Ban On Minors Driving: यूपी में नाबालिगों के वाहन चलाने पर, उनके माता-पिता को होगी जेल




UP News : फिल्म स्टार से राजनेता बनी चर्चित हीरोईन जयाप्रदा को यूपी पुलिस दिल्ली से लेकर मुंबई तक ढूंढ रही है। जयाप्रदा को यूपी... की एक कोर्ट ने 10 जनवरी को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दे दिया है। यूपी पुलिस की एक टीम जयाप्रदा की तलाश में दिल्ली से लेकर मुंबई तक छापे मार रही है। तमाम प्रयासों के बावजूद यूपी... पुलिस अभी तक जयाप्रदा को तलाश नहीं कर पाई है।
आपको बता दें कि फिल्म स्टार से राजनेता बनी जयाप्रदा स्व. ठाकुर अमर सिंह की करीबी रही है। वर्ष-2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान जयाप्रदा के विरूद्ध UP के रामपुर जिले के स्वार तथा केमरी थानों में आचार संहिता का उल्लंघन करने के दो केस दर्ज हैं। दोनों ही केस इन दिनों UP की रामपुर कोर्ट में विचाराधीन हैं। बार-बार समन जारी होने के बावजूद जयाप्रदा कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही है। कोर्ट ने 10 जनवरी को जयाप्रदा को कोर्ट में हाजिर होने का फरमान जारी कर रखा है।
UP की कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए UP पुलिस को निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों के आधार पर रामपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने पुलिस की एक टीम गठित करके जयाप्रदा को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने की जिम्मेदारी सौंप रखी है। UP पुलिस की विशेष टीम जयाप्रदा को दिल्ली तथा मुंबई के ठिकानों पर छापेमार कर उसकी तलाश कर चुकी है। अभी तक UP पुलिस जयाप्रदा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फरार चल रही फिल्म स्टार जयाप्रदा को 10 जनवरी को कोर्ट में पेश किया जाना है। रामपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने दावा किया है कि जल्द ही यूपी पुलिस की विशेष टीम जयाप्रदा को तलाश कर लेगी। पुलिस अधीक्षक का दावा है कि 10 जनवरी को जयाप्रदा को कोर्ट में जरूर पेश कर दिया जाएगा। आचार संहिता के दोनों मामले गंभीर धाराओं में दर्ज हैं।
कानून के जानकारों का कहना है कि चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में जयाप्रदा को सजा सुनाई जा सकती है। यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि क्या यूपी पुलिस जयाप्रदा को गिरफ्तार करके 10 जनवरी तक अदालत में पेश कर पाएगी। कुछ जानकार सूत्रों का कहना है कि पुलिस दिखावे के लिए छापेमारी कर रही है। यूपी पुलिस का संपर्क जयाप्रदा के साथ हो गया है। पूरी उम्मीद है कि 10 जनवरी को कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा। UP News
UP News : फिल्म स्टार से राजनेता बनी चर्चित हीरोईन जयाप्रदा को यूपी पुलिस दिल्ली से लेकर मुंबई तक ढूंढ रही है। जयाप्रदा को यूपी... की एक कोर्ट ने 10 जनवरी को कोर्ट में हाजिर होने का आदेश दे दिया है। यूपी पुलिस की एक टीम जयाप्रदा की तलाश में दिल्ली से लेकर मुंबई तक छापे मार रही है। तमाम प्रयासों के बावजूद यूपी... पुलिस अभी तक जयाप्रदा को तलाश नहीं कर पाई है।
आपको बता दें कि फिल्म स्टार से राजनेता बनी जयाप्रदा स्व. ठाकुर अमर सिंह की करीबी रही है। वर्ष-2019 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान जयाप्रदा के विरूद्ध UP के रामपुर जिले के स्वार तथा केमरी थानों में आचार संहिता का उल्लंघन करने के दो केस दर्ज हैं। दोनों ही केस इन दिनों UP की रामपुर कोर्ट में विचाराधीन हैं। बार-बार समन जारी होने के बावजूद जयाप्रदा कोर्ट में हाजिर नहीं हो रही है। कोर्ट ने 10 जनवरी को जयाप्रदा को कोर्ट में हाजिर होने का फरमान जारी कर रखा है।
UP की कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए UP पुलिस को निर्देश जारी किए गए हैं। इन निर्देशों के आधार पर रामपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने पुलिस की एक टीम गठित करके जयाप्रदा को गिरफ्तार करके कोर्ट में पेश करने की जिम्मेदारी सौंप रखी है। UP पुलिस की विशेष टीम जयाप्रदा को दिल्ली तथा मुंबई के ठिकानों पर छापेमार कर उसकी तलाश कर चुकी है। अभी तक UP पुलिस जयाप्रदा को गिरफ्तार नहीं कर पाई है।
आचार संहिता के उल्लंघन के मामले में फरार चल रही फिल्म स्टार जयाप्रदा को 10 जनवरी को कोर्ट में पेश किया जाना है। रामपुर के पुलिस अधीक्षक राजेश द्विवेदी ने दावा किया है कि जल्द ही यूपी पुलिस की विशेष टीम जयाप्रदा को तलाश कर लेगी। पुलिस अधीक्षक का दावा है कि 10 जनवरी को जयाप्रदा को कोर्ट में जरूर पेश कर दिया जाएगा। आचार संहिता के दोनों मामले गंभीर धाराओं में दर्ज हैं।
कानून के जानकारों का कहना है कि चुनावी आचार संहिता के उल्लंघन के मामलों में जयाप्रदा को सजा सुनाई जा सकती है। यह देखना बेहद दिलचस्प होगा कि क्या यूपी पुलिस जयाप्रदा को गिरफ्तार करके 10 जनवरी तक अदालत में पेश कर पाएगी। कुछ जानकार सूत्रों का कहना है कि पुलिस दिखावे के लिए छापेमारी कर रही है। यूपी पुलिस का संपर्क जयाप्रदा के साथ हो गया है। पूरी उम्मीद है कि 10 जनवरी को कोर्ट में पेश कर दिया जाएगा। UP News

Ram Mandir Ayodhya : अयोध्या में बन रहे भव्य श्री राम मंदिर का मास्टर प्लान सामने आया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या राम मंदिर की विशेषताएं गिनाई हैं। ट्रस्ट ने जानकारी साझा कर बताया है कि मंदिर परिसर के सभी क्षेत्रों से लेकर भगवान श्रीराम के गर्भगृह तक मंदिर की भव्यता कैसी रहेगी। श्रद्धालु 32 सीढिय़ां चढ़कर सिंहद्वार से श्रीराम मंदिर में प्रवेश करेंगे।
ट्रस्ट ने श्री राम मंदिर की विशेषताएं गिनाते हुए बताया है कि तीन मंजिला राम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बनाया गया है। मुख्य गर्भगृह में श्रीराम लला की मूर्ति है और पहली मंजिल पर श्री राम दरबार होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, राम मंदिर में 5 मंडप (हॉल) होंगे। इसमें नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप।
देवताओं, देवी-देवताओं की मूर्तियां मंदिर के स्तंभों और दीवारों को सुशोभित करती हैं। 32 सीढिय़ां चढ़कर श्रद्धालु सिंहद्वार से एंट्री कर सकेंगे। मंदिर के चारों तरफ आयताकार परकोटा रहेगा। मंदिर में दिव्यांग और बुजुर्ग तीर्थयात्री के लिए भी विशेष सुविधाएं हैं। रैंप और लिफ्ट भी हैं।
मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर के पास एक ऐतिहासिक कुआं (सीता कूप) है, जो प्राचीन काल का है। इसके अलावा, 25000 लोगों की क्षमता वाला एक तीर्थयात्री सुविधा केंद्र (पीएफसी) का निर्माण किया जा रहा है। यह तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाएं और लॉकर सुविधा प्रदान करेगा।
1. मंदिर का पारंपरिक नागर शैली में निर्माण हो रहा है।
2. मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है।
3. मंदिर तीन मंजिला है, जिसकी प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची है। इसमें कुल 392 खंभे हैं। 44 दरवाजे हैं।
4. मुख्य गर्भगृह में भगवान श्रीराम का बचपन का स्वरूप (श्री राम लला की मूर्ति) है, जबकि पहली मंजिल पर श्रीराम का दरबार होगा।
5. पांच मंडप (हॉल) - नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप।
6. देवी-देवताओं, देवी-देवताओं की मूर्तियां खंभों और दीवारों पर उकेरी गईं हैं।
7. राम मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से है, सिंह द्वार से 32 सीढय़िां चढ़कर प्रवेश होगा।
8. दिव्यांगों और बुजुर्गों की सुविधा के लिए रैंप और लिफ्ट की व्यवस्था होगी।
9. मंदिर के चारों तरफ आयताकार परकोटा होगा। चारों दिशाओं में इसकी कुल लंबाई 732 मीटर और चौड़ाई 14 फीट है।
10. राम मंदिर परिसर के चारों कोनों पर चार मंदिर होंगे, इनमें सूर्य देव, देवी भगवती, गणेश भगवान और भगवान शिव को समर्पित होंगे। उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा का मंदिर, जबकि दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर है।
11. मंदिर के पास एक ऐतिहासिक कुआं (सीता कूप) है, जो प्राचीन काल का है। 12. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर महर्षि वाल्मिकी, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि अगस्त्य, महर्षि विश्वामित्र, निषाद राज, माता शबरी और देवी अहिल्या की पूज्य पत्नी को समर्पित रहेंगे। 13. राम मंदिर परिसर के दक्षिण-पश्चिमी भाग में कुबेर टीला पर जटायु की स्थापना के साथ-साथ भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है।
14. मंदिर में कहीं भी लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
15. मंदिर की नींव का निर्माण रोलर-कॉम्पैक्ट कंक्रीट (आरसीसी) की 14 मीटर मोटी परत से किया गया है, जो इसे कृत्रिम चट्टान का रूप देता है।
16. मंदिर को जमीन की नमी से सुरक्षा के लिए ग्रेनाइट का इस्तेमाल कर 21 फुट ऊंचे चबूतरे का निर्माण किया गया है।
17. मंदिर परिसर में एक सीवेज उपचार संयंत्र, जल उपचार संयंत्र, अग्नि सुरक्षा के लिए जल आपूर्ति और एक स्वतंत्र बिजली स्टेशन है।
18. 25,000 लोगों की क्षमता वाला एक तीर्थयात्री सुविधा केंद्र (पीएफसी) का निर्माण किया जा रहा है, यह तीर्थयात्रियों को चिकित्सा सुविधाएं और लॉकर सुविधा प्रदान करेगा। 19.परिसर में स्नान क्षेत्र, वॉशरूम, वॉशबेसिन, खुले नल आदि के साथ एक अलग ब्लॉक भी होगा।
20. मंदिर का निर्माण पूरी तरह से भारत की पारंपरिक और स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके किया जा रहा है। इसका निर्माण पर्यावरण-जल संरक्षण पर विशेष जोर देते हुए किया जा रहा है और 70 एकड़ क्षेत्र के 70 प्रतिशत हिस्से को हरा-भरा रखा गया है।
Ram Mandir AyodhyaRam Mandir Ayodhya : अयोध्या में बन रहे भव्य श्री राम मंदिर का मास्टर प्लान सामने आया है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने अयोध्या राम मंदिर की विशेषताएं गिनाई हैं। ट्रस्ट ने जानकारी साझा कर बताया है कि मंदिर परिसर के सभी क्षेत्रों से लेकर भगवान श्रीराम के गर्भगृह तक मंदिर की भव्यता कैसी रहेगी। श्रद्धालु 32 सीढिय़ां चढ़कर सिंहद्वार से श्रीराम मंदिर में प्रवेश करेंगे।
ट्रस्ट ने श्री राम मंदिर की विशेषताएं गिनाते हुए बताया है कि तीन मंजिला राम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बनाया गया है। मुख्य गर्भगृह में श्रीराम लला की मूर्ति है और पहली मंजिल पर श्री राम दरबार होगा। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, राम मंदिर में 5 मंडप (हॉल) होंगे। इसमें नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप।
देवताओं, देवी-देवताओं की मूर्तियां मंदिर के स्तंभों और दीवारों को सुशोभित करती हैं। 32 सीढिय़ां चढ़कर श्रद्धालु सिंहद्वार से एंट्री कर सकेंगे। मंदिर के चारों तरफ आयताकार परकोटा रहेगा। मंदिर में दिव्यांग और बुजुर्ग तीर्थयात्री के लिए भी विशेष सुविधाएं हैं। रैंप और लिफ्ट भी हैं।
मंदिर ट्रस्ट का कहना है कि मंदिर के पास एक ऐतिहासिक कुआं (सीता कूप) है, जो प्राचीन काल का है। इसके अलावा, 25000 लोगों की क्षमता वाला एक तीर्थयात्री सुविधा केंद्र (पीएफसी) का निर्माण किया जा रहा है। यह तीर्थयात्रियों के लिए चिकित्सा सुविधाएं और लॉकर सुविधा प्रदान करेगा।
1. मंदिर का पारंपरिक नागर शैली में निर्माण हो रहा है।
2. मंदिर की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है।
3. मंदिर तीन मंजिला है, जिसकी प्रत्येक मंजिल 20 फीट ऊंची है। इसमें कुल 392 खंभे हैं। 44 दरवाजे हैं।
4. मुख्य गर्भगृह में भगवान श्रीराम का बचपन का स्वरूप (श्री राम लला की मूर्ति) है, जबकि पहली मंजिल पर श्रीराम का दरबार होगा।
5. पांच मंडप (हॉल) - नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना और कीर्तन मंडप।
6. देवी-देवताओं, देवी-देवताओं की मूर्तियां खंभों और दीवारों पर उकेरी गईं हैं।
7. राम मंदिर में प्रवेश पूर्व दिशा से है, सिंह द्वार से 32 सीढय़िां चढ़कर प्रवेश होगा।
8. दिव्यांगों और बुजुर्गों की सुविधा के लिए रैंप और लिफ्ट की व्यवस्था होगी।
9. मंदिर के चारों तरफ आयताकार परकोटा होगा। चारों दिशाओं में इसकी कुल लंबाई 732 मीटर और चौड़ाई 14 फीट है।
10. राम मंदिर परिसर के चारों कोनों पर चार मंदिर होंगे, इनमें सूर्य देव, देवी भगवती, गणेश भगवान और भगवान शिव को समर्पित होंगे। उत्तरी भुजा में मां अन्नपूर्णा का मंदिर, जबकि दक्षिणी भुजा में हनुमान जी का मंदिर है।
11. मंदिर के पास एक ऐतिहासिक कुआं (सीता कूप) है, जो प्राचीन काल का है। 12. श्रीराम जन्मभूमि मंदिर परिसर में प्रस्तावित अन्य मंदिर महर्षि वाल्मिकी, महर्षि वशिष्ठ, महर्षि अगस्त्य, महर्षि विश्वामित्र, निषाद राज, माता शबरी और देवी अहिल्या की पूज्य पत्नी को समर्पित रहेंगे। 13. राम मंदिर परिसर के दक्षिण-पश्चिमी भाग में कुबेर टीला पर जटायु की स्थापना के साथ-साथ भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है।
14. मंदिर में कहीं भी लोहे का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
15. मंदिर की नींव का निर्माण रोलर-कॉम्पैक्ट कंक्रीट (आरसीसी) की 14 मीटर मोटी परत से किया गया है, जो इसे कृत्रिम चट्टान का रूप देता है।
16. मंदिर को जमीन की नमी से सुरक्षा के लिए ग्रेनाइट का इस्तेमाल कर 21 फुट ऊंचे चबूतरे का निर्माण किया गया है।
17. मंदिर परिसर में एक सीवेज उपचार संयंत्र, जल उपचार संयंत्र, अग्नि सुरक्षा के लिए जल आपूर्ति और एक स्वतंत्र बिजली स्टेशन है।
18. 25,000 लोगों की क्षमता वाला एक तीर्थयात्री सुविधा केंद्र (पीएफसी) का निर्माण किया जा रहा है, यह तीर्थयात्रियों को चिकित्सा सुविधाएं और लॉकर सुविधा प्रदान करेगा। 19.परिसर में स्नान क्षेत्र, वॉशरूम, वॉशबेसिन, खुले नल आदि के साथ एक अलग ब्लॉक भी होगा।
20. मंदिर का निर्माण पूरी तरह से भारत की पारंपरिक और स्वदेशी तकनीक का उपयोग करके किया जा रहा है। इसका निर्माण पर्यावरण-जल संरक्षण पर विशेष जोर देते हुए किया जा रहा है और 70 एकड़ क्षेत्र के 70 प्रतिशत हिस्से को हरा-भरा रखा गया है।
Ram Mandir Ayodhya