सपा के बड़े नेता राजेन्द्र चौधरी का केंद्र पर हमला, बोले "आज देश में अघोषित आपातकाल"





UP News : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक कट्टरपंथी संगठन 'हैदरी दल 25' के संस्थापक नबी हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नबी हसन पर नाबालिग छात्र के साथ कुकर्म, सांप्रदायिक तनाव फैलाने, और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। यह गिरफ्तारी न केवल एक अपराधी के पर्दाफाश की कहानी है, बल्कि सोशल मीडिया पर धार्मिक कट्टरता के फैलते नेटवर्क की भी एक चिंताजनक तस्वीर पेश करती है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि नबी हसन की शिक्षा महज कक्षा 5 तक सीमित है, लेकिन तकनीक का इस्तेमाल वह पूरी चतुराई से कर रहा था। वह शाहजहांपुर स्थित ‘गुलशने मुस्तफा’ मदरसे में रहकर दीनी तालीम ले रहा था, लेकिन असल में वह 'हैदरी दल 25' का डिजिटल मास्टरमाइंड था। कई जिलों में फैले नेटवर्क के जरिए वह सोशल मीडिया पर धार्मिक आधार पर कंटेंट एडिट कर अपलोड करता था।
‘हैदरी दल’ के सदस्य खुद को मॉरल पुलिस के रूप में प्रस्तुत करते थे। ये सार्वजनिक स्थलों पर जाकर मुस्लिम लड़कियों से पूछताछ करते, विशेषकर जब वे किसी गैर-मुस्लिम युवक के साथ देखी जातीं। फिर वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता था। लड़कियों को बुर्का पहनने और गैर-मुस्लिमों से न बात करने की नसीहत दी जाती थी। यह गतिविधि न केवल निजता के अधिकार का उल्लंघन थी, बल्कि यह सांप्रदायिक विद्वेष को भी भड़काने का हथियार बन चुकी थी।
पुलिस के अनुसार, हसन के पास से बरामद मोबाइल में एक नाबालिग छात्र के साथ अप्राकृतिक कृत्य की वीडियो मिली, जो उसी के मदरसे में पढ़ता था। इसके अलावा मोबाइल में दर्जनों अश्लील फोटो और वीडियो मौजूद थे। यही नहीं, जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि 'हैदरी दल 25' नामक इंस्टाग्राम अकाउंट की कमान भी नबी हसन के ही हाथों में थी।
फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर क्राइम रविंद्र कुमार और कॉन्स्टेबल पवन कुमार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हसन बीसलपुर रोड स्थित साठा पुलिया के पास मौजूद है। लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहले से तैनात टीमों ने आपसी तालमेल के साथ घेराबंदी कर उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। हैदरी दल 25 के अन्य कई सदस्य जिनमें मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्र भी शामिल थे — पहले ही गिरफ्त में आ चुके हैं। लेकिन इस नेटवर्क का असली सिरा, यानी नबी हसन अब जाकर कानून के शिकंजे में आया है।SP देहात अंशिका वर्मा ने प्रेस को बताया कि नबी हसन ने नाबालिग छात्र से कुकर्म कर उसकी वीडियो बनाई और वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता रहा। उसने फर्जी आईडी से सांप्रदायिक टिप्पणियां पोस्ट कर समाज में वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया। UP News
UP News : उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के बरेली जिले से एक कट्टरपंथी संगठन 'हैदरी दल 25' के संस्थापक नबी हसन को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। नबी हसन पर नाबालिग छात्र के साथ कुकर्म, सांप्रदायिक तनाव फैलाने, और सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने जैसे गंभीर आरोप लगे हैं। यह गिरफ्तारी न केवल एक अपराधी के पर्दाफाश की कहानी है, बल्कि सोशल मीडिया पर धार्मिक कट्टरता के फैलते नेटवर्क की भी एक चिंताजनक तस्वीर पेश करती है।
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि नबी हसन की शिक्षा महज कक्षा 5 तक सीमित है, लेकिन तकनीक का इस्तेमाल वह पूरी चतुराई से कर रहा था। वह शाहजहांपुर स्थित ‘गुलशने मुस्तफा’ मदरसे में रहकर दीनी तालीम ले रहा था, लेकिन असल में वह 'हैदरी दल 25' का डिजिटल मास्टरमाइंड था। कई जिलों में फैले नेटवर्क के जरिए वह सोशल मीडिया पर धार्मिक आधार पर कंटेंट एडिट कर अपलोड करता था।
‘हैदरी दल’ के सदस्य खुद को मॉरल पुलिस के रूप में प्रस्तुत करते थे। ये सार्वजनिक स्थलों पर जाकर मुस्लिम लड़कियों से पूछताछ करते, विशेषकर जब वे किसी गैर-मुस्लिम युवक के साथ देखी जातीं। फिर वीडियो बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर वायरल किया जाता था। लड़कियों को बुर्का पहनने और गैर-मुस्लिमों से न बात करने की नसीहत दी जाती थी। यह गतिविधि न केवल निजता के अधिकार का उल्लंघन थी, बल्कि यह सांप्रदायिक विद्वेष को भी भड़काने का हथियार बन चुकी थी।
पुलिस के अनुसार, हसन के पास से बरामद मोबाइल में एक नाबालिग छात्र के साथ अप्राकृतिक कृत्य की वीडियो मिली, जो उसी के मदरसे में पढ़ता था। इसके अलावा मोबाइल में दर्जनों अश्लील फोटो और वीडियो मौजूद थे। यही नहीं, जांच में यह भी स्पष्ट हुआ कि 'हैदरी दल 25' नामक इंस्टाग्राम अकाउंट की कमान भी नबी हसन के ही हाथों में थी।
फरीदपुर थाने के इंस्पेक्टर क्राइम रविंद्र कुमार और कॉन्स्टेबल पवन कुमार को मुखबिर से सूचना मिली थी कि हसन बीसलपुर रोड स्थित साठा पुलिया के पास मौजूद है। लंबे समय से फरार चल रहे आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहले से तैनात टीमों ने आपसी तालमेल के साथ घेराबंदी कर उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। हैदरी दल 25 के अन्य कई सदस्य जिनमें मेडिकल और इंजीनियरिंग के छात्र भी शामिल थे — पहले ही गिरफ्त में आ चुके हैं। लेकिन इस नेटवर्क का असली सिरा, यानी नबी हसन अब जाकर कानून के शिकंजे में आया है।SP देहात अंशिका वर्मा ने प्रेस को बताया कि नबी हसन ने नाबालिग छात्र से कुकर्म कर उसकी वीडियो बनाई और वायरल करने की धमकी देकर ब्लैकमेल करता रहा। उसने फर्जी आईडी से सांप्रदायिक टिप्पणियां पोस्ट कर समाज में वैमनस्य फैलाने का प्रयास किया। UP News