Noida News : प्लास्टिक बोतलें व पॉलिथीन दो, कपड़े के थैले लो
भारत
चेतना मंच
30 Nov 2025 06:05 PM
Noida: नोएडा । नोएडा प्राधिकरण द्वारा चलाए गए प्लास्टिक एक्सचेंज मोबाइल वैन के जरिए अब तक 170 लोगों ने 816 किलो प्लास्टिक की बोतलें एवं 52 किलो पॉलिथीन जमा कराकर उसके बदले कपड़े के बैग, बांस के स्ट्रॉकिट स्टील की बोतल आदि सौंपे गए हैं। यह जानकारी नोएडा प्राधिकरण के प्रधान महाप्रबंधक राजीव त्यागी ने दी है।
श्री त्यागी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने 1 जुलाई को प्लास्टिक एक्सचेंज मोबाइल वैन का शुभारंभ किया था। इसके जरिए मोबाइल वैन जगह-जगह सड़कों पर खड़ी होकर लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक तथा प्लास्टिक की बोतलें लेती है तथा उसके बदले उनको कपड़े के थैले, बैंबू स्ट्रॉकिट तथा स्टील की बोतल देते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चल रहे अभियान की दिशा में यह मोबाइल सेवा काफी सफल साबित हो रही है वहीं इससे लोगों को जागरूकता भी प्रदान की जा रही है
इस अभियान के जरिए एकत्रित की गई सिंगल यूज प्लास्टिक तथा प्लास्टिक की बोतलों को प्रमाणित रिसाइक्लिंग कंपनी को भेजा जाएगा
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30 Nov 2025 06:05 PM
Noida: नोएडा । नोएडा प्राधिकरण द्वारा चलाए गए प्लास्टिक एक्सचेंज मोबाइल वैन के जरिए अब तक 170 लोगों ने 816 किलो प्लास्टिक की बोतलें एवं 52 किलो पॉलिथीन जमा कराकर उसके बदले कपड़े के बैग, बांस के स्ट्रॉकिट स्टील की बोतल आदि सौंपे गए हैं। यह जानकारी नोएडा प्राधिकरण के प्रधान महाप्रबंधक राजीव त्यागी ने दी है।
श्री त्यागी ने बताया कि नोएडा प्राधिकरण की मुख्य कार्यपालक अधिकारी रितु माहेश्वरी ने 1 जुलाई को प्लास्टिक एक्सचेंज मोबाइल वैन का शुभारंभ किया था। इसके जरिए मोबाइल वैन जगह-जगह सड़कों पर खड़ी होकर लोगों से सिंगल यूज प्लास्टिक तथा प्लास्टिक की बोतलें लेती है तथा उसके बदले उनको कपड़े के थैले, बैंबू स्ट्रॉकिट तथा स्टील की बोतल देते हैं। सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ चल रहे अभियान की दिशा में यह मोबाइल सेवा काफी सफल साबित हो रही है वहीं इससे लोगों को जागरूकता भी प्रदान की जा रही है
इस अभियान के जरिए एकत्रित की गई सिंगल यूज प्लास्टिक तथा प्लास्टिक की बोतलों को प्रमाणित रिसाइक्लिंग कंपनी को भेजा जाएगा
Greater Noida News : प्रधानमंत्री व उप्र के मुख्यमंत्री के नेतृत्व में अब देश व प्रदेश की दिशा व दशा बदल रही है: डा. महेश शर्मा
भारत
चेतना मंच
02 Dec 2025 02:20 AM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। जिलाधिकारी सुहास एलवाई के नेतृत्व में आईआईएमटी कॉलेज ग्रेटर नोएडा के सभागार में बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद डॉ. महेश शर्मा एवं जेवर क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, मुख्य अभियंता विद्युत विभाग वीरेन्द्र नाथ सिंह, संयुक्त निदेशक विद्युत विभाग मनोज कुमार जायसवाल, अधीक्षण अभियंता प्रथम नोएडा विद्युत विभाग संजीव कुमार वैश्य तथा वरिष्ठ अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश व प्रदेश की दिशा एवं दशा दोनों बदल रही है। उन्होंने कहा कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को खेती करने के लिए बिजली का इंतजार करना होता था और रात में अपने खेतों की सिंचाई करनी पड़ती थी, परंतु देश और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति को 12 घंटे से बढ़ाकर 22 घंटे कर दिया गया है, अब ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को रातों को जाग जाग कर अपने खेतों में सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती।
इस अवसर पर सांसद डॉ महेश शर्मा एवं जेवर क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह के द्वारा सौभाग्य योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। विद्युत विभाग के संयुक्त निदेशक/जिला नोडल अधिकारी एम0के0 जायसवाल के द्वारा विद्युत विभाग विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि वर्ष 2014 में उत्पादन क्षमता 248554 मेगा वाट से बढ़ाकर वर्तमान में 400000 मेगावाट हो गई है, जोकि हमारी मांग से 185000 मेगावाट अधिक है एवं भारत अब अपने पड़ोसी देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है। पारेषण लाइनों में 163000 सीकेएम वृद्धि की गई, जो पूरे देश को एक फ्रीक्वेंसी पर चलने वाले ग्रिड से जोड़ती है।
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चेतना मंच
02 Dec 2025 02:20 AM
Greater Noida : ग्रेटर नोएडा। जिलाधिकारी सुहास एलवाई के नेतृत्व में आईआईएमटी कॉलेज ग्रेटर नोएडा के सभागार में बिजली महोत्सव एवं ऊर्जा दिवस का शुभारंभ मुख्य अतिथि सांसद डॉ. महेश शर्मा एवं जेवर क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह के द्वारा दीप प्रज्वलित करते हुए किया गया। जिसमें मुख्य विकास अधिकारी तेज प्रताप मिश्र, मुख्य अभियंता विद्युत विभाग वीरेन्द्र नाथ सिंह, संयुक्त निदेशक विद्युत विभाग मनोज कुमार जायसवाल, अधीक्षण अभियंता प्रथम नोएडा विद्युत विभाग संजीव कुमार वैश्य तथा वरिष्ठ अधिकारीगण एवं गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में सांसद डॉ महेश शर्मा ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में देश व प्रदेश की दिशा एवं दशा दोनों बदल रही है। उन्होंने कहा कि पहले ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को खेती करने के लिए बिजली का इंतजार करना होता था और रात में अपने खेतों की सिंचाई करनी पड़ती थी, परंतु देश और प्रदेश में डबल इंजन की सरकार बनने के बाद से ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की आपूर्ति को 12 घंटे से बढ़ाकर 22 घंटे कर दिया गया है, अब ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को रातों को जाग जाग कर अपने खेतों में सिंचाई करने की जरूरत नहीं पड़ती।
इस अवसर पर सांसद डॉ महेश शर्मा एवं जेवर क्षेत्र के विधायक धीरेंद्र सिंह के द्वारा सौभाग्य योजना के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र भी वितरित किए गए। विद्युत विभाग के संयुक्त निदेशक/जिला नोडल अधिकारी एम0के0 जायसवाल के द्वारा विद्युत विभाग विभाग की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया गया कि वर्ष 2014 में उत्पादन क्षमता 248554 मेगा वाट से बढ़ाकर वर्तमान में 400000 मेगावाट हो गई है, जोकि हमारी मांग से 185000 मेगावाट अधिक है एवं भारत अब अपने पड़ोसी देशों को भी बिजली निर्यात कर रहा है। पारेषण लाइनों में 163000 सीकेएम वृद्धि की गई, जो पूरे देश को एक फ्रीक्वेंसी पर चलने वाले ग्रिड से जोड़ती है।
Noida News : मॉनसून सीजन में लापरवाही से बढ़ रहा हेपेटाइटिस
भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 11:09 PM
Noida: नोएडा । मॉनसून सीजन लापरवाही के कारण हेपेटाइटिस का संक्रमण तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। यह खून के माध्यम से लीवर में प्रवेश करता है। यह कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है। इसमें लीवर फेल होना प्रमुख है। इसलिए सावधानी जरूरी है। फेलिक्स हॉस्पिटल के फिजीशियन डॉक्टर अंशुमाला सिन्हा का कहना है कि हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम है हेपेटाइटिस इंतजार नहीं करता थीम पर मनाया जा रहा है। हेपेटाइटिस बीमारी के चलते लीवर में सूजन आ जाती है। इसका बी और सी टाइप लाखों लोगों में क्रोनिक बीमारी का कारण बन रहा है। हेपेटाइटिस सी की सही समय पर जांच हो और नियमित उपचार मिले तो मरीज स्वस्थ हो सकता है। वहीं हेपेटाइटिस बी के मरीजों की दवा एक बार शुरू होने के बाद जीवन भर चलती है। हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण पता नहीं चलते हैं। खासकर शुरूआती दिनों में तो किसी प्रकार का लक्षण नहीं होता है। टैटू बनवाने का शौक भी हेपेटाइटिस की वजह बन सकता है। संक्रमित सुई के चलते हेपेटाइटिस फैल सकता है। हेपेटाइटिस ए और ई अधिक खतरनाक नहीं है। यह बेड रेस्ट के साथ दवाइयों और पौष्टिक खानपान के बाद ठीक हो जाता है। जहां हेपेटाइटिस ए, ई संक्रमण यह दूषित भोजन खाने और दूषित पानी से होता है। वहीं हेपेटाइटिस बी संक्रमित रक्त, फ्लूड चढऩे और संक्रमित से यौन संबंध बनाने पर होता है। हेपेटाइटिस सी संक्रमित रक्त चढ़ाने और संक्रमित इंजेक्शन लगाने से होता है। हेपेटाइटिस डी हेपेटाइटिस डी वायरस से होता है। दालें, हरी सब्जियां,जूस आदि से प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर दोनों श्रेणियों के हेपेटाइटिस को ठीक किया जा सकता है। दूषित पानी या खानपान से लगा संक्रमण ठीक होने में बहुत मुश्किलें पेश आ सकती हैं। पानी इस संक्रमण का सबसे बड़ा कैरियर है। इसके मरीजों में तीन माह में भारी इजाफा दर्ज किया गया है। बी, सी के मरीज पहले से ही बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में हर किसी के लिए चिंता सबब है। प्यासे रह जाएं पर पानी शुद्ध ही पीएं। कोशिश की जाए कि पानी और खाना घर से लेकर निकलें क्योंकि हेपेटाइटिस सी को कुछ महीनों की दवा से निगेटिव किया जा सकता है पर और को नहीं। यह बीमारी मॉनसून में अधिक फैलती है।
बचाव........
1.शराब पीने से बचें।
2.सफाई का विशेष ध्यान रखें।
3.टूथ ब्रश और रेजर साझा न करें।
5.तैलीय, मांसाहारी, मसालेदार खाद्य पदार्थों से बचे।
6.हरी पत्तेदार सब्जियां, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ, नारियल पानी का सेवन करें।
लक्षण......
1.त्वचा और आंखों का पीला पड़ जाना।
2.थकान होना, कमजोरी महसूस करना।
3.उल्टी-पेट में दर्द और सूजन होना।
4.भूख कम लगना, वजन घटना।
5.पेशाब का रंग गहरा होते जाना।
भारत
चेतना मंच
01 Dec 2025 11:09 PM
Noida: नोएडा । मॉनसून सीजन लापरवाही के कारण हेपेटाइटिस का संक्रमण तेजी से लोगों को अपना शिकार बना रहा है। यह खून के माध्यम से लीवर में प्रवेश करता है। यह कई तरह की बीमारियों को जन्म देता है। इसमें लीवर फेल होना प्रमुख है। इसलिए सावधानी जरूरी है। फेलिक्स हॉस्पिटल के फिजीशियन डॉक्टर अंशुमाला सिन्हा का कहना है कि हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। इस वर्ष की थीम है हेपेटाइटिस इंतजार नहीं करता थीम पर मनाया जा रहा है। हेपेटाइटिस बीमारी के चलते लीवर में सूजन आ जाती है। इसका बी और सी टाइप लाखों लोगों में क्रोनिक बीमारी का कारण बन रहा है। हेपेटाइटिस सी की सही समय पर जांच हो और नियमित उपचार मिले तो मरीज स्वस्थ हो सकता है। वहीं हेपेटाइटिस बी के मरीजों की दवा एक बार शुरू होने के बाद जीवन भर चलती है। हेपेटाइटिस एक ऐसी बीमारी है जिसके लक्षण पता नहीं चलते हैं। खासकर शुरूआती दिनों में तो किसी प्रकार का लक्षण नहीं होता है। टैटू बनवाने का शौक भी हेपेटाइटिस की वजह बन सकता है। संक्रमित सुई के चलते हेपेटाइटिस फैल सकता है। हेपेटाइटिस ए और ई अधिक खतरनाक नहीं है। यह बेड रेस्ट के साथ दवाइयों और पौष्टिक खानपान के बाद ठीक हो जाता है। जहां हेपेटाइटिस ए, ई संक्रमण यह दूषित भोजन खाने और दूषित पानी से होता है। वहीं हेपेटाइटिस बी संक्रमित रक्त, फ्लूड चढऩे और संक्रमित से यौन संबंध बनाने पर होता है। हेपेटाइटिस सी संक्रमित रक्त चढ़ाने और संक्रमित इंजेक्शन लगाने से होता है। हेपेटाइटिस डी हेपेटाइटिस डी वायरस से होता है। दालें, हरी सब्जियां,जूस आदि से प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बनाकर दोनों श्रेणियों के हेपेटाइटिस को ठीक किया जा सकता है। दूषित पानी या खानपान से लगा संक्रमण ठीक होने में बहुत मुश्किलें पेश आ सकती हैं। पानी इस संक्रमण का सबसे बड़ा कैरियर है। इसके मरीजों में तीन माह में भारी इजाफा दर्ज किया गया है। बी, सी के मरीज पहले से ही बढ़ते जा रहे हैं, ऐसे में हर किसी के लिए चिंता सबब है। प्यासे रह जाएं पर पानी शुद्ध ही पीएं। कोशिश की जाए कि पानी और खाना घर से लेकर निकलें क्योंकि हेपेटाइटिस सी को कुछ महीनों की दवा से निगेटिव किया जा सकता है पर और को नहीं। यह बीमारी मॉनसून में अधिक फैलती है।
बचाव........
1.शराब पीने से बचें।
2.सफाई का विशेष ध्यान रखें।
3.टूथ ब्रश और रेजर साझा न करें।
5.तैलीय, मांसाहारी, मसालेदार खाद्य पदार्थों से बचे।
6.हरी पत्तेदार सब्जियां, विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ, नारियल पानी का सेवन करें।
लक्षण......
1.त्वचा और आंखों का पीला पड़ जाना।
2.थकान होना, कमजोरी महसूस करना।
3.उल्टी-पेट में दर्द और सूजन होना।
4.भूख कम लगना, वजन घटना।
5.पेशाब का रंग गहरा होते जाना।