नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो विस्तार : तीन नए कॉरिडोर की तैयारी तेज

लगभग 31.6 किमी लंबे तीन नए रूटों की विस्तृत डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी आयेसा नामक कंपनी को सौंपी जा रही है, जिस पर करीब 24.21 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दस्तावेजों की अंतिम जांच के बाद अगले पंद्रह दिनों के भीतर डिजाइन का काम शुरू होने की उम्मीद है।

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मेट्रो रेल
locationभारत
userयोगेन्द्र नाथ झा
calendar10 Dec 2025 05:12 PM
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Noida News : नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (एनएमआरसी) ने नोएडा और ग्रेटर नोएडा को जोड़ने वाली मेट्रो नेटवर्क में बड़ा विस्तार करने के लिए काम तेज कर दिया है। लगभग 31.6 किमी लंबे तीन नए रूटों की विस्तृत डिजाइन तैयार करने की जिम्मेदारी आयेसा नामक कंपनी को सौंपी जा रही है, जिस पर करीब 24.21 करोड़ रुपये खर्च होंगे। दस्तावेजों की अंतिम जांच के बाद अगले पंद्रह दिनों के भीतर डिजाइन का काम शुरू होने की उम्मीद है।

तीन प्रस्तावित मेट्रो रूट

1. सेक्टर-51 से नॉलेज पार्क-5 (17.345 किमी)

इस रूट पर कुल 11 स्टेशन होंगे। फाइल फिलहाल केंद्र सरकार की मंजूरी का इंतजार कर रही है। यह कॉरिडोर ग्रेटर नोएडा वेस्ट के यात्रियों के लिए खास तौर पर महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

2. सेक्टर-142 से बॉटेनिकल गार्डन (11.56 किमी)

करीब 8 स्टेशनों वाला यह मार्ग शहर के दो प्रमुख इलाकों को सीधे जोड़ेगा। इस प्रोजेक्ट के लिए सहमति पत्र जल्द जारी होने की संभावना जताई जा रही है। टोपोग्राफिक सर्वे पूरा हो चुका है, जिससे पिलर पॉइंट और संरचना की योजना तय की जा रही है।

3. ग्रेटर नोएडा डिपो से बोड़ाकी (2.6 किमी)

यह छोटा लेकिन रणनीतिक कॉरिडोर 2 स्टेशनों का होगा। इस पर केंद्र सरकार पहले ही हरी झंडी दे चुकी है। इस सेक्शन की सॉयल टेस्टिंग भी समाप्त हो चुकी है।

क्या-क्या काम होगा?

सलाहकार कंपनी इन रूटों के लिए सिविल संरचनाओं का विस्तृत अध्ययन, कुल लागत का मूल्यांकन, ट्रैक और सुरक्षा से जुड़ी जांच, विद्युत व मैकेनिकल सिस्टम की योजना जैसे सभी तकनीकी पहलुओं की रिपोर्ट एनएमआरसी को सौंपेगी। इसके अलावा कंपनी अगले 5 वर्षों तक तकनीकी सहयोग भी प्रदान करेगी।

सोलर एनर्जी पर आधारित स्टेशन

तीनों रूटों के सभी स्टेशनों पर सोलर पैनल लगाने की योजना बनाई गई है। उद्देश्य यह है कि स्टेशनों पर लगने वाली बड़ी हिस्से की बिजली जरूरतें सौर ऊर्जा से पूरी हों, जिससे यह विस्तार और भी पर्यावरण-अनुकूल बन सके। ये तीनों नए कॉरिडोर शुरू होने के बाद नोएडा-ग्रेटर नोएडा क्षेत्र में दैनिक यात्रा और तेज होगी। जाम की समस्या कम होगी, प्रॉपर्टी वैल्यू पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा और एक आधुनिक, टिकाऊ और पर्यावरण-हितैषी पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्टम मिलेगा।

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केशव प्रसाद मौर्य होंगे भाजपा के नए प्रदेश अध्यक्ष

भाजपा की रणनीति यह है कि वर्ष-2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में लड़ा जाए। केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा एक तीर से अनेक शिकार करना चाहती है।

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य
locationभारत
userआरपी रघुवंशी
calendar10 Dec 2025 04:53 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष को लेकर बड़ी अपडेट आई है। उत्तर प्रदेश में सक्रिय भाजपा के एक बड़े नेता ने दावा किया है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के अगले प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्य होंगे। वर्तमान में केशव प्रसाद मौर्य उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री हैं। केशव प्रसाद मौर्य के भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष रहते हुए ही भाजपा ने वर्ष-2017 के चुनाव में उत्तर प्रदेश में बम्पर जीत हासिल की थी। भाजपा की रणनीति यह है कि वर्ष-2027 में उत्तर प्रदेश विधानसभा का चुनाव केशव प्रसाद मौर्य के नेतृत्व में लड़ा जाए। केशव प्रसाद मौर्य को भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष बनाकर भाजपा एक तीर से अनेक शिकार करना चाहती है।

उत्तर प्रदेश में किसी भी समय घोषित हो सकता है प्रदेश अध्यक्ष का नाम

उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का नाम किसी भी समय घोषित हो सकता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता का दावा है कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का नाम तय कर लिया गया है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा किसी भी समय हो सकती है। इस बात की पूरी संभावना है कि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा 14 दिसंबर तक कर दी जाएगी। मंगलवार को भाजपा ने उत्तर प्रदेश भाजपा के परिषद सदस्यों के नाम की घोषणा कर दी है। उत्तर प्रदेश में भाजपा के चुनाव अधिकारी महेन्द्र नाथ पांडे के निर्देश पर 327 परिषद सदस्यों के नाम की घोषणा की गई है। परिषद सदस्य ही उत्तर प्रदेश भाजपा में प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में वोटर होते हैं। उत्तर प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष के चुनाव के लिए वोटर लिस्ट को अंतिम रूप दे दिया गया है। इस वोटर लिस्ट में प्रदेश के प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से एक-एक सदस्य बनाया गया है।

उत्तर प्रदेश के भाजपा अध्यक्ष का नाम घोषित करेंगे पीयूष गोयल

केन्द्रीय मंत्री पीयूष गोयल को उत्तर प्रदेश में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के लिए केन्द्रीय चुनाव अधिकारी बनाया गया है। चुनावी प्रक्रिया को पूरा करते हुए पीयूष गोयल ही उत्तर प्रदेश के अगले भाजपा अध्यक्ष का नाम घोषित करेंगे। उत्तर प्रदेश के भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रदेश अध्यक्ष के लिए केंद्रीय चुनाव अधिकारी पीयूष गोयल का कार्यक्रम घोषित होने का इंतजार है। प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव में प्रदेश परिषद के सदस्यों के अलावा भाजपा विधानमंडल के सदस्यों की कुल संख्या का 10 फीसदी और यूपी कोटे के लोकसभा व राज्यसभा सांसदों की कुल संख्या के 10 फीसदी लोग मतदाता होंगे। यूपी में भाजपा के विधायकों की संख्या 258 और एमएलसी 79 हैं। वहीं पार्टी के 33 लोकसभा और 24 राज्यसभा सांसद हैं।

उत्तर प्रदेश में OBC चेहरा है सबसे बड़ा दांव

उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य OBC समाज से आते हैं। उन्हें OBC समाज का बड़ा पैरोकार माना जाता है। उत्तर प्रदेश में भाजपा की पूरी सोच विपक्ष के PDA की काट करने की है। प्रदेश अध्यक्ष पद के प्रमुख दावेदारों में उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के अलावा कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह व धर्मपाल सिंह के नाम शामिल हैं। इसके अलावा चर्चा में केंद्रीय मंत्री बीएल वर्मा, पूर्व केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, राज्यसभा सांसद बाबूराम निषाद के नाम भी हैं। पार्टी सूत्रों की मानें तो एक प्रमुख पार्टी नेता मौजूदा पद के रहते हुए प्रदेशाध्यक्ष पद चाहते हैं। UP News

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बड़े-बड़े विवादों से नाता रहा है उत्तर प्रदेश के IPS अमिताभ ठाकुर का

उत्तर प्रदेश के सभी नागरिक जानते हैं कि IPS अधिकारी रहते हुए अमिताभ ठाकुर का विवादों के साथ सम्बंध रहा है। सरकारी नौकरी से जबरन रिटायर किए गए अमिताभ ठाकुर लगातार बड़े-बड़े विवादों से जुड़े रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के रिटायर IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर
उत्तर प्रदेश के रिटायर IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर
locationभारत
userआरपी रघुवंशी
calendar10 Dec 2025 04:16 PM
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UP News : उत्तर प्रदेश के रिटायर IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर एक बार फिर चर्चा में हैं। उत्तर प्रदेश ने IPS अधिकारी रहे अमिताभ ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। उत्तर प्रदेश में शायद ही कोई ऐसा नागरिक हो जो IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर का नाम नहीं जानता हो। अमिताभ ठाकुर को उत्तर प्रदेश के देवरिया में एक औद्योगिक भूखंड की खरीद-फरोख्त में हुए घोटाले के आरोप में पकड़ा गया है। उत्तर प्रदेश के सभी नागरिक जानते हैं कि IPS अधिकारी रहते हुए अमिताभ ठाकुर का विवादों के साथ सम्बंध रहा है। सरकारी नौकरी से जबरन रिटायर किए गए अमिताभ ठाकुर लगातार बड़े-बड़े विवादों से जुड़े रहे हैं।

उत्तर प्रदेश कैडर के वर्ष-1993 के IPS अधिकारी हैं अमिताभ ठाकुर

अमिताभ ठाकुर के इतिहास की बात करें तो अमिताभ ठाकुर वर्ष-1993 बैच के उत्तर प्रदेश कैडर के IPS अधिकारी रहे हैं। वर्ष-2021 में सरकार ने अमिताभ ठाकुर को जबरन रिटायर कर दिया है। अमिताभ ठाकुर को जबरन रिटायर करने के मामले में खूब बवाल मचा था। तमाम बवाल के बावजूद केन्द्र सरकार ने IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर की नौकरी की स्क्रीनिंग कराई थी। स्क्रीनिंग की रिपोर्ट में कहा गया था कि अमिताभ ठाकुर सरकारी नौकरी में रहने के योग्य नहीं हैं। इसी स्क्रीनिंग रिपोर्ट के आधार पर अमिताभ ठाकुर को जबरन रिटायरमेंट दे दिया गया था। अमिताभ ठाकुर की पत्नी का नाम नूतन ठाकुर है। नूतन ठाकुर NGO चलाती हैं। अमिताभ ठाकुर की तरह से ही नूतन ठाकुर भी खूब चर्चाओं में रहती हैं। अमिताभ ठाकुर तथा उनकी पत्नी नूतन ठाकुर ने एक राजनीतिक पार्टी भी बना रखी है। उनकी पार्टी का नाम आजाद अधिकार सेना है।

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से भिड़ गए थे अमिताभ ठाकुर

यह बात वर्ष-2015 की है जब IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के साथ भिड़ गए थे। वर्ष-2015 के जुलाई के महीने में अमिताभ ठाकुर ने आरोप लगाया था कि उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने उन्हें फोन करके डराया, धमकाया तथा बेइज्जत करने का काम किया है। अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के उस समय के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के पिता पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के विरूद्ध लखनऊ के हजरतगंज थाने में FIR दर्ज कराने की तहरीर दी थी। जब उत्तर प्रदेश पुलिस ने FIR नहीं लिखी तो IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। कोर्ट के आदेश पर मुख्यमंत्री रहते हुए अखिलेश यादव के पिता पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के विरूद्ध FIR दर्ज की गई थी। इस बीच उत्तर प्रदेश सरकार ने अमिताभ ठाकुर को सस्पेंड भी कर दिया था।

चर्चित माफिया सरगना अतीक अहमद के मामले में भी आया था नाम

उत्तर प्रदेश के चर्चित IPS अधिकारी अमिताभ ठाकुर का नाम चर्चित माफिया अतीक अहमद के साथी भी जुड़ा था। उत्तर प्रदेश में हुए चर्चित माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के मर्डर के मामले में भी अमिताभ ठाकुर कोर्ट पहुंचे थे। उन्होंने कोर्ट से मांग की थी कि इस मामले की जांच CBI को सौंपी जाए। उन्होंने कहा था कि इस मर्डर की सही जांच होनी चाहिए, इसलिए इस केस को CBI को सौंप दिया जाए। बता दें, अतीक अहमद और उनके भाई की प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। अमिताभ ठाकुर पर अपनी संपत्ति का सही ब्योरा ना देने का भी आरोप लगा था। आरोप हैं कि जब उन्होंने 1993 में अपनी नौकरी शुरू की तो उन्होंने सरकार को अपनी संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया था। इसके बाद उन्होंने 1993 से 1999 तक का संपत्ति का ब्योरा एकमुश्त दिया था। उस जानकारी में भी कई खामियां पाई गई थीं। UP News