गंडक किनारे विदेशी पंखों की बहार, VTR में जुटीं कई दुर्लभ प्रजातियां

वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ. नेशामणी के अनुसार, पिछले साल अच्छी बारिश, अवैध शिकार पर सख्ती, वनकर्मियों की नियमित गश्त और स्थानीय लोगों की जागरूकता का असर इस बार भी दिख रहा है जिससे प्रवासी पक्षियों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

गंडक किनारे सर्दियों की दस्तक
गंडक किनारे सर्दियों की दस्तक
locationभारत
userअभिजीत यादव
calendar27 Dec 2025 12:48 PM
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Bihar News : बिहार के चंपारण जिले में स्थित वाल्मीकि टाइगर रिजर्व (VTR) में सर्दियों की दस्तक के साथ ही विदेशी मेहमानों का आगमन तेज हो गया है। जैसे-जैसे तापमान गिर रहा है, वैसे-वैसे साइबेरिया समेत कई देशों से आए प्रवासी पक्षी वीटीआर के जंगलों और जलाशयों में डेरा जमाने लगे हैं। करीब 20 हजार किलोमीटर का लंबा सफर तय कर पहुंचे इन पक्षियों की चहचहाहट ने पूरे रिजर्व को जैसे नया जीवन दे दिया हैऔर पर्यटन के लिहाज से भी इलाका खासा गुलजार हो उठा है। वीटीआर में इन दिनों सफारी पर निकलने वाले पर्यटकों को दोहरी रोमांचक झलक मिल रही है। एक ओर जंगल सफारी के दौरान बाघ, तेंदुआ, चीतल और हिरण जैसे वन्यजीवों के दर्शन हो रहे हैं, तो दूसरी ओर गंडक नदी में बोटिंग के दौरान नदी और किनारों पर प्रवासी पक्षियों की हलचल आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। वन विभाग के मुताबिक, वीटीआर का प्राकृतिक परिक्षेत्र 350 से अधिक पक्षी प्रजातियों के लिए सुरक्षित आश्रय माना जाता है।

3 4 महीने का ठहराव, फिर लौटते हैं अपने देश

हर साल सर्दियों में दर्जनों प्रजातियों के प्रवासी पक्षी वीटीआर में आते हैं और यहां तीन से चार महीने तक ठहरते हैं। इसके बाद अप्रैल से वे अपने मूल स्थानों की ओर लौटने लगते हैं। वीटीआर के वन संरक्षक सह क्षेत्र निदेशक डॉ. नेशामणी के अनुसार, पिछले साल अच्छी बारिश, अवैध शिकार पर सख्ती, वनकर्मियों की नियमित गश्त और स्थानीय लोगों की जागरूकता का असर इस बार भी दिख रहा है जिससे प्रवासी पक्षियों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

दुर्लभ प्रजातियों ने बढ़ाई जैव विविधता की चमक

इस बार वीटीआर में कई दुर्लभ और आकर्षक प्रजातियों की मौजूदगी दर्ज की गई है। इनमें नाइट हेरोन, सारस क्रेन, अमूर फाल्कन, ग्रेट क्रेस्टेड ग्रीब, एशियन ओपनबिल और ब्लैक-बेलिड विसलिंग डक जैसी प्रजातियां शामिल बताई जा रही हैं। इन्हें देखने के लिए पर्यटकों की संख्या भी लगातार बढ़ रही है, जिससे स्थानीय पर्यटन गतिविधियों को नया संबल मिल रहा है। Bihar News

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PNB को एक-दो रुपए का नहीं 2434 करोड़ का लगा चूना, कैसे?

पंजाब नेशनल बैंक (PNB) को 2434 करोड़ रुपये के बड़े फ्रॉड का सामना करना पड़ा जो कोलकाता स्थित श्रेय ग्रुप की दो कंपनियों से जुड़ा है। जानिए कैसे हुआ यह बड़ा बैंकिंग घोटाला, किस तरह पैसे का गलत इस्तेमाल हुआ और PNB ने खुद को नुकसान से कैसे सुरक्षित रखा।

PNB
पीएनबी घोटाला
locationभारत
userअसमीना
calendar27 Dec 2025 10:44 AM
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देश के प्रमुख सरकारी बैंकों में शामिल पंजाब नेशनल बैंक (PNB) एक बार फिर सुर्खियों में है। लेकिन इस बार चर्चा का कारण कोई नई योजना या सफलता नहीं बल्कि 2,434 करोड़ रुपये का बड़ा फ्रॉड है। बैंक ने इस घोटाले की जानकारी भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) को दी है। यह मामला कोलकाता स्थित श्रेय ग्रुप (SREI Group) की दो कंपनियों से जुड़ा है लेकिन सवाल यह है कि आखिर इतने बड़े पैसों का खेल कैसे हुआ और बैंक की स्थिति क्या है।

क्या है पूरा मामला?

PNB ने स्टॉक एक्सचेंज को जानकारी दी है कि यह धोखाधड़ी दो अलग-अलग खातों में हुई है। इसमें श्रेय इक्विपमेंट फाइनेंस लिमिटेड (SREI Equipment Finance Ltd) 1,241 करोड़ रुपये का फ्रॉड, श्रेय इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनेंस लिमिटेड (SREI Infrastructure Finance Ltd) 1,193 करोड़ रुपये का फ्रॉड शामिल है। इन दोनों को मिलाकर कुल रकम 2,434 करोड़ रुपये हो जाती है। बैंक ने इसे ‘बरोइंग फ्रॉड’ (Borrowing Fraud) की श्रेणी में रखा है। इसका मतलब है कि कंपनियों ने लोन के पैसों का गलत इस्तेमाल किया।

कैसे हुआ धोखाधड़ी?

जब कोई कंपनी किसी प्रोजेक्ट के लिए बैंक से लोन लेती है तो पैसा उसी प्रोजेक्ट में खर्च होना चाहिए। लेकिन अगर वह पैसा दूसरी जगह खर्च किया जाए या किसी और कंपनी में लगाया जाए तो इसे फ्रॉड माना जाता है। श्रेय ग्रुप की स्थापना 1989 में हुई थी और यह मुख्य रूप से निर्माण कार्यों में मशीनों को फाइनेंस करती थी। समय के साथ कंपनी पर कर्ज का बोझ बढ़ गया और वह पैसा लौटाने में नाकाम रही। अक्टूबर 2021 में RBI ने गवर्नेंस में खामियों और डिफॉल्ट के चलते कंपनी के बोर्ड को भंग कर दिया था।

क्या बैंक डूब जाएगा?

किसी भी बैंक में घोटाले की खबर सुनकर लोगों के मन में डर पैदा होता है। लेकिन PNB ने स्थिति को पूरी तरह नियंत्रण में बताया है। बैंक ने इस फंसे हुए कर्ज के लिए 100% प्रोविजनिंग कर रखी है। इसका मतलब है कि बैंक ने पहले ही अपने मुनाफे से इतनी रकम अलग रखी है ताकि अगर पैसा कभी वापस न भी आए तो बैंक की वित्तीय स्थिति पर कोई असर न पड़े। PNB का प्रोविजन कवरेज रेश्यो (PCR) लगभग 97% है जो यह दर्शाता है कि बैंक मजबूत स्थिति में है। इसलिए खाताधारकों को घबराने की जरूरत नहीं है।

PNB और घोटाले का पुराना कनेक्शन

PNB का नाम पहले भी 2018 में नीरव मोदी और मेहुल चोकसी के बहुचर्चित घोटाले में आया था। उस समय हजारों करोड़ रुपये के लेटर ऑफ अंडरटेकिंग (LoU) का गलत इस्तेमाल हुआ था लेकिन मौजूदा मामला अलग है। यह कॉरपोरेट लोन में गड़बड़ी का मामला है न कि ट्रेड फाइनेंस का। इस बार राहत की बात यह है कि बैंक ने समय रहते इसे पहचान लिया और RBI को रिपोर्ट कर दिया।

शेयर बाजार और निवेशकों पर असर

खबर आने से पहले PNB के शेयर में मामूली गिरावट देखी गई थी लेकिन पिछले तीन साल में बैंक के शेयर ने निवेशकों को 144% का शानदार रिटर्न दिया है। इसका मतलब है कि बैंक आर्थिक रूप से मजबूत है और निवेशकों को लंबे समय तक लाभ मिलता रहा है।

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Tata Sumo का मॉडर्न कॉन्सेप्ट डिज़ाइन वायरल, सोशल मीडिया पर छाई नई Sumo की तस्वीरें

अगर आप कारों या मोटरसाइकिल के शौकीन हैं, तो Tata Sumo का नाम आपके लिए नया नहीं होगा। एक दौर में भारतीय सड़कों पर राज करने वाली यह दमदार SUV अपने बॉक्सी डिजाइन, मजबूत बॉडी और शानदार ऑफ-रोड क्षमता के लिए जानी जाती थी।

Tata Sumo Pictures
Tata Sumo तस्वीरें (फाइल फोटो)
locationभारत
userऋषि तिवारी
calendar26 Dec 2025 05:04 PM
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हालांकि, BS6 एमिशन नॉर्म्स के चलते अप्रैल 2019 में इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया गया था। लेकिन अब एक बार फिर Tata Sumo चर्चा में है, और वजह है इसका मॉडर्न कॉन्सेप्ट डिजाइन, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

सोशल मीडिया पर वायरल हुआ Tata Sumo का नया अवतार

बता दें कि X (पहले ट्विटर) पर एक यूजर ने Tata Sumo के एक मॉडर्न अवतार की कल्पना करते हुए कुछ शानदार रेंडर इमेज शेयर की हैं। ये तस्वीरें देखते ही देखते वायरल हो गईं और ऑटोमोबाइल लवर्स के बीच चर्चा का विषय बन गईं। हरी रंग की इस कॉन्सेप्ट SUV को फ्रंट, साइड, रियर और इंटीरियर—हर एंगल से बेहद दमदार दिखाया गया है। इसे एक रग्ड और ऑफ-रोड फोकस्ड SUV के रूप में डिजाइन किया गया है, जो मॉडर्न टेक्नोलॉजी के साथ क्लासिक सूमो की पहचान को जिंदा रखती है।

डिजाइन और फीचर्स: मॉडर्न लेकिन क्लासिक पहचान

कॉन्सेप्ट Tata Sumo के फ्रंट में स्लिम LED हेडलाइट्स, बीच में Tata का लोगो और मजबूत ग्रिल दी गई है, जो इसे मॉडर्न टच देती है।

साइड प्रोफाइल में बड़े व्हील्स, हाई ग्राउंड क्लीयरेंस और ब्लैक क्लैडिंग्स इसकी ऑफ-रोड क्षमता को दर्शाते हैं। रियर में कनेक्टेड LED टेललाइट्स और बड़े अक्षरों में लिखा SUMO नाम इसे और भी बोल्ड बनाता है। इंटीरियर की बात करें तो इसमें बड़ा टचस्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, मॉडर्न डैशबोर्ड, आरामदायक सीट्स और स्पेशियस केबिन दिखाया गया है। कुल मिलाकर, इसका डिजाइन लैंड रोवर डिफेंडर से इंस्पायर्ड जरूर लगता है, लेकिन इसमें Tata की अपनी अलग पहचान साफ नजर आती है।

Tata Sumo का इतिहास: 25 साल का शानदार सफर

Tata Sumo को पहली बार 1994 में लॉन्च किया गया था और यह भारत की शुरुआती मल्टी-यूटिलिटी व्हीकल्स (MUV) में से एक थी। इसका नाम Tata Motors के पूर्व मैनेजिंग डायरेक्टर सुमंत मूलगांवकर के नाम पर रखा गया था, यानी SuMo। शुरुआत में यह 10-सीटर SUV थी, जिसे खासतौर पर मिलिट्री और ऑफ-रोड ट्रांसपोर्ट के लिए डिजाइन किया गया था। बॉडी-ऑन-फ्रेम चेसिस और दमदार डीजल इंजन ने इसे बेहद भरोसेमंद बनाया। 1990 और 2000 के दशक में यह टैक्सी, फैमिली कार और ग्रामीण इलाकों की पहली पसंद बनी रही। बाद में इसके Victa और Gold वर्जन भी लॉन्च हुए। हालांकि, BS6 नॉर्म्स के कारण 2019 में इसका प्रोडक्शन बंद कर दिया गया और 25 साल का सफर खत्म हुआ। इसके बावजूद, आज भी सेकेंड-हैंड मार्केट में इसकी जबरदस्त डिमांड बनी हुई है।

क्या Tata Sumo की होगी वापसी?

भारतीय ऑटोमोबाइल मार्केट इस समय SUV सेगमेंट के दौर से गुजर रहा है। खासकर रग्ड और लाइफस्टाइल SUVs की मांग तेजी से बढ़ी है। ऐसे में Tata Sumo जैसी अफोर्डेबल, स्पेशियस और टफ SUV की कमी साफ महसूस की जा रही है। रिपोर्ट्स और इनपुट्स के मुताबिक, 2025 में Tata Sumo के रिवाइवल को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि नया मॉडल लेट 2025 या अर्ली 2026 तक लॉन्च किया जा सकता है।

संभावित इंजन, फीचर्स और कीमत

अगर नई Tata Sumo लॉन्च होती है, तो इसमें ये फीचर्स देखने को मिल सकते हैं:

  • 2.2-लीटर डीजल इंजन (बेहतर लो-एंड टॉर्क के साथ)
  • टर्बो पेट्रोल इंजन का विकल्प
  • 4x4 ड्राइवट्रेन
  • LED DRLs और बोल्ड ग्रिल
  • Apple CarPlay और Android Auto
  • मल्टीपल एयरबैग्स, ABS और रियर पार्किंग कैमरा

संभावित तौर पर यह SUV 7-सीटर या 9-सीटर लेआउट में आ सकती है। इसकी अनुमानित कीमत 10 लाख से 12 लाख रुपये के बीच हो सकती है।

Thar और Scorpio-N को मिलेगी सीधी टक्कर?

अगर Tata Sumo अपने नए अवतार में लॉन्च होती है, तो यह सीधे तौर पर Mahindra Thar और Scorpio-N जैसी SUVs को कड़ी चुनौती दे सकती है। अपनी मजबूती, स्पेस और कीमत के दम पर यह एक बार फिर भारतीय बाजार में बड़ा गेम-चेंजर साबित हो सकती है।


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