपनी ऊंचाई और प्राकृतिक दृश्यावली के कारण सबसे अलग और खास है।

क्यों जाएं लखनिया दरी?

अगर आप भीड़-भाड़ से दूर प्राकृतिक शांति, हरियाली और प्रकृति की गोद में कुछ पल बिताना चाहते हैं तो लखनिया दरी आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकता है। मानसून के दौरान यहां का दृश्य और भी जीवंत हो जाता है जब झरने की धाराएं अपने चरम पर होती हैं। UP News

अचानक सुर्खियों में आ गई उत्तर प्रदेश की यह बच्ची

ग्रेटर नोएडा– नोएडा की खबरों से अपडेट रहने के लिए चेतना मंच से जुड़े रहें। देशदुनिया की लेटेस्ट खबरों से अपडेट रहने के लिए हमेंफेसबुकपर लाइक करें याट्विटरपर फॉलो करें।
अगली खबर पढ़ें

नफरत के एजेंडे का चेहरा बेनकाब, हैदरी दल का सरगना नबी हसन गिरफ्तार

UP News 2025 06 25T101037.071
UP News
locationभारत
userचेतना मंच
calendar01 Dec 2025 02:09 PM
bookmark

UP News : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक कट्टरपंथी संगठन 'हैदरी दल 25' के संस्थापक नबी हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नबी हसन पर नाबालिग छात्र के साथ कुकर्म, सांप्रदायिक तनाव फैलाने, और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। यह गिरफ्तारी न केवल एक अपराधी के पर्दाफाश की कहानी है, बल्कि सोशल मीडिया पर धार्मिक कट्टरता के फैलते नेटवर्क की भी एक चिंताजनक तस्वीर पेश करती है।

कौन है नबी हसन ? कहां से चला रहा था पूरा नेटवर्क?

पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि नबी हसन की शिक्षा महज कक्षा 5 तक सीमित है, लेकिन तकनीक का इस्तेमाल वह पूरी चतुराई से कर रहा था। वह शाहजहांपुर स्थित ‘गुलशने मुस्तफा’ मदरसे में रहकर दीनी तालीम ले रहा था, लेकिन असल में वह 'हैदरी दल 25' का डिजिटल मास्टरमाइंड था। कई जिलों में फैले नेटवर्क के जरिए वह सोशल मीडिया पर धार्मिक आधार पर कंटेंट एडिट कर अपलोड करता था।

नैतिकता की आड़ में नफरत का कारोबार

‘हैदरी दल’ के सदस्य खुद को मॉरल पुलिस के रूप में प्रस्तुत करते थे। ये सार्वजनिक स्थलों पर जाकर मुस्लिम लड़कियों से पूछताछ करते, विशेषकर जब वे किसी गैर-मुस्लिम युवक के साथ देखी जातीं। फिर वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता था। लड़कियों को बुर्का पहनने और गैर-मुस्लिमों से न बात करने की नसीहत दी जाती थी। यह गतिविधि न केवल निजता के अधिकार का उल्लंघन थी, बल्कि यह सांप्रदायिक विद्वेष को भी भड़काने का हथियार बन चुकी थी।

पुलिस के अनुसार, हसन के पास से बरामद मोबाइल में एक नाबालिग छात्र के साथ अप्राकृतिक कृत्य की वीडियो मिली, जो उसी के मदरसे में पढ़ता था। इसके अलावा मोबाइल में दर्जनों अश्लील फोटो और वीडियो मौजूद थे। यही नहीं, जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि 'हैदरी दल 25' नामक इंस्टाग्राम अकाउंट की कमान भी नबी हसन के ही हाथों में थी।

कैसे चढ़ा पुलिस के हत्थे? ऑपरेशन की पूरी जानकारी

फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर क्राइम रविंद्र कुमार और कॉन्स्टेबल पवन कुमार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हसन बीसलपुर रोड स्थित साठा पुलिया के पास मौजूद है। लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहले से तैनात टीमों ने आपसी तालमेल के साथ घेराबंदी कर उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। हैदरी दल 25 के अन्य कई सदस्य  जिनमें मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्र भी शामिल थे — पहले ही गिरफ्त में आ चुके हैं। लेकिन इस नेटवर्क का असली सिरा, यानी नबी हसन अब जाकर कानून के शिकंजे में आया है।SP देहात अंशिका वर्मा ने प्रेस को बताया कि नबी हसन ने नाबालिग छात्र से कुकर्म कर उसकी वीडियो बनाई और वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता रहा। उसने फर्जी आईडी से सांप्रदायिक टिप्पणियां पोस्ट कर समाज में वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया।   UP News

फिल्म में पाकिस्तानी चेहरा देख भड़के मीका, दिलजीत को दे डाली नसीहत

ग्रेटर नोएडा – नोएडाकीखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएचेतनामंचसेजुड़ेरहें।

देश-दुनियाकीलेटेस्टखबरोंसेअपडेटरहनेकेलिएहमेंफेसबुकपरलाइककरेंयाट्विटरपरफॉलोकरें।