बरेलवी मौलाना ने मौलाना मदनी पर मुसलमानों को भड़काने का आरोप लगाया

रजवी ने कहा कि मदनी के हालिया बयान से मुसलमानों में अशांति फैल रही है और समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे ऐसे विवादास्पद और भड़काऊ बयानों से खुद को दूर रखें।

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मौलाना महमूद मदनी और मौलाना शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar29 Nov 2025 06:24 PM
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UP News : हाल ही में आल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी (बरेलवी) ने जमीयत उलमा-ए-हिंद के नेता मौलाना महमूद मदनी के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी। रजवी ने कहा कि मदनी के हालिया बयान से मुसलमानों में अशांति फैल रही है और समाज को बांटने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने मुसलमानों से अपील की कि वे ऐसे विवादास्पद और भड़काऊ बयानों से खुद को दूर रखें।

मुसलमानों का भरोसा सुप्रीम कोर्ट, संसद और सरकार पर

रजवी ने यह भी कहा कि मुसलमानों का भरोसा सुप्रीम कोर्ट, संसद और सरकार पर है, और वर्तमान में भारत में शांति और अमन कायम है। उनका मानना है कि कोई भी सरकार जनता के हितों के खिलाफ काम नहीं करती और सभी फैसले संविधान के तहत होते हैं। कोई भी सरकार संविधान के खिलाफ मुसलमानों के खिलाफ कोई भी कार्रवाई नहीं कर सकती। इसलिए मदनी अपने वक्तव्यों से बाज आएं और मुसलमान किसी बहकावे में न आएं।

महमूद मदनी का दृष्टिकोण

मौलाना मदनी ने भोपाल में जमीयत उलमा-ए-हिंद की बैठक में कहा कि जिहाद शब्द का दुरुपयोग किया जा रहा है और मुसलमानों के खिलाफ नकारात्मक धारणाएं बढ़ रही हैं। उनका कहना था कि जब अन्याय होगा, तब जिहाद की आवश्यकता पड़ेगी। मदनी ने पिछले कुछ वर्षों में जैसे बाबरी मस्जिद, तीन तलाक और अन्य मामलों में अदालतों के फैसलों को लेकर सवाल उठाए और आरोप लगाया कि कभी-कभी न्यायपालिका सरकार के दबाव में काम करती है। यह विवाद धार्मिक नेतृत्व के दृष्टिकोणों का टकराव दर्शाता है। रजवी समाजिक स्थिरता पर जोर देते हैं, जबकि मदनी न्याय और धार्मिक अधिकारों पर फोकस करते हैं।


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उत्तर प्रदेश के गुरू-शिष्य ने श्रीलंका में गाड दिया भारत का झंडा

उत्तर प्रदेश के इसी विद्यालय में हरीश चन्द्र के 11वीं कक्षा के छात्र रमन कुमार भी पढ़ते हैं। इन दोनों गुरू-शिष्य ने श्रीलंका में आयोजित वल्र्ड पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में बड़ा कारनामा करते हुए उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने का बड़ा काम कर दिया है।

श्रीलंका की धरती पर तिरंगा लहराते यूपी के गुरु–शिष्य
श्रीलंका की धरती पर तिरंगा लहराते यूपी के गुरु–शिष्य
locationभारत
userआरपी रघुवंशी
calendar29 Nov 2025 05:39 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के रहने वाले गुरू-शिष्य की एक जोड़ी ने बड़ा कमाल कर दिया है। उत्तर प्रदेश की इस खास जोड़ी ने श्रीलंका की राजधानी कोलम्बो में भारत का झंडा गाड कर उत्तर प्रदेश का मान-सम्मान तथा गौरव बढ़ाने का काम किया है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विदेशी धरती श्रीलंका में भारत का झंडा गाडने वाले गुरू-शिष्य को बधाई देते हुए इसे उत्तर प्रदेश के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया है।

उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले गुरू-शिष्य ने कर दिया कमाल

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले गुरू-शिष्य की एक जोड़ी ने श्रीलंका में बड़ा कमाल कर दिखाया है। उत्तर प्रदेश के आगरा जिले के इटौरा में जयप्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय स्थित है। उत्तर प्रदेश के इसी विद्यालय में शिक्षक हैं हरीश चन्द्र। हरीश चन्द्र विद्यालय में बच्चों को व्यायाम की शिक्षा देते हैं। उत्तर प्रदेश के इसी विद्यालय में हरीश चन्द्र के 11वीं कक्षा के छात्र रमन कुमार भी पढ़ते हैं। इन दोनों गुरू-शिष्य ने श्रीलंका में आयोजित वल्र्ड पॉवर लिफ्टिंग प्रतियोगिता में बड़ा कारनामा करते हुए उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाने का बड़ा काम कर दिया है।

वल्र्ड चैंपियन बन गए उत्तर प्रदेश के हरीश चन्द्र

श्रीलंका में हुई वल्र्ड पॉवर लिफ्टिंग चैंपियनशिप-2025 में उत्तर प्रदेश के आगरा के शिक्षक हरीश चन्द्र वल्र्ड चैंपियन बन गए। उन्होंने 77 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाते हुए श्रीलंका की धरती पर भारत का झंडा गाड दिया। हरीश चन्द्र के शिष्य रमन कुमार ने वल्र्ड पॉवर लिफ्टिंग चैंपियनशिप-2025 में 56 किग्रा भार वर्ग में सिल्वर मेडल जीतकर उत्तर प्रदेश तथा भारत का मान-सम्मान बढ़ाने का काम किया। आपको बता दें कि श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में आयोजित वर्ल्ड पावर लिफ्टिंग चैंपियनशिप 2025 में 40 से अधिक देशों के एथलीट ने भाग लिया। इस अंतरराष्ट्रीय मंच पर उत्तर प्रदेश के गुरु और शिष्य की जोड़ी ने देश के लिए गौरव के पल लाए। शिक्षक हरीश चंद्र ने 77 किग्रा भार वर्ग में गोल्ड मेडल जीतकर विश्व चैंपियन का खिताब हासिल किया। वहीं छात्र रमन कुमार ने 56 किग्रा भार वर्ग में उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए सिल्वर मेडल जीता।

पहले से ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है उत्तर प्रदेश के गुरू के नाम

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के आगरा के रहने वाले शिक्षक हरीश चन्द्र के नाम पर पहले से ही राष्ट्रीय रिकॉर्ड दर्ज है। उत्तर प्रदेश के इस गुरू-शिष्य का वल्र्ड चैंपियनशिप के लिए चुनाव उनके दमदार प्रदर्शन के आधार पर हुआ था। हरीश चंद्र ने सीनियर 77 किग्रा वर्ग में गोल्ड जीतने के साथ ही डेडलिफ्ट में राष्ट्रीय रिकॉर्ड भी बनाया था, जबकि रमन कुमार ने सब-जूनियर 56 किग्रा वर्ग में गोल्ड जीता था। यह सफलता यह दर्शाती है कि सरकारी संस्थानों में भी गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) असीम अरुण ने इस उपलब्धि पर दोनों खिलाडय़िों को हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा कि कोलंबो में मिली यह ऐतिहासिक उपलब्धि पूरे प्रदेश और देश के लिए गर्व का विषय है। सर्वोदय विद्यालय इटौरा के छात्र और शिक्षक ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर जो प्रदर्शन किया है, वह आने वाले खिलाडिय़ों के लिए प्रेरणा बनेगा। UP News

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अखिलेश यादव ने भरा एसआईआर फार्म, सरकार पर जारी रखा हमला

समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपना एसआईआर फॉर्म जमा कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने यह कदम 27 नवंबर को उठाया, और इस दौरान उनका एक फोटो भी सार्वजनिक हुआ है।

akhilesh (11)
अखिलेश यादव एसआईआर फार्म भरते हुए
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar29 Nov 2025 05:16 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश में मतदाता सूची सुधार अभियान (एसआईआर) के तहत फॉर्म भरने का दौर जारी है, और इसी क्रम में समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी अपना एसआईआर फॉर्म जमा कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक उन्होंने यह कदम 27 नवंबर को उठाया, और इस दौरान उनका एक फोटो भी सार्वजनिक हुआ है।

बीएलओ की मौत को लेकर भाजपा पर हमलावर

साथ ही, अखिलेश यादव लगातार इस प्रक्रिया को लेकर सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। शनिवार को आयोजित प्रेस वार्ता में उन्होंने प्रदेश में बीएलओ कर्मचारियों की मौतों को लेकर भाजपा सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने मृतक बीएलओ विजय कुमार वर्मा की पत्नी संगीता को लखनऊ में दो लाख रुपये की आर्थिक सहायता भी प्रदान की।

आयोग और भाजपा की मिलीभगत के कारण कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव

इस मौके पर सपा मुखिया ने चुनाव आयोग और भाजपा पर गंभीर आरोप लगाए। उनका कहना था कि एसआईआर की प्रक्रिया में आयोग और भाजपा की मिलीभगत के कारण कर्मचारियों पर अत्यधिक दबाव बनाया जा रहा है, जिससे कई बीएलओ अपनी जान गंवा रहे हैं। उन्होंने कहा, चुनाव आयोग के हाथ खून से सने हैं। हम इस मुद्दे को पहले लोकसभा में उठाएंगे और उसके बाद सड़क पर भी आवाज उठाएंगे। अखिलेश यादव ने दोहराया कि यह सिर्फ चुनावी प्रक्रिया का मामला नहीं, बल्कि कर्मचारियों की सुरक्षा और लोकतांत्रिक अधिकारों का मामला है। उनका दावा है कि दबाव और असुविधाजनक परिस्थितियों के कारण कई बीएलओ मौत के घाट उतर रहे हैं, और इसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।