दिल्ली से यूपी-बिहार के लिए शुरू होगी पूजा स्पेशल ट्रेन, यात्रियों को बड़ी राहत




स्वामी चेतान्यानंद उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ एक बड़ा सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। उसके व्यक्तिगत व्हाट्सऐप चैट्स ने न केवल उसके काले कारनामों का पर्दाफाश किया, बल्कि यह भी उजागर किया कि उसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन कितने खतरनाक थे। सबसे चौंकाने वाली चैट में उसने लिखा, “दुबई का एक शेख सेक्स पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारी कोई अच्छी दोस्त है?” लड़की के साफ मना करने पर उसने दबाव डालते हुए कहा, “ये कैसे संभव हो सकता है? तुम्हारी कोई क्लासमेट या जूनियर हो तो भेजो।” यह संदेश न केवल उसकी मानसिकता को बेपर्दा करता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि बाबा लड़कियों का शोषण करने के साथ-साथ उन्हें विदेश तक भेजने के अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को सक्रिय रूप से संचालित करता था। Swami Chaitanyananda
गिरफ्तारी के बाद पुलिस जब स्वामी के मोबाइल की जांच कर रही है, तो उसके काले खेल की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। व्हाट्सऐप चैट्स ने यह साबित कर दिया कि यह कथित बाबा सिर्फ धार्मिक आड़ में अनुयायियों को बहकाने वाला साधु नहीं था, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों की सप्लाई तक के बड़े रैकेट का मास्टरमाइंड था। अब यह स्पष्ट हो चुका है कि उसका नेटवर्क भारत में ही नहीं, बल्कि खाड़ी देशों तक फैला हुआ था, और उसके साजिश भरे तंत्र की गहराई पुलिस के लिए भी चौंकाने वाली साबित हो रही है। Swami Chaitanyananda
पुलिस जांच में स्वामी चैतन्यानंद के मोबाइल से कई लड़कियों के साथ उसकी लंबी और परेशान करने वाली बातचीतें बरामद हुई हैं। ज्यादातर चैट्स उसकी मनमानी, लालसा और शोषण की प्रवृत्ति को उजागर करती हैं। एक चैट में वह लगातार लड़की से पूछता रहा, “बेबी, ड्यूटी पूरी हुई?” लड़की जवाब देती है कि वह शिफ्ट पर जा रही है। इसके बाद बाबा ने लिखा, “गुड इवनिंग मेरी सबसे प्यारी बेबी डॉल बेटी।” लड़की ने उसे दोपहर का जवाब देते हुए कहा, “सर, यहां दोपहर है, हैप्पी आफ्टरनून। आपने कुछ खाया?
सामान्य बातचीत में भी वह लड़कियों को बेबी, डॉटर डॉल, स्वीटी जैसे नामों से संबोधित करता था, जो स्पष्ट रूप से उसकी मनोवैज्ञानिक दबंगई और मानसिक नियंत्रण की कोशिश को दर्शाते हैं। कुछ चैट्स में यह और भी स्पष्ट है कि बाबा दिन-रात एक ही लड़की को परेशान करने वाला मैसेज भेजता रहा: “स्वीटी, बेबी, डॉटर डॉल” “बेबyyyyy” “तुम मुझसे नाराज़ क्यों हो 😭😭😭” इन संवादों से साफ पता चलता है कि बाबा लगातार लड़कियों पर मानसिक दबाव डालता और उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश करता था।
सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ, जब स्वामी चैतन्यानंद ने एक लड़की को लिखा, "दुबई का एक शेख सेक्स पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारी कोई अच्छी दोस्त है?" लड़की के साफ मना करने पर उसने दबाव बढ़ाते हुए कहा, "ये कैसे संभव हो सकता है? तुम्हारी कोई क्लासमेट या जूनियर हो तो भेजो।" यह संदेश न केवल उसके मनोविकार को उजागर करता है, बल्कि साफ कर देता है कि बाबा लड़कियों का शोषण करने के साथ-साथ उन्हें विदेश भेजने के गहरे नेटवर्क में भी शामिल था।
इसके अलावा, पुलिस को अश्लील और डरावनी चैट्स भी मिलीं। एक वार्तालाप में उसने सीधे लिखा, "तुम मेरे साथ नहीं सोओगे? गुड नाइट, शुभ रात्रि, बताओ।" ऐसे संवाद उसकी असली मानसिकता को खोलकर सामने लाते हैं और बताते हैं कि कैसे वह महिलाओं को दबाव में रखकर अपने उद्देश्य के लिए मजबूर करता था।
जांच में यह भी सामने आया है कि स्वामी चेतान्यानंद ने कई लड़कियों को अल्मोड़ा और अन्य जगहों पर भेजकर अपने गहरे और खतरनाक खेल को अंजाम दिया। एक मामले में उसने युवती से कहा कि किसी युवक के साथ अंतरंग फोटो खिंचवाकर भेजे, ताकि वह युवक हनीट्रैप में फंस जाए। इसके लिए उसने लड़की को सीधे पैसे भी दिए थे। Swami Chaitanyananda
पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि फरारी के दौरान स्वामी चेतान्यानंद लंदन का एक वॉट्सऐप नंबर इस्तेमाल कर रहा था। इस नंबर के जरिए वह लगातार लड़कियों से संपर्क में था और अपने जाल को बनाए रख रहा था। हालांकि उसके मोबाइल से कई चैट्स बड़े पैमाने पर डिलीट कर दी गई थीं, लेकिन रिकवरी के दौरान कई सनसनीखेज संवाद सामने आए। एक चैट में उसने बार-बार लड़की को “बेबी, आई लव यू” लिखा। जब लड़की ने उसे ब्लॉक कर दिया, तब भी बाबा ने नए नंबर से लगातार संपर्क साधने की कोशिश जारी रखी। यह खुलासा उसकी मानसिक दबंगई और लगातार पीछा करने की प्रवृत्ति को बेपर्दा कर देता है।
जांच में यह भी सामने आया कि बाबा के मोबाइल से HIK Vision नामक ऐप मिला, जिसके जरिए आश्रम के सभी सीसीटीवी कैमरे सीधे उसके फोन से जुड़े थे। इसका मतलब था कि आश्रम का हर कोना उसकी निगरानी में था। कौन कब और कहां जा रहा है, इसकी जानकारी उसे रियल-टाइम में मिलती रहती थी। यही कारण था कि वह लड़कियों की हर गतिविधि पर नजर रखता और मौके का फायदा उठाकर उन्हें अपने कमरे में बुला लेता।
स्वामी चैतन्यानंद सिर्फ धार्मिक आडंबर और दिखावे तक ही सीमित नहीं था। उसने लड़कियों को अपने जाल में फंसाने के लिए महंगे गहने, ब्रांडेड घड़ियां और डिजाइनर चश्मों तक का सहारा लिया। जांच के दौरान उसके मोबाइल और दस्तावेजों से यह भी सामने आया कि उसने कई लड़कियों के रिज्यूमे मंगवाए थे। पुलिस को संदेह है कि बाबा एयरहोस्टेस या प्रतिष्ठित नौकरियों का झांसा देकर युवतियों को आकर्षित करता और फिर उन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क में शामिल कर लेता था। Swami Chaitanyananda
स्वामी चेतान्यानंद उर्फ पार्थ सारथी के खिलाफ एक बड़ा सनसनीखेज खुलासा सामने आया है। उसके व्यक्तिगत व्हाट्सऐप चैट्स ने न केवल उसके काले कारनामों का पर्दाफाश किया, बल्कि यह भी उजागर किया कि उसके अंतरराष्ट्रीय कनेक्शन कितने खतरनाक थे। सबसे चौंकाने वाली चैट में उसने लिखा, “दुबई का एक शेख सेक्स पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारी कोई अच्छी दोस्त है?” लड़की के साफ मना करने पर उसने दबाव डालते हुए कहा, “ये कैसे संभव हो सकता है? तुम्हारी कोई क्लासमेट या जूनियर हो तो भेजो।” यह संदेश न केवल उसकी मानसिकता को बेपर्दा करता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि बाबा लड़कियों का शोषण करने के साथ-साथ उन्हें विदेश तक भेजने के अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क को सक्रिय रूप से संचालित करता था। Swami Chaitanyananda
गिरफ्तारी के बाद पुलिस जब स्वामी के मोबाइल की जांच कर रही है, तो उसके काले खेल की परतें धीरे-धीरे खुल रही हैं। व्हाट्सऐप चैट्स ने यह साबित कर दिया कि यह कथित बाबा सिर्फ धार्मिक आड़ में अनुयायियों को बहकाने वाला साधु नहीं था, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों की सप्लाई तक के बड़े रैकेट का मास्टरमाइंड था। अब यह स्पष्ट हो चुका है कि उसका नेटवर्क भारत में ही नहीं, बल्कि खाड़ी देशों तक फैला हुआ था, और उसके साजिश भरे तंत्र की गहराई पुलिस के लिए भी चौंकाने वाली साबित हो रही है। Swami Chaitanyananda
पुलिस जांच में स्वामी चैतन्यानंद के मोबाइल से कई लड़कियों के साथ उसकी लंबी और परेशान करने वाली बातचीतें बरामद हुई हैं। ज्यादातर चैट्स उसकी मनमानी, लालसा और शोषण की प्रवृत्ति को उजागर करती हैं। एक चैट में वह लगातार लड़की से पूछता रहा, “बेबी, ड्यूटी पूरी हुई?” लड़की जवाब देती है कि वह शिफ्ट पर जा रही है। इसके बाद बाबा ने लिखा, “गुड इवनिंग मेरी सबसे प्यारी बेबी डॉल बेटी।” लड़की ने उसे दोपहर का जवाब देते हुए कहा, “सर, यहां दोपहर है, हैप्पी आफ्टरनून। आपने कुछ खाया?
सामान्य बातचीत में भी वह लड़कियों को बेबी, डॉटर डॉल, स्वीटी जैसे नामों से संबोधित करता था, जो स्पष्ट रूप से उसकी मनोवैज्ञानिक दबंगई और मानसिक नियंत्रण की कोशिश को दर्शाते हैं। कुछ चैट्स में यह और भी स्पष्ट है कि बाबा दिन-रात एक ही लड़की को परेशान करने वाला मैसेज भेजता रहा: “स्वीटी, बेबी, डॉटर डॉल” “बेबyyyyy” “तुम मुझसे नाराज़ क्यों हो 😭😭😭” इन संवादों से साफ पता चलता है कि बाबा लगातार लड़कियों पर मानसिक दबाव डालता और उन्हें अपने जाल में फंसाने की कोशिश करता था।
सबसे चौंकाने वाला खुलासा तब हुआ, जब स्वामी चैतन्यानंद ने एक लड़की को लिखा, "दुबई का एक शेख सेक्स पार्टनर चाहता है, क्या तुम्हारी कोई अच्छी दोस्त है?" लड़की के साफ मना करने पर उसने दबाव बढ़ाते हुए कहा, "ये कैसे संभव हो सकता है? तुम्हारी कोई क्लासमेट या जूनियर हो तो भेजो।" यह संदेश न केवल उसके मनोविकार को उजागर करता है, बल्कि साफ कर देता है कि बाबा लड़कियों का शोषण करने के साथ-साथ उन्हें विदेश भेजने के गहरे नेटवर्क में भी शामिल था।
इसके अलावा, पुलिस को अश्लील और डरावनी चैट्स भी मिलीं। एक वार्तालाप में उसने सीधे लिखा, "तुम मेरे साथ नहीं सोओगे? गुड नाइट, शुभ रात्रि, बताओ।" ऐसे संवाद उसकी असली मानसिकता को खोलकर सामने लाते हैं और बताते हैं कि कैसे वह महिलाओं को दबाव में रखकर अपने उद्देश्य के लिए मजबूर करता था।
जांच में यह भी सामने आया है कि स्वामी चेतान्यानंद ने कई लड़कियों को अल्मोड़ा और अन्य जगहों पर भेजकर अपने गहरे और खतरनाक खेल को अंजाम दिया। एक मामले में उसने युवती से कहा कि किसी युवक के साथ अंतरंग फोटो खिंचवाकर भेजे, ताकि वह युवक हनीट्रैप में फंस जाए। इसके लिए उसने लड़की को सीधे पैसे भी दिए थे। Swami Chaitanyananda
पुलिस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि फरारी के दौरान स्वामी चेतान्यानंद लंदन का एक वॉट्सऐप नंबर इस्तेमाल कर रहा था। इस नंबर के जरिए वह लगातार लड़कियों से संपर्क में था और अपने जाल को बनाए रख रहा था। हालांकि उसके मोबाइल से कई चैट्स बड़े पैमाने पर डिलीट कर दी गई थीं, लेकिन रिकवरी के दौरान कई सनसनीखेज संवाद सामने आए। एक चैट में उसने बार-बार लड़की को “बेबी, आई लव यू” लिखा। जब लड़की ने उसे ब्लॉक कर दिया, तब भी बाबा ने नए नंबर से लगातार संपर्क साधने की कोशिश जारी रखी। यह खुलासा उसकी मानसिक दबंगई और लगातार पीछा करने की प्रवृत्ति को बेपर्दा कर देता है।
जांच में यह भी सामने आया कि बाबा के मोबाइल से HIK Vision नामक ऐप मिला, जिसके जरिए आश्रम के सभी सीसीटीवी कैमरे सीधे उसके फोन से जुड़े थे। इसका मतलब था कि आश्रम का हर कोना उसकी निगरानी में था। कौन कब और कहां जा रहा है, इसकी जानकारी उसे रियल-टाइम में मिलती रहती थी। यही कारण था कि वह लड़कियों की हर गतिविधि पर नजर रखता और मौके का फायदा उठाकर उन्हें अपने कमरे में बुला लेता।
स्वामी चैतन्यानंद सिर्फ धार्मिक आडंबर और दिखावे तक ही सीमित नहीं था। उसने लड़कियों को अपने जाल में फंसाने के लिए महंगे गहने, ब्रांडेड घड़ियां और डिजाइनर चश्मों तक का सहारा लिया। जांच के दौरान उसके मोबाइल और दस्तावेजों से यह भी सामने आया कि उसने कई लड़कियों के रिज्यूमे मंगवाए थे। पुलिस को संदेह है कि बाबा एयरहोस्टेस या प्रतिष्ठित नौकरियों का झांसा देकर युवतियों को आकर्षित करता और फिर उन्हें अपने अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क में शामिल कर लेता था। Swami Chaitanyananda

दिल्ली के SRISIIM संस्थान में 17 छात्राओं से यौन शोषण और धोखाधड़ी के आरोपों में घिरा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती अब पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपी को आगरा से गिरफ्तार कर रविवार को कोर्ट में पेश किया गया और उसके बाद वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन लाया गया। चैतन्यानंद को पुलिस ने 5 दिन की हिरासत में भेजा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बाबा पूछताछ में किसी भी तरह का सहयोग नहीं कर रहे हैं और बार-बार अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बता रहे हैं। पुलिस ने बताया कि हिरासत में चैतन्यानंद को केवल एक चादर और कंबल दिया गया है। उसके सुरक्षा और निगरानी के लिए 24 घंटे दो पुलिसकर्मी उसकी देखरेख करेंगे। Swami Chaitanyananda
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि चैतन्यानंद पिछले दो महीनों से फरार था और मथुरा में साधु-संतों के बीच छिपकर रह रहा था। आरोपी के पास से बरामद iPad में संस्थान परिसर के सभी CCTV कैमरों को जोड़ा गया था, जिससे वह परिसर की हर गतिविधि पर नजर रख रहा था। उसके द्वारा छात्राओं के बाथरूम में लगाए गए हिडन कैमरों को भी बरामद किया गया, जो सीधे उसके मोबाइल फोन से जुड़े थे। आरोपी ने मोबाइल फोन का पासवर्ड पुलिस को दिया है, लेकिन iPad का पासवर्ड नहीं बताया। पुलिस ने iPad की जांच के लिए इसे FSL को भेज दिया है। तीन महिला अधिकारी – श्वेता, भावना और काजल – भी आरोपी की मदद में शामिल पाई गई हैं। पुलिस जल्द ही तीनों को बाबा के सहयोग के आरोप में पूछताछ के लिए बुलाएगी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, चैतन्यानंद ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के समय वह विदेश में था। देश लौटने पर उसे पता चला कि पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही है, इसलिए वह जरूरी दस्तावेज और सामान लेकर फरार हो गया। इसके बाद वह मथुरा पहुंचा और साधु-संतों के बीच छिपकर रहा। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि आरोपी ने पिछले दो महीनों में 15 होटल बदले हैं। अब पुलिस उन सभी होटल रिकॉर्ड की जांच कर रही है।
पीड़ितों के बयानों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के साथ आरोपी का सामना कराना।
आपत्तिजनक डिजिटल सामग्री, मोबाइल फोन और डिलीट किए गए व्हाट्सऐप डेटा को बरामद करना।
साजिश में शामिल अन्य सहयोगियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करना।
साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ और पीड़ितों को धमकाने से रोकना।
आरोपी के वित्तीय और विदेशी संबंधों की जांच करना।
संस्थान में अपराध से जुड़े दृश्यों का पॉइंटिंग-आउट मेमो तैयार करना।
शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष/कुलपति के पद का दुरुपयोग साबित करना। Swami Chaitanyananda
दिल्ली के SRISIIM संस्थान में 17 छात्राओं से यौन शोषण और धोखाधड़ी के आरोपों में घिरा स्वामी चैतन्यानंद सरस्वती अब पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपी को आगरा से गिरफ्तार कर रविवार को कोर्ट में पेश किया गया और उसके बाद वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन लाया गया। चैतन्यानंद को पुलिस ने 5 दिन की हिरासत में भेजा है। पुलिस सूत्रों के अनुसार, बाबा पूछताछ में किसी भी तरह का सहयोग नहीं कर रहे हैं और बार-बार अपने ऊपर लगे आरोपों को निराधार बता रहे हैं। पुलिस ने बताया कि हिरासत में चैतन्यानंद को केवल एक चादर और कंबल दिया गया है। उसके सुरक्षा और निगरानी के लिए 24 घंटे दो पुलिसकर्मी उसकी देखरेख करेंगे। Swami Chaitanyananda
पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि चैतन्यानंद पिछले दो महीनों से फरार था और मथुरा में साधु-संतों के बीच छिपकर रह रहा था। आरोपी के पास से बरामद iPad में संस्थान परिसर के सभी CCTV कैमरों को जोड़ा गया था, जिससे वह परिसर की हर गतिविधि पर नजर रख रहा था। उसके द्वारा छात्राओं के बाथरूम में लगाए गए हिडन कैमरों को भी बरामद किया गया, जो सीधे उसके मोबाइल फोन से जुड़े थे। आरोपी ने मोबाइल फोन का पासवर्ड पुलिस को दिया है, लेकिन iPad का पासवर्ड नहीं बताया। पुलिस ने iPad की जांच के लिए इसे FSL को भेज दिया है। तीन महिला अधिकारी – श्वेता, भावना और काजल – भी आरोपी की मदद में शामिल पाई गई हैं। पुलिस जल्द ही तीनों को बाबा के सहयोग के आरोप में पूछताछ के लिए बुलाएगी। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, चैतन्यानंद ने बताया कि एफआईआर दर्ज होने के समय वह विदेश में था। देश लौटने पर उसे पता चला कि पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई कर रही है, इसलिए वह जरूरी दस्तावेज और सामान लेकर फरार हो गया। इसके बाद वह मथुरा पहुंचा और साधु-संतों के बीच छिपकर रहा। पुलिस ने यह भी खुलासा किया कि आरोपी ने पिछले दो महीनों में 15 होटल बदले हैं। अब पुलिस उन सभी होटल रिकॉर्ड की जांच कर रही है।
पीड़ितों के बयानों और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के साथ आरोपी का सामना कराना।
आपत्तिजनक डिजिटल सामग्री, मोबाइल फोन और डिलीट किए गए व्हाट्सऐप डेटा को बरामद करना।
साजिश में शामिल अन्य सहयोगियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार करना।
साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ और पीड़ितों को धमकाने से रोकना।
आरोपी के वित्तीय और विदेशी संबंधों की जांच करना।
संस्थान में अपराध से जुड़े दृश्यों का पॉइंटिंग-आउट मेमो तैयार करना।
शैक्षणिक संस्थान के अध्यक्ष/कुलपति के पद का दुरुपयोग साबित करना। Swami Chaitanyananda