गौतमबुद्धनगर । उत्तर प्रदेश के पूर्व उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने कहा कि आज भारत का सांस्कृतिक राष्टï्रवाद लौट रहा है। हमें समाज में फैली कुरीतियों, दहेज प्रथा व नशामुक्ति के खिलाफ अभियान चलाना होगा। अखिल भारतवर्षीय ब्राह्मïण महासभा के तत्वावधान में चिटैहड़ा गांव स्थित आरबी नॉर्थलैंड इंस्टीटयूट में भगवान परशुराम जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित विशाल कार्यक्रम में बोलते डा. शर्मा ने कहा कि देवतुल्य वह होता है जिसमें अच्छे संस्कार हों, सत्य हो, आचरण हो तथा जो सदगुणों से भरा हुआ हो। सामान्यता ब्राह्मण संत प्रकृति का होता है क्योंकि वह अपने लिए कम और समाज के लिए अधिक काम करता है। उन्होंने ब्राह्मण के गुणों को परिभाषित करते हुए बहुत सुन्दर विवेचना की और कहा कि इन सदगुणों के कारण उसे ब्राह्मण देवता भी कहा जाता है।
जब ब्रा्ह्मण का नाम आता है तो एक आचरणयुक्त व्यवस्था से विभूषित व्यक्तित्व सामने आता है।ब्राह्मण केवल जाति न होकर एक श्रेष्ठ जीवन जीने की कला का ध्वजवाहक भी है।उन्होंने कहा कि समाज किस प्रकार से संचालित हो यह न केवल आज की आवश्यकता है बल्कि ब्राह्मणों का यह दायित्व भी है।
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आज सम्पूर्ण विश्व भारत की ओर देख रहा है तथा भारत विश्व गुरू इसलिए बन रहा है कि यहां के पावन ग्रन्थ विश्व को दिशा देनेवाले हैं।वेदव्यास द्वारा रचित वेद पुराण, महर्षि वेदर बाल्मीकि द्वारा लिखी गई रामायण एवं भगवान श्रीकृष्ण द्वारा गीता के माध्यम से अर्जुन को दिया गया संदेश हर काल में सामयिक हैं तथा मानव कल्याण का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस सब के साथ श्रेष्ठ जीवन जीने का मार्ग ब्राह्मण ने ही प्रशस्त करने में योगदान दिया है।
इन सदगुणों के कारण ही ब्राह्मण का दायित्व बढ़ जाता है।उन्होंने जन्म से लेकर युवावस्था तक विदेशियों की उस संस्कृति की चर्चा की जिसमें वृद्ध होने पर माता पिता को वृद्धाश्रम में डाल दिया जाता है।उनका कहना था कि इस पाश्चात्य संस्कृति के कुसंस्कारों ने समाज को बचाना ब्राह्मण का सबसे बड़ा कर्तव्य है।
संयुक्त परिवार की परिकल्पना को जीवित रखना ब्राह्मण की जिम्मेदारी है। उन्होंने भारतीय संस्कृति और परंपरा के आदर्शों एवं विदेशी संस्कृति के कुसंस्कारों में बड़ा सुन्दर अन्तर स्पष्ट करते हुए ब्राह्मण को उनकी जिम्मेदारी के प्रति आगाह किया। उनका कहना था कि पाश्चात्य संस्कृति प्रदर्शन है और भारतीय संस्कृति दर्शन है। इस दर्शन को लाने का काम ब्राह्मण ने किया है।
उनका कहना था कि राष्ट्रीय सोच की सरकार ब्राह्मण ऊर्जा शक्ति को पहचानती है। ब्राह्मण ने चुनाव में बीजेपी को सहयोग करके राष्ट्र चेतना को जागृत किया है। परिन्दा पर नही मार सकता कहने वालों को ब्राह्मण ने अपनी शक्ति दिखा दी और कहा कि राम लला हम आएंगे मन्दिर वहीं बनाएंगे। जिन्होंने कभी कहा था कि तिलक तराजू और तलवार … वे ब्राह्मण की शक्ति और तेज के कारण एक की संख्या पर आ गए।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार अलोकतांत्रिक तरीके से काम कर रही है तथा कानूनी प्रक्रिया का भी सही तरीके से पालन नही कर रही है। तेजिन्दरपाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी में उस सामान्य प्रक्रिया का भी अनुपालन नही किया गया जिसके अनुसार दूसरे राज्य में किसी की गिरफ्तारी करने आई पुलिस को संबंधित थाना क्षेत्र को अपने आगमन और कारण की सूचना देनी होती है।उनका कहना था कि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता को आनेवाले चुनाव में जनता तक इस संदेश को पहुंचाना है कि उनकी पार्टी प्रजातांत्रिक मूल्यों एवं व्यवस्था का अनुपालन करने के लिए संकल्पित है।सरकार शिक्षा,स्वास्थ्य एवं सुरक्षा समेत सभी क्षेत्रों में काम हो रहा है। उन्होंने कहा कि हाल के चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की सफलता से कार्यकर्ता अति उत्साहित है। कार्यकर्ता के उत्साह को दिशा देकर उसे आनेवाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयार रहने की भी जरूरत है।
इस अवसर पर गौतमबुद्घनगर लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. महेश शर्मा, सतीश गौतम,दर्जा प्राप्त मंत्री सुनील भराला,सदस्य विधान परिषद श्रीचंद शर्मा, गाजियाबाद विधायक सुनील शर्मा, दादरी विधानसभा क्षेत्र के विधायक तेजपाल नागर, जिला अध्यक्ष विजय भाटी, पूर्व सदस्य विधान परिषद सतीश शर्मा, सत्य प्रकाश विकल एवम कार्यक्रम के आयोजक एवं अध्यक्षता कर रहे पंडित पीतांबर शर्मा व कपिल शर्मा बड़ी संख्या में समाज से जुड़े लोग उपस्थित रहे।
इस अवसर पर विभिन्न परीक्षाओं व क्षेत्र में बेहतर करने वाले लोगों को सम्मानित भी किया गया।