यमुना का जलस्तर घटा, बाढ़ से कई राज्य प्रभावित – पीएम मोदी करेंगे दौरा

यमुना का जलस्तर घटा, बाढ़ से कई राज्य प्रभावित – पीएम मोदी करेंगे दौरा
locationभारत
userचेतना मंच
calendar02 Dec 2025 05:14 AM
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दिल्ली में यमुना का उफान राजधानीवासियों के लिए लगातार खतरे की घंटी बजा रहा है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर शनिवार को कल की तुलना में कम हो गया, लेकिन खतरे का स्तर अभी भी बरकरार है। अधिकारियों के अनुसार, पुराना रेलवे पुल (ओल्ड रेलवे ब्रिज) पर शनिवार सुबह यमुना का जलस्तर 206.47 मीटर दर्ज किया गया, जबकि शुक्रवार सुबह यह 207.33 मीटर था। दिल्ली में इसे लोहा पुल के नाम से भी जाना जाता है। उत्तर भारत के कई राज्य जैसे दिल्ली, पंजाब और हरियाणा इस समय बाढ़ की चपेट में हैं, जिसमें सबसे अधिक नुकसान पंजाब में हुआ है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जल्द ही बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर स्थिति का जायजा लेंगे।   Delhi Flood

जनजीवन प्रभावित, सुरक्षित स्थानों पर शिफ्टिंग

दिल्ली में यमुना का जलस्तर अभी भी चेतावनी के निशान 204.50 मीटर से ऊपर है। नदी के तटीय इलाकों से लोगों को 206 मीटर के स्तर से ही सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किया जा रहा है। पुराना रेलवे पुल बाढ़ पूर्वानुमान केंद्र के रूप में भी महत्वपूर्ण माना जाता है और यहां से मिलने वाले डेटा पर हमेशा निगरानी रखी जाती है। दिल्ली प्रशासन ने निचले क्षेत्रों में रहने वाले लोगों के लिए अस्थायी आवास बनाए हैं। मेरठ-दिल्ली एक्सप्रेस-वे, मयूर विहार और कश्मीरी गेट सहित कई स्थानों पर टेंट लगाकर राहत कार्य शुरू किया गया है। हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से सुबह नौ बजे 50,629 क्यूसेक और वज़ीराबाद बैराज से लगभग 1,17,260 क्यूसेक पानी छोड़ा गया। हथिनीकुंड से पानी दिल्ली पहुंचने में करीब 48 से 50 घंटे का समय लेता है।  Delhi Flood

पंजाब में बाढ़ का रिकॉर्ड, 2000 गांव प्रभावित

भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड के चेयरमैन मनोज त्रिपाठी ने बताया कि 1988 के बाद पंजाब में चार बार अत्यधिक वर्षा हुई, लेकिन इस बार इतना पानी कभी नहीं आया। उन्होंने कहा कि 1988 में पौंग बांध में 7.9 बिलियन क्यूबिक मीटर पानी आया था, जबकि इस साल यह आंकड़ा 11.7 बीसीएम तक पहुंच गया है। पंजाब में करीब 2,000 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। प्रधानमंत्री मोदी जल्द ही बाढ़ प्रभावित राज्यों का दौरा करेंगे। हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब और हरियाणा के कई हिस्से सबसे अधिक प्रभावित हैं। इस बार राहत और बचाव कार्य में सेना की मदद भी ली गई है। शुक्रवार को झज्जर के बहादुरगढ़ में सेना के 80 जवानों ने मोर्चा संभाला। फरीदाबाद में यमुना, सिरसा में घग्गर, कुरुक्षेत्र में मारकंडा और अंबाला में टांगरी नदी पूरी उफान पर हैं।

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हिमाचल और राजस्थान में भी संकट

यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज का जलस्तर शुक्रवार को 106 घंटे बाद खतरे के निशान से नीचे आ गया और बैराज के फ्लड गेट खोले गए। हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले में कीरतपुर-मनाली फोरलेन पर बनी सुरंग का दक्षिणी हिस्सा धंस गया है। कुल्लू में इनर अखाड़ा बाजार के मलबे से तीन शव बरामद हुए हैं। किन्नौर जिले के लिप्पा गांव में बाढ़ से मलबे और पत्थरों ने कृत्रिम झील बना दी। चंबा जिले में फंसे मणिमहेश श्रद्धालुओं को वायुसेना के दो चिनूक हेलीकॉप्टरों ने 12 उड़ानों में 524 लोगों को सुरक्षित निकाल कर बचाया। राजस्थान में लगातार बारिश के कारण दौसा जिले का मोरल बांध पूरी तरह भर गया, जिससे बांध की दीवार टूट गई और आसपास के इलाके जलमग्न हो गए।  Delhi Flood

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बड़ी खबर : लाल किले से चोरी हो गया सोने का कलश

बड़ी खबर : लाल किले से चोरी हो गया सोने का कलश
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Sep 2025 12:32 PM
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भारत की राजधानी दिल्ली में लाल किला भारत की बड़ी धरोहर है। लाल किला भारत के मान, सम्मान तथा गौरव का प्रतीक है। किसी सिरफिरे चोर ने लाल किले को निशाना बना डाला है। अज्ञात चोर लाल किले से एक बहुमूल्य कलश को चोरी करके ले गया है। लाल किले से जिस कलश को चोरी किया गया है वह कलश सोने का है। लाल किले से चोरी किए गए सोने के कलश के ऊपर हीरे भी जड़े हुए हैं। Delhi News 

रात में लाल किले से चुरा लिया सोने का कलश

दिल्ली के लाल किले से सोने का कलश चोरी होने की रिपोर्ट दिल्ली पुलिस ने दर्ज कर ली है। दिल्ली पुलिस भी इस घटना को लेकर हैरान तथा परेशान है। दिल्ली पुलिस के अधिकारियों ने बताया कि लाल किले पर जैन समाज का धार्मिक आयोजन आयोजित किया गया था। इस धार्मिक आयोजन में पूजा के स्थान पर सोने का हीरा जडित कलश रखा गया था। मौका देखकर किसी अज्ञात चोर ने सोने का कलश चोरी कर लिया। इस चोरी का पता चलते ही धार्मिक आयोजन में हड़कंप मच गया। सूचना मिलने पर दिल्ली पुलिस भी हैरान रह गई।

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क्या है लाल किले से चोरी का मामला?

आपको बता दें कि लाल किला भारत की बहुत बड़ी धरोहर है। लाल किले से कीमती कलश की चोरी होना बहुत बड़ी घटना है। लाल किले से जिस कलश की चोरी की चोरी की गई है उस कलश की कीमत एक करोड़ रूपए से भी अधिक है। दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि ऐतिहासिक लाल किला में जैन धर्म का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। उसी में हीरा जड़ित 760 ग्राम के सोने के कलश को भी शामिल किया गया था। आशंका जताई जा रही है कि चोरों की पहले से ही इस बेशकीमती सोने के कलश पर नजर रही होगी। भीड़-भाड़ में मौका मिलते ही चोरों ने इसपर हाथ साफ कर दिया। बता दें कि लाल किला हाई-सिक्योरिटी जोन है। सुरक्षा के लिहाज से रेड फोर्ट कॉम्प्लेक्स में सीसीटीवी कैमरे भी लगे रहते हैं, ऐसे में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के बावजूद चोरों ने चोरी के बड़े कांड को अंजाम दे दिया। Delhi News 
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दिल्ली के लाल किले से एक करोड़ के बेशकीमती कलश की चोरी, जैन अनुष्ठान में हड़कंप

दिल्ली के लाल किले से एक करोड़ के बेशकीमती कलश की चोरी, जैन अनुष्ठान में हड़कंप
locationभारत
userचेतना मंच
calendar06 Sep 2025 11:47 AM
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दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले के परिसर में आयोजित जैन धार्मिक अनुष्ठान के दौरान एक करोड़ रुपये मूल्य का सोने, हीरे, माणिक्य और पन्ना से जड़ा कलश चोरी हो गया। घटना 2 सितंबर को हुई, जब कार्यक्रम में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला भी शामिल थे। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर संदिग्ध की पहचान कर ली है। New Delhi Fort :

चोरी हुए कलश की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये

जानकारी के अनुसार, कारोबारी सुधीर जैन रोजाना पूजा के लिए कलश लाते थे और उस दिन भी कलश उनके साथ था। कार्यक्रम के दौरान, स्वागत समारोह के समय यह कलश मंच से गायब हो गया। चोरी हुए कलश की कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये बताई जा रही है। यह कलश 760 ग्राम सोने का था और इसमें 150 ग्राम हीरे, माणिक्य और पन्ने जड़े हुए थे। इतना कीमती कलश चोरी होने से जैन समुदाय और लाल किले के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है।

लाल किला परिसर में चल रहा था जैन अनुष्ठान

पुलिस के अनुसार, लाल किले परिसर में यह जैन अनुष्ठान 15 अगस्त से चल रहा था और 9 सितंबर तक जारी रहेगा। पुलिस संदिग्ध को पकड़ने के लिए तेजी से कार्रवाई कर रही है। दिल्ली पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर पहले भी सवाल उठ चुके हैं। 2 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस के लिए स्पेशल सेल की टीम द्वारा मॉक ड्रिल में लाए गए नकली बम को लाल किले की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी नहीं पहचान पाए थे, जिसके बाद उन्हें सस्पेंड किया गया था। अब यह चोरी की घटना सुरक्षा में खामियों की ओर फिर से ध्यान खींच रही है।