Trimbakeshwar Temple : त्र्यंबकेश्वर में ‘शिवलिंग’ पर बर्फ, जांच समिति ने तीन पुजारियों की करतूत बताया

Trimbakeshwar Temple :
शिवलिंग पर बर्फ का वीडियो, जो कथित रूप से 30 जून, 2022 को पहली बार दिखा था, तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। हालांकि, विशेषज्ञों और अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ताओं ने इसके समय को लेकर सवाल उठाया क्योंकि यह गर्मी का महीना था और इस तरह के बर्फ के निर्माण के लिए अनुकूल जलवायु संबंधी दशाओं का अभाव था। एक पदाधिकारी ने कहा कि मंदिर न्यास की ओर से इस मामले में जांच के लिए गठित समिति सीसीटीवी फुटेज की छानबीन करने के बाद तीन पुजारियों तक पहुंची है जो इसमें कथित रूप से शामिल थे। इस घटना की जांच तब शुरू की गई जब अमरनाथ यात्रा चल रही थी।मंदिर के न्यासी प्रशांत गैधानी ने कहा, ‘‘तीनों पुजारियों ने बर्फ के टुकड़े को शिवलिंग पर रखा और इसका एक वीडियो प्रसारित किया। उन्होंने अमरनाथ गुफा मंदिर (जम्मू-कश्मीर में) के उद्घाटन के साथ-साथ यहां भी भक्तों को आकर्षित करने के लिए कथित तौर पर इस कार्य को अंजाम दिया था।’’Uttrakhand News : देहरादून में परेड ग्राउंड के चारों तरफ निषेधाज्ञा लागू
उन्होंने विस्तार से बताया कि ‘पुरोहित’ मंदिर में अनुष्ठान और प्रार्थना करते हैं, जबकि ‘पुजारी’ पवित्र गर्भगृह के रखरखाव और प्रबंधन में शामिल होते हैं जिसमें ‘निर्मलया’ की सफाई शामिल है।त्र्यंबकेश्वर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि मंदिर के पदाधिकारी राशवी जाधव की शिकायत के आधार पर तीन पुजारियों के खिलाफ आठ फरवरी को पूजाघर में अपराध करने, ठगी और साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गयी है और जांच जारी है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर गोदावरी के मुहाने पर स्थित है जो देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।अगली खबर पढ़ें
Trimbakeshwar Temple :
शिवलिंग पर बर्फ का वीडियो, जो कथित रूप से 30 जून, 2022 को पहली बार दिखा था, तुरंत सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। हालांकि, विशेषज्ञों और अंधविश्वास विरोधी कार्यकर्ताओं ने इसके समय को लेकर सवाल उठाया क्योंकि यह गर्मी का महीना था और इस तरह के बर्फ के निर्माण के लिए अनुकूल जलवायु संबंधी दशाओं का अभाव था। एक पदाधिकारी ने कहा कि मंदिर न्यास की ओर से इस मामले में जांच के लिए गठित समिति सीसीटीवी फुटेज की छानबीन करने के बाद तीन पुजारियों तक पहुंची है जो इसमें कथित रूप से शामिल थे। इस घटना की जांच तब शुरू की गई जब अमरनाथ यात्रा चल रही थी।मंदिर के न्यासी प्रशांत गैधानी ने कहा, ‘‘तीनों पुजारियों ने बर्फ के टुकड़े को शिवलिंग पर रखा और इसका एक वीडियो प्रसारित किया। उन्होंने अमरनाथ गुफा मंदिर (जम्मू-कश्मीर में) के उद्घाटन के साथ-साथ यहां भी भक्तों को आकर्षित करने के लिए कथित तौर पर इस कार्य को अंजाम दिया था।’’Uttrakhand News : देहरादून में परेड ग्राउंड के चारों तरफ निषेधाज्ञा लागू
उन्होंने विस्तार से बताया कि ‘पुरोहित’ मंदिर में अनुष्ठान और प्रार्थना करते हैं, जबकि ‘पुजारी’ पवित्र गर्भगृह के रखरखाव और प्रबंधन में शामिल होते हैं जिसमें ‘निर्मलया’ की सफाई शामिल है।त्र्यंबकेश्वर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने कहा कि मंदिर के पदाधिकारी राशवी जाधव की शिकायत के आधार पर तीन पुजारियों के खिलाफ आठ फरवरी को पूजाघर में अपराध करने, ठगी और साजिश रचने का मामला दर्ज किया गया। अधिकारी ने कहा कि इस मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं की गयी है और जांच जारी है। त्र्यंबकेश्वर मंदिर गोदावरी के मुहाने पर स्थित है जो देश के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है।संबंधित खबरें
अगली खबर पढ़ें







