दिवाली बैंक हॉलिडेज 2025: आपके राज्य में बैंक कब-कब रहेंगे बंद?

दिवाली बैंक हॉलिडेज 2025: आपके राज्य में बैंक कब-कब रहेंगे बंद?
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userचेतना मंच
calendar18 Oct 2025 03:46 PM
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दिवाली का पर्व नजदीक आते ही देशभर में त्योहारी जोश अपने चरम पर पहुँच जाता है। हर गली-मोहल्ला, घर, दुकान और ऑफिस रोशनी और सजावट से जगमगा उठता है। लोग सिर्फ साफ-सफाई और रंग-बिरंगी लाइट्स तक ही सीमित नहीं रहते, बल्कि मिठाइयों और रंगोली के जरिए त्योहार की खुशियाँ हर कोने में फैलाते हैं। इस दौरान बैंकों की छुट्टियों का शेड्यूल भी अलग-अलग राज्यों में स्थानीय मान्यताओं और परंपराओं के अनुसार तय होता है। अगर आप बैंकिंग कामकाज से जुड़े हैं या वित्तीय योजना बना रहे हैं, तो जानना जरूरी है कि आपके राज्य में दीपावली के दौरान बैंक कब-कब बंद रहेंगे।    Diwali Bank Holidays 2025

दिवाली पर बैंक कितने दिन रहेंगे बंद?

अक्टूबर के महीने में बैंकों की सबसे लंबी छुट्टियों का सिलसिला शुरू हो गया है। 19 अक्टूबर, रविवार को पूरे देश के बैंक बंद रहेंगे। इसके अगले दिन, यानी 20 अक्टूबर को महाराष्ट्र, ओडिशा, सिक्किम, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर और बिहार को छोड़कर बाकी सभी राज्यों में बैंक दिवाली, नरक चतुर्दशी और काली पूजा के कारण बंद रहेंगे। 21 अक्टूबर को भी कई राज्यों के बैंक बंद रहेंगे। इस दिन महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, ओडिशा, सिक्किम, मणिपुर, जम्मू-कश्मीर के सभी बैंक दिवाली अमावस्या, लक्ष्मी पूजन, दीपावली और गोवर्धन पूजा के अवसर पर अपनी सेवाएं बंद रखेंगे। यह अवधि वित्तीय योजनाओं और लेन-देन की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, इसलिए लोगों को अग्रिम तैयारी करने की सलाह दी जाती है।

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22 और 23 अक्टूबर को बैंक भी रहेंगे बंद

दिवाली के पर्व की खुशियाँ 22 और 23 अक्टूबर को और भी बढ़ जाएंगी, क्योंकि इन दिनों कई राज्यों में बैंक पूरी तरह बंद रहेंगे। 22 अक्टूबर को दिवाली (बलिप्रतिपदा), विक्रम संवत नव वर्ष, गोवर्धन पूजा और लक्ष्मी पूजा के अवसर पर गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तराखंड, सिक्किम, राजस्थान, उत्तर प्रदेश और बिहार के सभी बैंक बंद रहेंगे। इसके अगले दिन, यानी 23 अक्टूबर को भाई दूज, चित्रगुप्त जयंती, लक्ष्मी पूजा (दीपावली), भातृ द्वितीया और निंगोल चकौबा जैसे त्योहारों के चलते गुजरात, सिक्किम, मणिपुर, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और हिमाचल प्रदेश में बैंक अपनी सेवाएं बंद रखेंगे। खास बात यह है कि सिक्किम में 21, 22 और 23 अक्टूबर को अलग-अलग त्योहारों के कारण सभी बैंक बंद रहेंगे, जिससे त्योहारी माहौल में बैंकिंग कामकाज पर भी असर पड़ेगा।  Diwali Bank Holidays 2025

अक्टूबर 2025 में बैंकों की कुल छुट्टियों का खाका

अक्टूबर 2025 में बैंकों की छुट्टियों का दौर काफी लंबा और रंगीन रहने वाला है। पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में इस महीने कुल 21 दिन बैंक बंद रहेंगे। इनमें 4 रविवार और 2 शनिवार की नियमित छुट्टियों के साथ-साथ स्थानीय त्योहारों और विशेष अवसरों के लिए 15 अतिरिक्त छुट्टियां शामिल हैं। इसका मतलब है कि वित्तीय लेन-देन करने वाले लोगों को अपने काम की योजना पहले से बनाने की जरूरत है, ताकि कोई भी जरूरी काम छूट न जाए। यही नहीं, यह जानकारी उन लोगों के लिए भी महत्वपूर्ण है जो त्योहारी शॉपिंग या निवेश की योजना बना रहे हैं, क्योंकि अक्टूबर का महीना बैंकिंग और त्योहारी उत्साह दोनों के लिहाज से काफी व्यस्त रहेगा।    Diwali Bank Holidays 2025

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डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के पास से सीबीआई ने करोड़ों की अवैध संपत्ति की बरामद

डीआईजी हरचरण सिंह भुल्लर के पास से सीबीआई ने करोड़ों की अवैध संपत्ति की बरामद
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userचेतना मंच
calendar17 Oct 2025 05:12 PM
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पंजाब पुलिस के DIG (हरचरण सिंह भुल्लर) को रिश्वतखोरी के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई एक स्क्रैप कारोबारी की शिकायत के बाद की गई। 16 अक्टूबर को चंडीगढ़ में हुई सीबीआई की छापेमारी में भुल्लर के घर से भारी मात्रा में अवैध संपत्ति बरामद की गई, जिसमें 5 करोड़ रुपए नकद, 1.5 किलो सोना, कई लग्जरी कारों और घड़ियों के दस्तावेज, विदेशी शराब, और कई हथियार शामिल हैं। -Punjab News

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 सीबीआई के अनुसार, यह मामला एक कबाड़ व्यापारी की शिकायत पर आधारित था, जिसने 2023 में भुल्लर द्वारा उसके खिलाफ दर्ज एफआईआर को निपटाने के लिए 8 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। यह डील भुल्लर के बिचौलिए किरशनु के माध्यम से तय की गई थी, जो बाद में व्यापारी से पैसे वसूलने के लिए धमकी दे रहा था। जांच में यह भी पाया गया कि भुल्लर ने अपने बिचौलिए को रिश्वत की मांग के लिए स्पष्ट निर्देश दिए थे और यह साफ था कि वे हर महीने पैसे वसूलने की योजना बना रहे थे। भुल्लर का यह मामला एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा अवैध वसूली करने का उदाहरण बनकर सामने आया है, जो कभी पंजाब के नशा विरोधी अभियान में सक्रिय भूमिका निभाते थे और माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए जाने जाते थे। सीबीआई की छानबीन के बाद, भुल्लर और उनके बिचौलिए को गिरफ्तार कर लिया गया है। भुल्लर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है, और जांच जारी है।

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रिश्वत मांगने का आरोप डीआईजी भुल्लर पर फतेहगढ़ साहिब में मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप कारोबारी से 8 लाख रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप है। सीबीआई के अनुसार, भुल्लर बिचौलियों के माध्यम से यह रकम मांग रहे थे और रिश्वत न देने पर कारोबारी को फर्जी मामलों में फंसाने की धमकी दे रहे थे। जाने हरचरण सिंह भुल्लर के बारे में बता दे कि 2009 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।पिता महल सिंह भुल्लर पंजाब के पूर्व डीजीपी रह चुके हैं। उनकी मासिक बेसिक सैलरी ₹2,16,600 है। उन्होंने अपनी घोषित संपत्ति ₹15 करोड़ बताई थी। वह 27 नवंबर 2024 को रोपड़ रेंज के डीआईजी बने थे और उन्हें सख्त पुलिस अधिकारियों में गिना जाता था।
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गुजरात में भूपेंद्र पटेल की बड़ी सर्जरी: BJP ने क्यों बदली पूरी सरकार?

गुजरात में भूपेंद्र पटेल की बड़ी सर्जरी: BJP ने क्यों बदली पूरी सरकार?
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calendar28 Nov 2025 11:51 PM
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गुजरात में मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने मंत्रिमंडल में बड़ा फेरबदल कर दिया है। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अपने पूरे मंत्रिमंडल को बदलने का ऐतिहासिक फैसला लिया है। 2022 के दिसंबर में सरकार बनने के तीन साल के भीतर, पटेल ने अपनी पूरी टीम से इस्तीफा लेकर नई कैबिनेट बनाने का निर्णय किया। इस नई टीम में मुख्यमंत्री समेत कुल 27 मंत्री शामिल होंगे, जो राज्य में अधिकतम संख्या है, यानी अब कोई पद खाली नहीं रहेगा। नई कैबिनेट में कुछ पुराने चेहरे तो हैं ही, लेकिन राजनीति और समाज के नए समीकरणों को ध्यान में रखते हुए कई फ्रेश चेहरों को मौका भी दिया गया है।  Gujarat Cabinet Reshuffle

इसमें क्रिकेटर रविंद्र जडेजा की पत्नी, रवाबा जडेजा की एंट्री भी चर्चा का विषय बनी है। कुल मिलाकर 26 नए मंत्रियों को शपथ लेने के लिए तैयार किया गया है, जिनमें तीन अनुसूचित जाति, चार अनुसूचित जनजाति, नौ ओबीसी और सात पाटीदार नेताओं को प्रतिनिधित्व मिला है। सिर्फ इतना ही नहीं, इस नई कैबिनेट में तीन महिलाएं भी शामिल की गई हैं, साथ ही कांग्रेस से भाजपा में आए एक नेता को भी मंत्री बनाया गया है। शपथ ग्रहण से पहले ही नई टीम की पूरी सूची सार्वजनिक हो गई है, और अब राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा छिड़ गई है कि आखिर भूपेंद्र पटेल ने यह कदम क्यों उठाया, जबकि विधानसभा चुनाव अभी दो साल से अधिक दूर हैं।

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सरकार बदलने की वजह

गुजरात में भाजपा ने अपनी पूरी सरकार बदलकर राजनीतिक गलियारों में तहलका मचा दिया है। सवाल उठता है कि ऐसा क्यों किया गया? जानकार मान रहे हैं कि इसके पीछे आगामी नगर निगम चुनावों की रणनीति काम कर रही है। इन चुनावों को ‘मिनी विधानसभा चुनाव’ के तौर पर देखा जा रहा है और भाजपा के लिए शहरों में अपना दबदबा बनाए रखना अब बड़ी चुनौती बन गई है। जूनागढ़ और गांधीनगर के साथ अहमदाबाद, वडोदरा, सूरत और राजकोट जैसे प्रमुख नगर निगमों में चुनाव होने हैं।

गौरतलब है कि गुजरात में भाजपा की पकड़ ग्रामीण इलाकों के मुकाबले शहरी इलाकों में मजबूत रही है, इसलिए पार्टी इन चुनावों में कोई भी जोखिम लेने को तैयार नहीं। इस बड़े राजनीतिक बदलाव को अंतिम रूप देने के लिए रविवार को नई दिल्ली में राज्य के नेताओं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक हुई। इसी बैठक के बाद भाजपा ने सीआर पाटिल की जगह जगदीश विश्वकर्मा को प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया, जो भूपेंद्र पटेल सरकार में सहकारिता मंत्री भी रह चुके हैं। इस फैसले से साफ संकेत मिलता है कि भाजपा आगामी चुनावों में नई रणनीति और मजबूत टीम के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रही है।  Gujarat Cabinet Reshuffle